
गन्ने की देर से बोआई करने पर पैदावार में गिरावट आती है. बोआई का काम शुगरकेन प्लांटर मशीन से करें, तो ज्यादा बेहतर रहेगा. गन्ने के साथ दूसरी फसलें जैसे मूंग, उड़द, लोबिया, चारे वाली मक्का वगैरह को 2 कूंड़ों के बीच वाली खाली जगह में बोएं. बोआई के लिए अपने इलाके की आबोहवा के मुताबिक ही किस्में चुनें.
जायद फसल मूंग की बोआई का काम भी इसी महीने निबटा लें. बोआई के लिए अच्छी उपज वाली किस्मों को बोएं. अगर खेत में नमी की कमी है, तो बोआई से पहले खेत का पलेवा कर दें, वहीं उड़द की बोआई का काम भी इस महीने पूरा कर लें. बोआई के लिए अच्छी किस्में चुनें. फसल को बीमारी व कीटों से बचाने के लिए बीजोपचार के बाद ही उन्हें बोएं.
Dit verhaal komt uit de March 2025 editie van Farm and Food.
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भोपाल में हुआ मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के किसानों का सम्मान
दिल्ली प्रैस की कृषि पत्रिका 'फार्म एन फूड' द्वारा 28 फरवरी, 2025 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में 'राज्य स्तरीय फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' का आयोजन किया गया.

मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा
मुरगीपालन किसानों की माली दशा को सुधारने का महत्त्वपूर्ण अंग है. मुरगीपालन से कम समय व कम खर्च में अधिक आमदनी हासिल की जा सकती है

औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती
सेहत के लिहाज से फायदेमंद मानी जाने वाली कई फसलें खेती न किए जाने से विलुप्त होने के कगार पर हैं. इन में कुछ ऐसी फसलें हैं, जो न केवल अपने औषधीय गुणों के चलते खास पहचान रखती हैं, बल्कि इन में उपलब्ध पोषक गुण व्यावसयिक नजरिए से भी बेहद खास माने जाते हैं.

बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा
देश के इतिहास में अब एक और नया अध्याय जुड़ गया है. नक्सली हिंसा के लिए कुख्यात बस्तर अब अपनी एक नई पहचान बना रहा है. छत्तीसगढ़ का यह इलाका अब 'हर्बल और स्पाइस बास्केट' के रूप में दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.

कुट्टू उगाने की नई तकनीक
कुट्टू की खेती दुनियाभर में की जाती है. चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, यूरोप, कनाडा समेत अन्य देशों में भी इस की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. वहीं भारत की बात करें, तो उत्तरपश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में इस की खेती अधिक की जाती है.

फरवरी महीने में खेती के खास काम
फरवरी का महीना खेतीबारी के लिए बहुत अहम है, क्योंकि यह मौसम फसल और पशुओं के लिए नाजुक होता है, इसलिए किसानों को कुछ एहतियात बरतने चाहिए:

पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा
पथरीली जमीन पर खेती करना हमेशा से चुनौती भरा होता है, लेकिन सतना जिले के कृष्ण किशोर ने 30 साल से बंजर पड़ी जमीन पर अमरूद का बगीचा लगाया और अब हर साल लाखों रुपए की आमदनी ले रहे हैं.

वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार
खेती में अंगरेजी खाद के साथ ही जहरीली दवाओं, रासायनिक कीटनाशकों के इस्तेमाल से पैदावार तो बढ़ी, लेकिन इन का असर हवा, पानी, मिट्टी समेत पूरे माहौल पर पड़ा है.

मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार
मटर एक महत्त्वपूर्ण दलहनी एवं सब्जी फसल है. यह दूसरी नकदी फसलों की तुलना में अधिक उगाई जाती है. हरी मटर प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन जैसे कई खनिज का प्रमुख स्रोत है. मटर की जैविक खेती आज की जरूरत है.