Farm and Food - January 2025Add to Favorites

Farm and Food - January 2025Add to Favorites

Magzter Gold ile Sınırsız Kullan

Tek bir abonelikle Farm and Food ile 9,000 + diğer dergileri ve gazeteleri okuyun   kataloğu görüntüle

1 ay $9.99

1 Yıl$99.99 $49.99

$4/ay

Kaydet 50%
Hurry, Offer Ends in 9 Days
(OR)

Sadece abone ol Farm and Food

1 Yıl $3.49

Kaydet 71%

bu sayıyı satın al $0.99

Hediye Farm and Food

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Dijital Abonelik
Anında erişim

Verified Secure Payment

Doğrulanmış Güvenli
Ödeme

Bu konuda

This issue talks about a range of topics from seeds to crops to post-harvest technology in a simple and easy to understand language, provides useful insights into farm machineries and marketing techniques too. Among various other features, you will find success stories, market analysis, technology tips and global trends in agricultural sector and its impact in agro-based industries and small businesses in India.

खेती को लाभकारी और आसान बनाते हैं कृषि यंत्र

कृषि यंत्रों के इस्तेमाल से कम लागत और कम समय में कृषि के ज्यादा काम किए जाते हैं, इसलिए किसानों के लिए खेतीबारी में कृषि यंत्रों का उपयोग ज्यादा जरुरी हो गया है

खेती को लाभकारी और आसान बनाते हैं कृषि यंत्र

5 mins

50 फीसदी से ज्यादा रोजगार देता है कृषि क्षेत्र - शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री

भारत के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल, हरियाणा में वैज्ञानिकों, गन्ना किसानों एवं लखपति दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने कहा कि हम सब एक परिवार हैं. आप सब से मिल कर मैं खुश हूं. मैं ने भी फलों, फूलों, औषधि की खेती व डेयरी की है. कुछ हम आप से सीखेंगे और कुछ आप को सिखाएंगे.

50 फीसदी से ज्यादा रोजगार देता है कृषि क्षेत्र - शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री

3 mins

कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में लगे कृषि मेले में 'फार्म एन फूड' का जलवा

मध्य प्रदेश खेतीकिसानी पर निर्भर राज्य है, वहां कि सानों, बागबानों और कृषि से जुड़े उद्यमियों को कृषि, बागबानी, डेयरी व कृषि अभियांत्रिकी से जुड़ी नवीनतम और उन्नत जानकारियों से लैस करने के लिए भोपाल के केंद्रीय कृषि अभियान अभियांत्रिकी संस्थान में पिछले दिनों 20 से ले कर 22 दिसंबर, 2024 को विशाल कृषि मेले का आयोजन हुआ.

कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में लगे कृषि मेले में 'फार्म एन फूड' का जलवा

4 mins

मटर की वैज्ञानिक खेती

मटर की खेती हरी फली, साबुत मटर व दाल के लिए की जाती है. मटर की हरी फलियां सब्जी के लिए और सूखे दानों का इस्तेमाल दाल और दूसरी खाने की चीजों को तैयार करने में किया जाता है. हरी मटर के दानों को सुखा कर या डब्बाबंद कर महफूज रखने के बाद भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

मटर की वैज्ञानिक खेती

4 mins

बागबानी महोत्सव के जरीए बिहार ने उन्नत बागबानी से कराया रुबरु

पटना के गांधी मैदान में बिहार सरकार के कृषि महकमे के उद्यान निदेशालय द्वारा 3 जनवरी से 5 जनवरी, 2025 तक तीनदिवसीय बागबानी महोत्सव का आयोजन किया गया.

बागबानी महोत्सव के जरीए बिहार ने उन्नत बागबानी से कराया रुबरु

4 mins

शिमला मिर्च से हो रहा लाखों रुपए का मुनाफा

एकीकृत बागबानी विकास मिशन यानी (एमआईडीएच) बागबानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार की एक प्रायोजित योजना है. इस योजना के तहत फलसब्जियां, जड़कंद फसलें, मशरूम, मसाले, फूल, सुगंधित पौधे, नारियल, काजू, कोको और बांस जैसी बागबानी फसलों को बढ़ावा दिया जाता है.

शिमला मिर्च से हो रहा लाखों रुपए का मुनाफा

1 min

कीटरक्षक फसलों को लगाने का तरीका

फसल कीटरक्षक वे फसलें होती हैं, जो खेत में एक फ खास अवधि के दौरान मुख्य फसल को कीटों से बचाती हैं. इस तकनीक में मुख्य फसल के साथसाथ कोई दूसरी फसल साथ में लगाई जाती है, जो मुख्य फसल में नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं.

कीटरक्षक फसलों को लगाने का तरीका

2 mins

फसल बीमा योजना और नुकसान की भरपाई के लिए क्या है पैमाना

सरकार द्वारा किसानों के लिए अनेक लाभान्वित योजनाएं हैं. उन्हीं योजनाओं में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है, जो किसानों की प्राकृतिक आपदा से होने वाली फसल नुकसान की भरपाई करती है

फसल बीमा योजना और नुकसान की भरपाई के लिए क्या है पैमाना

2 mins

जल संसाधनों के अधिक दोहन को रोकना जरूरी

बायोसेंसर जैसी आधुनिक तकनीक का जल संसाधनों में बेहतर उपयोग किया जा सकता है. मक्का की फसल धान वाले खेतों में पानी बचाने के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है.

जल संसाधनों के अधिक दोहन को रोकना जरूरी

2 mins

जनवरी में खेती के काम

जनवरी में गेहूं के खेतों पर ज खास ध्यान देने की जरूरत होती है. इस दौरान तकरीबन 3 हफ्ते के अंतराल पर गेहूं के खेतों की सिंचाई करते रहें. गेहूं के खेतों में अगर खरपतवार या दूसरे फालतू पौधे पनपते नजर आएं, तो उन्हें फौरन उखाड़ दें.

जनवरी में खेती के काम

2 mins

कृषि विविधीकरण : आमदनी का मजबूत जरीया

किसानों को खेती में विविधीकरण अपनाना चाहिए, जिससे कि वे टिकाऊ खेती, औद्यानिकीकरण, पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय के साथ ही मधुमक्खीपालन, मुरगीपालन सहित अन्य लाभदायी उद्यम को करते हुए अपने परिवार की आय को बढ़ाने के साथसाथ स्वरोजगार भी कर सकें.

कृषि विविधीकरण : आमदनी का मजबूत जरीया

2 mins

रबी की सब्जियों में जैविक कीट प्रबंधन

रबी की सब्जियों में मुख्य रूप से गोभीवर्गीय में फूलगोभी, पत्तागोभी, गांठगोभी, सोलेनेसीवर्गीय में टमाटर, बैगन, मिर्च, आलू, पत्तावर्गीय में धनिया, मेथी, सोया, पालक, जड़वर्गीय में मूली, गाजर, शलजम, चुकंदर एवं मसाला में लहसुन, प्याज आदि की खेती की जाती है।

रबी की सब्जियों में जैविक कीट प्रबंधन

7 mins

दुधारू पशुओं की प्रमुख बीमारियां और उन का उपचार

पशुपालकों को पशुओं की प्रमुख बीमारियों के बारे में जानना बेहद जरूरी है, ताकि उचित समय पर सही कदम उठा कर अपना माली नुकसान होने से बचा जा सके. कुछ बीमारियां तो एक पशु से दूसरे पशु को लग जाती हैं, इसलिए सावधान रहने की जरूरत है.

दुधारू पशुओं की प्रमुख बीमारियां और उन का उपचार

10+ mins

औषधीय व खुशबूदार पौधों की जैविक खेती

शुरू से ही इनसान दूसरे जीवों की तरह पौधों का इस्तेमाल खाने व औषधि के रूप में करता चला आ रहा है. आज भी ज्यादातर औषधियां जंगलों से उन के प्राकृतिक | उत्पादन क्षेत्र से ही लाई जा रही हैं. इस की एक मुख्य वजह तो उनका आसानी से मिलना है. वहीं दूसरी वजह यह है कि जंगल के प्राकृतिक वातावरण में उगने की वजह से इन पौधों की क्वालिटी अच्छी और गुणवत्ता वाली होती है.

औषधीय व खुशबूदार पौधों की जैविक खेती

7 mins

पशुओं के लिए बरसीम एक पौष्टिक दलहनी चारा

बरसीम हरे चारे की एक आदर्श फसल है. यह खेत को अधिक उपजाऊ बनाती है. इसे भूसे के साथ मिला कर खिलाने से पशु के निर्वाहक एवं उत्पादन दोनों प्रकार के आहारों में प्रयोग किया जा सकता है.

पशुओं के लिए बरसीम एक पौष्टिक दलहनी चारा

4 mins

पशुओं में गर्भाधान

गोवंशीय पशुओं का बारबार गरमी में आना और स्वस्थ गो व प्रजनन योग्य नर पशु से गर्भाधान या फिर कृत्रिम गर्भाधान सही समय पर कराने पर भी मादा पशु द्वारा गर्भधारण न करने की अवस्था को 'रिपीट ब्रीडिंग' कहते हैं.

पशुओं में गर्भाधान

2 mins

Farm and Food dergisindeki tüm hikayeleri okuyun

Farm and Food Magazine Description:

YayıncıDelhi Press

kategoriFood & Beverage

DilHindi

SıklıkMonthly

This issue talks about a range of topics from seeds to crops to post-harvest technology in a simple and easy to understand language, provides useful insights into farm machineries and marketing techniques too. Among various other features, you will find success stories, market analysis, technology tips and global trends in agricultural sector and its impact in agro-based industries and small businesses in India.

  • cancel anytimeİstediğin Zaman İptal Et [ Taahhüt yok ]
  • digital onlySadece Dijital