कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना
Satyakatha|November 2022
फायजा अपने अब्बू अम्मी की इकलौती संतान थी, इसलिए वह उन की बहुत ज्यादा लाडली थी. जवानी की दहलीज पर चढ़ते ही वह हसन को दिल दे बैठी. बेइंतहा प्यार करने वाले हसन ने भी अपने सीने पर फायजा के नाम का टैटू गुदवा लिया था. इसी दौरान फायजा के पैर दूसरे युवक नाजिम की ओर बढ़ गए. इस के बाद जो हुआ...
प्रकाश पुंज
कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना

हली अगस्त, 2022 को शाम के करीब 6 बजे का समय था. रामपुर जिले के गांव जालिफ नगला की रहने वाली आसिफा और उन की बेटी फायजा ही उस समय घर पर थी. उस दिन फायजा का दोस्त हसन भी उस से मिलने आया हुआ था. इसलिए वह उसी के साथ बैठी थी. थोड़ी देर पहले ही उस ने हसन को चायनाश्ता कराया था. हसन अकसर फायजा से मिलने आता रहता था. उसी समय आसिफा को कोई काम याद आया तो वह दूसरी मंजिल पर चली गई.

वहां जाते ही आसिफा अपने काम में लग गई. आसिफा को काम में लगे कोई आधा घंटा हुआ था, तभी नीचे से फायजा के चीखने की आवाज आई. बेटी के चीखने की आवाज सुनते ही आसिफा पागलों की तरह नीचे की ओर दौड़ी. नीचे आने के बाद उस ने जो मंजर देखा, उसे देखते ही उस की भी चीख निकल गई.

हसन के हाथ में चाकू था. वह उसी चाकू से फायजा पर बेरहमी से वार कर रहा था.

चाकू के अनगिनत वार से फायजा के सारे कपड़े खून से तरबतर हो गए थे. बेटी की हालत देख आसिफा ने हसन के हाथ से चाकू छीनने की कोशिश की. लेकिन हसन उन्हें धक्का दे कर भाग गया. उस ने कभी सोचा भी नहीं था कि जो हसन उस की बेटी को जी जान से चाहता है, आज वही उस की जान का दुश्मन बन जाएगा.

हसन के घर से भागते ही आसिफा ने फायजा को संभालने की कोशिश की. लेकिन अधिक खून निकल जाने के कारण वह बेहोश हो गई थी. जब आसिफा को लगा कि फायजा की जान खतरे में है तो उस ने घर के बाहर आ कर सहायता के लिए जोरजोर से चिल्लाना शुरू किया.

अचानक आसिफा के रोनेचिल्लाने की आवाज सुन कर पड़ोसी उस के घर पर जमा हो गए थे. आसिफा ने तभी इस की सूचना अपने पति नन्हे को दी. घर पहुंच कर नन्हे ने गांव वालों की सहायता से बेटी को किसी तरह से अस्पताल पहुंचाया.

लेकिन अस्पताल में डाक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया था. उस के बाद उस के घर वाले शव ले कर घर चले आए थे. फायजा के शव को घर लाते ही गांव वालों ने इस की सूचना थाना मिलक पुलिस को दे दी.

This story is from the November 2022 edition of Satyakatha.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the November 2022 edition of Satyakatha.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM SATYAKATHAView All
प्यार में पुलिस वाला बना भिरवारी, साधु और किडनैपर
Satyakatha

प्यार में पुलिस वाला बना भिरवारी, साधु और किडनैपर

पत्नी पूनम चौधरी के छोड़ कर चले जाने के बाद हैडकांस्टेबल तनुज चाहर भिरवारी बन कर उसे दरदर तलाशता रहा. उस की मेहनत रंग लाई. पूनम ने उस के साथ जाने को मना कर दिया तो वह 11 महीने के बच्चे को किडनैप कर ले गया. इस दौरान उस बच्चे और किडनैपर तनुज के बीच ऐसा आत्मीय संबंध बन गया कि...

time-read
3 mins  |
October - November 2024
नागिन बन कर पति की डस गई ज्योति
Satyakatha

नागिन बन कर पति की डस गई ज्योति

एक बच्चे की मां ज्योति अपने ममेरे देवर सुरेंद्र के साथ खूब गुलछर्रे उड़ा रही थी. एकडेढ़ साल से उन के बीच यह संबंध बिना किसी रुकावट के चल रहे थे. फिर अचानक ऐसा क्या हो गया कि ज्योति को अपने पति महावीर शरण कौरव की हत्या कराने के लिए मजबूर होना पड़ा?

time-read
3 mins  |
October - November 2024
फिर चिंघाड़ेगा हजारों साल पुराना मैमथ हाथी
Satyakatha

फिर चिंघाड़ेगा हजारों साल पुराना मैमथ हाथी

विशालकाय हाथी मैमथ को फिर सेपृथ्वी पर जिंदा करने की कोशिश में जुटे वैज्ञानिकों को सफलता मिलती नजर आ रही है. इस काम में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए समेत बड़े उद्योगपति पैसा लगा रहे हैं.

time-read
1 min  |
October - November 2024
मल्लिका शेरावत की हुई वापसी
Satyakatha

मल्लिका शेरावत की हुई वापसी

मर्डर मूवी से लोकप्रिय हुई मल्लिका शेरावत ने लंबे अरसे बाद बौलीवुड में वापसी की है. उस की आने वाली फिल्म 'विक्की विद्या का वो वाला वीडियो' में वह कामेडी करती नजर आ रही है. जितनी चर्चा इस फिल्म की हो रही है, उतनी ही चर्चा इस के रिलीज से पहले मल्लिका के इंटरव्यू की हो चुकी है. जिस में उस ने एक सुपरहिट कामेडी मूवी के कोस्टार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

time-read
1 min  |
October - November 2024
विवाहिता के इश्क में जान गंवा बैठा शादाब
Satyakatha

विवाहिता के इश्क में जान गंवा बैठा शादाब

मरजीना पति को छोड़ कर प्रेमी शादाब के साथ लिवइन रिलेशन में रहने लगी थी. फिर उन के बीच ऐसा क्या हुआ कि मरजीना ने ही प्रेमी की जान ले ली....

time-read
3 mins  |
October - November 2024
व्यापारी के बेटे के किडनैप की सरगना निकली ट्यूटर
Satyakatha

व्यापारी के बेटे के किडनैप की सरगना निकली ट्यूटर

रचिता वत्स साड़ी कारोबारी मनीष कनौडिया के बेटे कुशाग्र को कई सालों ट्यूशन पढ़ाती थी. कनौडिया परिवार रचिता को घर के सदस्य की तरह ही मानता था और समयसमय पर रचिता की आर्थिक सहायता भी करता रहता था. इस के बावजूद रचिता ने अपने प्रेमी प्रभात शुक्ला से कुशाग्र का न सिर्फ किडनैप करा दिया बल्कि प्रभात ने उस की हत्या भी कर दी. आखिर रचिता और प्रभात ने यह क्यों किया?

time-read
3 mins  |
October - November 2024
प्रेमिका को काटा सूटकेस और गदर्द में लपेटा
Satyakatha

प्रेमिका को काटा सूटकेस और गदर्द में लपेटा

30 वर्षीय खुशबू की लाश का एक पैर धान के खेत में पड़े सूटकेस में मिला था तो दूसरा पैर डेढ़ सौ मीटर दूर पड़े दूसरे सूटकेस में था. वहां से 300 मी दूर में सिला हुआ उस का धड़ मिला. ब्यूटीपार्लर में काम करने वाली खुशबू की इतनी निर्ममतापूर्वक हत्या किस ने और क्यों की? पढ़ें, लव अफेयर्स की यह दिलचस्प कहानी.

time-read
4 mins  |
October - November 2024
प्रेमी का सिर काट कर क्यों ले गई मेहनाज
Satyakatha

प्रेमी का सिर काट कर क्यों ले गई मेहनाज

20 वर्षीय मेहनाज ने गन्ने के खेत में ले जा कर अपने 22 वर्षीय प्रेमी सोनू के पैर रस्सी से बांध दिए. इस के बाद मेहनाज के भाई सद्दाम अंसारी ने छुरी से सोनू की गरदन काट कर सिर धड़ से अलग कर दिया. फिर दोनों भाईबहन उस का सिर थैले में रख कर ले गए. आखिर मेहनाज क्यों बनी प्रेमी की कातिल?

time-read
3 mins  |
October - November 2024
हैक क्राइम्स औनलाइन
Satyakatha

हैक क्राइम्स औनलाइन

डिजिटल क्रांति आने के बाद साइबर अपराध तेजी से बढ़ने लगा है. सैकड़ों मील दूर बैठे साइबर अपराधी बड़ी आसानी से लोगों और संस्थाओं को निशाना बना रहे हैं. वेब सीरीज 'हैक क्राइम्स औनलाइन' में डायरेक्टर परमीत सेठी ने इस समस्या से रूबरू कराने की कोशिश तो की है, लेकिन.....

time-read
4 mins  |
October - November 2024
आईसी-814 द कंधार हाईजैक
Satyakatha

आईसी-814 द कंधार हाईजैक

इस वेब सीरीज में आतंकियों द्वारा हाइजैक की गई इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या आईसी-814 की कहानी को दिखाया गया है, जिस में सरकार 7 को हाईजैकर्स की मांगों को मानते हुए खूंखार आतंकी रिहा करने पड़े थे.

time-read
3 mins  |
October - November 2024