फेंगशुई से लाए खुशहाली

भारतीय वास्तुशास्त्र भूमि खरीदने से लेकर उसके निर्माण और फिर भवन की आंतरिक व्यवस्था पर पूर्ण रूप से विचार करता है जबकि 'चीनी फेंगशुई' विभिन्न उपायों द्वारा निर्मित भवन या फ्लैट्स की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के विषय में बताता है, अर्थात् फेंगशुई एक रेमेडियल शास्त्र है जो भवन में बिना किसी तोड़-फोड़ के, थोड़े से परिवर्तन या किन्हीं • वस्तु विशेष द्वारा सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने पर बल देता है ताकि मनुष्य सुख-समृद्धि, वैभव एवं सफलता प्राप्त कर सके। फेंगशुई में वस्तु विशेष को महत्त्व दिया गया है, जिन्हें भवन में स्थापित करके आप सुखमय जीवन व्यतीत कर सकते हैं-
• फुक, लुक और साऊ को क्रमशः सुखसमृद्धि, उच्च श्रेणी और दीर्घायु का देवता माना जाता है। फुक अन्य दोनों देवताओं से लंबे हैं, जिन्हें बीच में रखा जाता है। इनकी पूजा नहीं की जाती। तीनों देवताओं की मूर्तियों को घर के बैठक कक्ष में रखने से सुख, सौभाग्य, सम्मान, ऐश्वर्य, सफलता एवं दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
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