मृदा परीक्षण उद्देश्य, आवश्यकता एवं नमूना लेने का तरीका
Modern Kheti - Hindi|15th March 2024
मिट्टी में पोषक तत्वों के स्तर की जांच करके फसल एवं किस्म के अनुसार तत्वों की सन्तुलित मात्रा का निर्धारण कर खेत में खाद एवं उर्वरक मात्रा की सिफारिश हेतु।
डॉ. विनोद कुमार, डॉ. विजय पाल यादव एवं डॉ. अशोक देशवाल
मृदा परीक्षण उद्देश्य, आवश्यकता एवं नमूना लेने का तरीका

मृदा परीक्षण क्या है:

खेत की मिट्टी में पौधों की समुचित वृद्धि एवं विकास हेतु आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्ध मात्राओं का रसायनिक परीक्षणों द्वारा आंकलन करना साथ ही विभिन्न मिट्टी की समस्याओं जैसे मृदा लवणीयता, क्षारीयता एवं अम्लीयता की जांच करना मृदा परीक्षण कहलाता हैं।

मृदा परीक्षण के उद्देश्य: 

सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी ज्ञात करना।

समस्या ग्रस्त भूमि में समस्या के स्तर एवं सुधार के लिए सुझाव देना।

बाग लगाने के लिए खेत की मिट्टी की उपयुक्ता ज्ञात करना।

मृदा उर्वरता मानचित्र तैयार करने के लिये। यह मानचित्र विभिन्न फसल उत्पादन योजना निर्धारण के लिये महत्वपूर्ण होता है तथा क्षेत्र विशेष में उर्वरक उपयोग सबंधी जानकारी देता है।

मृदा परीक्षण की आवश्यकता: 

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