क्या है मनरेगा की कृषि में भागेदारी?
Modern Kheti - Hindi|15th December 2024
ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से कमियां पूरी करें और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए संबंधित विभागों से कनवरजैंस के लिए जोर दिया जाता है। जैसे खेतीबाड़ी, बागवानी, वानिकी, जल संसाधन, सिंचाई, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, नेशनल रूरल लिवलीहुड मिशन और अन्य प्रोग्रामों के सहयोग से जो कि मनरेगा अधीन निर्माण की संपति की क्वालिटी को सुधारना और टिकाऊ बनाया जा सके।
अशोक कुमार
क्या है मनरेगा की कृषि में भागेदारी?

पिछले अंक का शेष

8. बागवानी के लिए वृक्ष लगाने की विधि :

संयुक्त एवं निजी भूमियों पर फलदार वृक्ष लगाना बहुत महत्वपूर्ण है, मुख्य तौर पर 1. आहारीय तत्वों के लिए 2. आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए 3. पर्यावरण में सुधार के लिए। मनरेगा स्कीम अधीन बागवानी/कृषि विभाग के सहयोग से खाली, बंजर एवं गहाई के बिना पड़ी भूमियों को इस्तेमाल में लाने को प्रोत्साहित करती है। स्कीम पांच वर्षों तक सहयोग देती है। ताकि 100 प्रतिशत पौधे बच जायें। निजी भूमियों पर, माकूल स्थितियों में, टिशू कल्चर से तैयार पौधों द्वारा प्रतीक्षा अवस्था को कम किया जा सकता है जिससे अधिक उत्पादन भी लिया जा सकता है। तुपका सिंचाई को प्रोमोट किया जाना चाहिए। राज्य सरकार को लाभपात्रों की जानकारी के लिए चुनी गई किस्मों की काश्त के लिए सिफारिशों सहित की जाने वाली कार्रवाईयों के बारे में एक पुस्तक प्रकाशित की जानी चाहिए (स्थानीय भाषा में जो 10 पन्नों से अधिक न हो)। बाकी की जानकारी मैनूअल में विस्तार से दी गई है।

नर्सरी तैयार करना :

नर्सरी वह स्थान है जहां गुणवत्ता भरपूर पौधे तैयार किये जाते हैं। पौधों के कामयाब होने के लिए नर्सरी में तैयार पौधों की क्वालिटी सबसे महत्वपूर्ण है। समय के आधार पर नर्सरियां मुख्य तौर पर दो प्रकार की होती हैं-

1. पक्की (पर्मानेंट) 2. कच्ची (टैंपरेरी)। लंबे समय के प्रोग्राम के लिए जो कि पांच वर्ष से अधिक चलना हो, उचित बुनियादी ढांचे से लैस पक्की नर्सरियां बनाई जानी चाहिएं। पांच वर्ष या इससे कम समय के प्रोग्राम के लिए कच्ची या अर्ध पक्की नर्सरियां बनाई जा सकती हैं। नर्सरी को स्थापित करने के लिए नर्सरी में बढ़िया क्वालिटी के पौधे तैयार करने के लिए आवश्यक जानकारी स्कीम की गाईडलाईनज एवं बागवानी विभाग से मिल जायेगी।

भूमि की तैयारी और सिंचाई प्रबंध :

सीमांत, खराब एवं खाली स्थानों पर वृक्ष लगाएं अथवा बागवानी करने से पहले तैयार करना आवश्यक है। इसमें निम्नलिखित कार्य आते हैं :

1. झाड़ियों को साफ करना।

2. पत्थर कंकर निकालने

3. खेतों में बांध बनाना

4. खेतों में तालाब बनाना।

5. कुएं बनाना

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