हम सबके जीवन में आपाधापी मची रहती है। लेकिन एक उम्र के बाद सक्रियता कम होने लगती है और हम आराम पाने की स्थिति में पहुंच जाते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि कमाने-खाने की भी एक उम्र होती है। लेकिन कहावत यह भी है कि 'एज नो बार' यानी कुछ करने के लिए जिनके इरादे मजबूत हैं, उम्र उनके सामने कोई मायने नहीं रखती। ताज्जुब होता है कि ऐसे लोग उम्र के इस पड़ाव पर भी अपने मन के साथ-साथ समाज, देश और दुनिया के लिए भी बहुत कुछ करते हैं। वैसे तो दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो उम्रदराज होने के बावजूद अपने पैशन को जिंदा ही नहीं रखे हुए हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक मिसाल बने हुए हैं, लेकिन हम यहां पांच ऐसी महिलाओं की बात कर रहे हैं। इनको जानना-समझना दिलचस्प है कि आखिर कैसे इन्होंने अकेले ही समाज में अलख जगाने का कार्य किया। ऐसा कार्य, जिससे देश और समाज का भला हुआ और हो रहा है। खास बात यह है कि इसके लिए इन्होंने अकेले ही शुरुआत की। दूसरी बात, बढ़ती उम्र इनके आड़े कभी नहीं आई। इनके जज्बे को देखकर युवा पीढ़ी में भी कुछ करने का जोश भर जाता है।
1. पीड़ित महिलाओं की 'सहेली'
This story is from the June 23, 2023 edition of Rupayan.
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मन की साफ-सफाई
अचानक रीना ने गंभीर होते हुए कहा, \"मीता, मैं सोचती हूं, क्यों मन की सफाई भी कर लूं। आखिर भगवान जी हमारे दिल में ही तो विराजते हैं।\"
जहां देखो, बाल ही बाल
पेट्स दिन भर घर में दौड़-भाग करते हैं, इसलिए उनके बाल भी घर के हर कोने में नजर आते हैं, जिनकी सफाई आसान नहीं है।
याद रहे जन्मदिन पार्टी
आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है। अगर आप इसे यादगार बनाना चाहत हैं तो आपको थीम से लेकर ढेर सारी तैयारियां करनी होंगी।
रिश्तों का 'डे आउट'
भाई-बहन के रिश्ते में शरारत होती है और होता है ढेर सारा प्यार। अगर ये सब पीछे छूट गया है तो आपको और आपके भाई को एक 'सिबलिंग डे आउट' की सख्त जरूरत है।
निखार नहीं और अगले महीने शादी!
जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं, आपका निखार मुरझा रहा है। आपकी चिंता बढ़ गई है और तनाव दोगुना हो गया है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको प्राकृतिक तरीकों और एक सही ब्यूटी रूटीन पर भरोसा करना चाहिए।
मंद-मंद मुस्कुराती सर्दी में आप
सर्दी ने अपने पंख फैल लिए हैं। ठंड का अहसास होने लगा है। इस सुहावने मौसम में आपको जरूरत है अदरक वाली चाय की चुस्की और आरामदेह तथा स्टाइलिश लिबास की।
थोड़ी बोरियत भी अच्छी!
क्या आप भी कोई काम करते-करते बोर हो जाती हैं, तो अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाने के बजाय खुद को बोरियत की भावना में डूबने दें। जानकार कहते हैं कि बोरियत के कुछ पल आपकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को अनलॉक करने में मदद कर सकते हैं।
खाते-पीते आधी रात
जब मन हुआ, कुछ खा लिया। जब मन हुआ, कुछ पी लिया। मन नहीं भरता। कभी-कभी तो आधी रात में भी खाने की तलब लगती है। लेकिन क्या आपके शरीर को भोजन की इतनी जरूरत है?
अस्तित्व की तलाश
फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?
इस आदत को बदल डालें
कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?