बलात्कार से पैदा बेटे का 'मिशन मदर' 28 साल बाद मिला न्याय
Manohar Kahaniyan|November 2022
क्षमा सिंह 13 साल की उम्र में अपने नाजायज बच्चे को किसी और की गोद में डाल कर गुमनाम हो गई थी. किंतु वही बच्चा 12 साल बाद जब विकास के रूप में मिला, तब उस ने मां को न्याय दिलाने की कसम खाई. क्षमा सिंह के बलात्कारियों ने शायद ही सोचा भी होगा कि उन्हें सजा दिलाने वाला उन का ही बेटा निकलेगा, जो दुष्कर्म से पैदा हुआ था. पढ़िए, ढाई दशक के दौरान दोनों की करवटें बदलती जिंदगी में उतारचढ़ाव की दास्तान इस अपराध कथा में ...
आर. के. राजू
बलात्कार से पैदा बेटे का 'मिशन मदर' 28 साल बाद मिला न्याय

विकास अग्निहोत्री जब भी शाहजहांपुर में मातापिता के दूसरे रिश्तेदारों से मिलता था, तब उसे अकसर ताने सुनने को मिलते थे, "तुम्हारे असली मांबाप तो कोई और हैं. तुम गोद लिए हुए नकली बेटे हो." जबकि वह अग्निहोत्री दंपति की 3 संतानों में दूसरे नंबर पर था. 'नकली बेटा' शब्द कानों में गर्म शीशे की तरह पड़ते थे और मन कचोटने लगता था.

जब वह 10 साल का हुआ, तब एक बार पिता राजेश अग्निहोत्री से उस ने जानने की जिद कर दी कि उस के असली मांबाप कौन हैं? उस की जिद पर राजेश ने असली मां का पता बता दिया, जो लखनऊ में रहती थी. उस के असली बाप के बारे में उन्हें भी कोई जानकारी नहीं थी.

विकास ने राजेश को साथ ले जा कर अपनी मां से मिलवाने के लिए कहा. किंतु राजेश ने आजकल करते हुए 2 साल निकाल दिए. एक दिन राजेश को कुछ बताए बगैर विकास खुद लखनऊ जा पहुंचा.

बताए गए पते पर वह पहुंचा तो वहां क्षमा सिंह मिली. विकास ने जब उन्हें राजेश अग्निहोत्री के बारे में बताया तब उसे देख कर वह हतप्रभ रह गई. झट से गले लगा लिया. विकास को समझते देर नहीं लगी. भावुक हो गई. आंखों से आंसू निकल आए. खुशी के आंसू विकास की आंखों से भी निकलने लगे.

क्षमा सिंह से रोते हुए विकास ने बताया कि वह अब उन के पास रहने के लिए आया है. अब राजेश अग्निहोत्री के घर नहीं जाएगा. उस ने यह भी बताया कि वह जहां था, वहां उसे जरा भी प्यार नहीं मिलता था. सभी उसे दुत्कारते रहते थे. यहां तक कि राजेश भी उसे पापा कह कर बुलाने से मना करते थे.

यह सुन कर क्षमा का दिल और भर आया. पहली बार गले लगे बेटे विकास से बोली, "कोई बात नहीं बेटा, अब तुम यहीं रहना."

इस तरह विकास की नई जिंदगी शुरू हो गई. उसे अपनी मां मिल गई थी और परिवार में उस से 2 साल कम उम्र का एक भाई भी मिल गया था.

लखनऊ में क्षमा सिंह अपने 5 साल के बेटे के साथ रहने के लिए आई थी. जीविका चलाने के लिए ब्यूटीपार्लर में काम करती थी. विकास जल्द ही परिवार में घुलमिल गया था. क्षमा भी 2 बेटों को पा कर खुद को धन्य महसूस करने लगी.

This story is from the November 2022 edition of Manohar Kahaniyan.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the November 2022 edition of Manohar Kahaniyan.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM MANOHAR KAHANIYANView All
तांत्रिक के बहकावे में दी बेटी की बलि
Manohar Kahaniyan

तांत्रिक के बहकावे में दी बेटी की बलि

मामला मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र का है. यहां बेलदा गांव में रहने वाला गोपाल कश्यप और उस की बीवी ममता पर अपनी एक माह की बेटी की बलि देने का आरोप है. पुलिस के अनुसार दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.

time-read
1 min  |
November 2024
दूसरे धर्म के प्रेमी ने की हत्या
Manohar Kahaniyan

दूसरे धर्म के प्रेमी ने की हत्या

सलीम नाम के युवक ने अपने दोस्तों के साथ मिल कर 19 साल की अपनी प्रेग्नेंट प्रेमिका की हत्या कर शव दफना दिया. को खुलासा तब हुआ, जब 26 अक्तूबर किशोरी का शव बरामद किया गया.

time-read
1 min  |
November 2024
बीवी की हत्या से खुला दोस्त की पत्नी की हत्या का राज
Manohar Kahaniyan

बीवी की हत्या से खुला दोस्त की पत्नी की हत्या का राज

बीवी ब्यूटीशियन और पति एक नंबर का नशेड़ी और बेशर्म. ऊपर निकम्मा व बेरोजगार. आखिर कितने दिन निभती. उन की जिंदगी के मैदान से ले कर मन तक में भी कोहराम मच गया था.

time-read
2 mins  |
November 2024
भाई ने कर दी भाई की हत्या
Manohar Kahaniyan

भाई ने कर दी भाई की हत्या

भाभी का देवर से हंसीमजाक बहुत ही 'सामान्य बात है, किंतु यही जब अवैध संबंध में बदल जाता है, तब मानो दोनों के सिर से पानी गुजरने जैसी स्थिति बन जाती है.

time-read
1 min  |
November 2024
हनीट्रैप गैंग में ऐसे फंसते थे लोग
Manohar Kahaniyan

हनीट्रैप गैंग में ऐसे फंसते थे लोग

जेल से छूटने के बाद फिरोज ने 7 लोगों के साथ हनीट्रैप का एक गैंग बना लिया था. गैंग में शामिल निशा और जुनैदा फोन से नए लोगों से बात कर दोस्ती करतीं और शारीरिक संबंध बनाने के लिए किसी होटल में बुलाती थीं. इस के आगे का काम गैंग के अन्य सदस्य करते थे. फिर शुरू होती थी शिकार से लाखों रुपए की वसूली. आप भी जानें कि ऐसे गैंग से कैसे बचा जाए?

time-read
3 mins  |
November 2024
बड़ौदा के महाराजा का जहरीला कारनामा
Manohar Kahaniyan

बड़ौदा के महाराजा का जहरीला कारनामा

बड़ौदा के 11वें शासक मल्हारराव गायकवाड़ के शासन में गुंडागर्दी और अराजकता चरम पर पहुंच गई थी. तब अंगरेज शासकों ने राबर्ट फेयर को रेजीडेंट के रूप में नियुक्त किया. लेकिन मल्हारराव ने जिस तरह राबर्ट फेयर को मारने की कोशिश की, वह उन्हीं के गले की ऐसी फांस बन गई कि .....

time-read
2 mins  |
November 2024
महानगरों में जड़ें जमाता ड्रग्स का कारोबार
Manohar Kahaniyan

महानगरों में जड़ें जमाता ड्रग्स का कारोबार

गुजरात ऐसा राज्य है, जहां पर सुशासन क दुहाई देने वाली भाजपा की सरकार लंबे समय से है. इस के बावजूद इस राज्य के बंदरगाह पर भारी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी जा रही है. यहीं से ड्रग्स अन्य राज्यों में पहुंचाई जाती है. महानगरों के युवा बड़ी तेजी से ड्रग्स की गिरफ्त में आखिर क्यों आते जा रहे हैं?

time-read
1 min  |
November 2024
साधु के भेष में मिला 300 करोड़ का घोटालेबाज
Manohar Kahaniyan

साधु के भेष में मिला 300 करोड़ का घोटालेबाज

300 करोड़ रुपए का घोटाला कर एक क्रेडिट सोसाइटी का डायरेक्टर साधु बन कर मंदिरों में प्रवचन करने लगा. पुलिस की आंखों में 14 महीने से धूल झोंक रहे इस नटवरलाल को दबोचने के लिए आखिर कैसा कैसा चोला धारण करना पड़ा? पढ़िए, इस रोचक कहानी में....

time-read
2 mins  |
November 2024
इश्क में अंधे वकील ने ली बीवी की जान
Manohar Kahaniyan

इश्क में अंधे वकील ने ली बीवी की जान

कहने को तो विशाल चौहान कानून का रखवाला था, लेकिन उस ने बीवी बच्चों के रहते न सिर्फ छोटे भाई की पत्नी को फांस रखा था, बल्कि दोस्त की बहन से शादी करने की तैयारी कर रहा था. एक ने वकील होते हुए उस ने कानून तोड़ने का जो दुस्साहस किया था, उस के अंजाम में उस की 35 वर्षीय पत्नी वर्षा गोलियों का शिकार हो गई. आखिर किस कदर बिछती चली गई जुर्म की बिसात? पढ़ें, सब कुछ इस कथा में....

time-read
2 mins  |
November 2024
विवाहिता के प्यार में 4 हत्याएं
Manohar Kahaniyan

विवाहिता के प्यार में 4 हत्याएं

सरकारी टीचर सुनील गौतम अपनी पत्नी पूनम भारती और 2 बेटियों के साथ अमेठी में रहता था. वह अपने काम से काम रखता था. फिर एक दिन किसी ने सुनील, उस की पत्नी और दोनों बेटियों को घर में घुस कर गोलियों से भून डाला. आखिर कौन था हत्यारा और क्यों की उस ने ये हत्याएं ?

time-read
1 min  |
November 2024