सोशल मीडिया पर पिछले साल 'कच्चा बादाम' गाना काफी चर्चा में रहा। इसकी इतनी धूम रही कि हर कोई इसको सुनकर नाचने लगता था। हैरानी की बात यह थी कि यह गाना किसी गायक ने नहीं, बल्कि एक मूंगफली बेचने वाले भुबन बड्याकर ने गाया था। वह गांव-गांव जाकर इसी गीत को गाते हुए अपनी मूंगफली बेचता था। एक दिन किसी शख्स को यह गीत पसंद आ गया। उसने भुबन की तारीफ करते हुए वीडियो बना ली। उसके बाद गायक और संगीतकार नज्मू रीचैट ने इस गाने को इंटरनेट पर अपलोड कर दिया। कुछ ही दिनों में 'कच्चा बादाम' सुर्खियों में आ गया। यहां तक कि सोशल मीडिया पर कच्चा बदाम डांस चैलेंज भी शुरू हो गया। यह गाना सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि तंजानिया और दक्षिण कोरिया में भी बहुत लोकप्रिय हुआ। दूर-दूर से लोग मिलने के लिए भुबन के पास पहुंचने लगे। गायक बनने का भुबन का सपना सोशल मीडिया के जरिये अचानक सच हो गया। सोचो मां, सोचो! यह मैं ऐसे ही नहीं बता रहा, मैं चाहता हूं कि आप भी अपने अचार-पापड़ के शौक को लघु उद्योग में बदल सकती हो। वह भी कम से कम खर्च में, सोशल मीडिया के जरिये। सुहास ने अपनी मां को समझाया।
लेकिन सुहास की बात में कितनी सच्चाई है? कहीं आपको भी तो सोशल मीडिया मौज-मस्ती का मंच या समय की बर्बादी नहीं लगता? सोशल मीडिया के नकारात्मक पहलू तो जगजाहिर हैं, लेकिन क्या आपने कभी इसके सकारात्मक पहलुओं के बारे में सोचा है? जैसे हर बात के दो पहलू होते हैं, वैसे ही सोशल मीडिया के भी दोनों पहलुओं पर विचार करने की जरूरत है। जानकार कहते हैं, सोशल मीडिया नौकरी, लघु उद्योग या कॅरिअर की राह के लिए एक बेहतरीन मंच है। खासकर, जब आप कॅरिअर की तलाश में हों। पिछले कुछ सालों में अगर इसका नकारात्मक रूप सामने आया है तो सकारात्मक प्रयोगों में भी कमी नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोशल मीडिया का प्रयोग अगर सही तरीके से किया जाए तो इससे न केवल काम करने का नया नजरिया मिलता है, बल्कि लक्ष्य कैसे पूरा करें जैसी जानकारी का आदान-प्रदान और दूसरे के अनुभवों से लाभ उठाने का अवसर भी मिलता है।
• हुनर चहारदीवारी की कैद बाहर
This story is from the May 12, 2023 edition of Rupayan.
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मन की साफ-सफाई
अचानक रीना ने गंभीर होते हुए कहा, \"मीता, मैं सोचती हूं, क्यों मन की सफाई भी कर लूं। आखिर भगवान जी हमारे दिल में ही तो विराजते हैं।\"
जहां देखो, बाल ही बाल
पेट्स दिन भर घर में दौड़-भाग करते हैं, इसलिए उनके बाल भी घर के हर कोने में नजर आते हैं, जिनकी सफाई आसान नहीं है।
याद रहे जन्मदिन पार्टी
आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है। अगर आप इसे यादगार बनाना चाहत हैं तो आपको थीम से लेकर ढेर सारी तैयारियां करनी होंगी।
रिश्तों का 'डे आउट'
भाई-बहन के रिश्ते में शरारत होती है और होता है ढेर सारा प्यार। अगर ये सब पीछे छूट गया है तो आपको और आपके भाई को एक 'सिबलिंग डे आउट' की सख्त जरूरत है।
निखार नहीं और अगले महीने शादी!
जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं, आपका निखार मुरझा रहा है। आपकी चिंता बढ़ गई है और तनाव दोगुना हो गया है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको प्राकृतिक तरीकों और एक सही ब्यूटी रूटीन पर भरोसा करना चाहिए।
मंद-मंद मुस्कुराती सर्दी में आप
सर्दी ने अपने पंख फैल लिए हैं। ठंड का अहसास होने लगा है। इस सुहावने मौसम में आपको जरूरत है अदरक वाली चाय की चुस्की और आरामदेह तथा स्टाइलिश लिबास की।
थोड़ी बोरियत भी अच्छी!
क्या आप भी कोई काम करते-करते बोर हो जाती हैं, तो अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाने के बजाय खुद को बोरियत की भावना में डूबने दें। जानकार कहते हैं कि बोरियत के कुछ पल आपकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को अनलॉक करने में मदद कर सकते हैं।
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जब मन हुआ, कुछ खा लिया। जब मन हुआ, कुछ पी लिया। मन नहीं भरता। कभी-कभी तो आधी रात में भी खाने की तलब लगती है। लेकिन क्या आपके शरीर को भोजन की इतनी जरूरत है?
अस्तित्व की तलाश
फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?
इस आदत को बदल डालें
कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?