जब भगवान बन जाएँ व्यवधान, - तो कौन करे समाधान?
Akhand Gyan - Hindi|February 2020
पूरी सृष्टि को बंधनमुक्त करने वाले श्रीराम आज लीला करते हुए स्वयं नागपाश में बँधे हुए थे। सभी - वानर और भालू व्याकुल थे। लेकिन नारद जी जानते थे कि गरुड़ जी इस पाश को काट सकते हैं। इसलिए उन्होंने उनसे जाकर कहा- 'हे गरुड़! आप तो भगवान विष्णु को अपनी पीठ पर सुशोभित कर चला करते हैं। चला भी क्या, उड़ा करते हैं।
जब भगवान बन जाएँ व्यवधान, - तो कौन करे समाधान?

जो प्रभु का भार अपनी पीठ पर उठा ले, भला उसके लिए प्रभु को नागपाश से मुक्त करना कौन सी बड़ी बात है?' गरुड़ जी इस सेवाकार्य को पूर्ण करने के लिए तुरन्त तैयार हो गए।

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एका बना वैष्णव वीर!
Akhand Gyan - Hindi

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April 2021
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April 2021
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April 2021
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Akhand Gyan - Hindi

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March 2021
ठंडी बयार
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