पल भर के रिश्ते 'नैनोशिप'

न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं,
ये दुनिया के बदलते रिश्ते,
क्या जाने कैसे रंगों में ढल जाते हैं,
ये दुनिया के बदलते रिश्ते।
फिल्म बदलते रिश्ते का यह गीत दुनिया के दस्तूर का खाका खींचता है और कुछ सवाल भी करता है। लेकिन आज का समय बदल गया है और रिश्ते पल में नहीं बदलते, बल्कि पल भर के लिए ही रिश्ते बनाए जाते हैं। पल भर के लिए बनाए जाने वाले इन रिश्तों को नया नाम दिया गया है- 'नैनोशिप' ! जी हां, बहुत ही कम समय के लिए बनाए और निभाए गए रिश्ते। नैनो टेक्नॉलजी, नैनोपार्टिकल्स, नैनो कार, नैनो चिप के जमाने में संबंध भी नैनो हो गए हैं! रिश्तों का यह नया नाम यानी नैनोशिप 'जेन- जी' की दुनिया का है ! जेन-जी कहती है कि यह बड़े काम की चीज है, जिसमें नई, बिल्कुल नई पीढ़ी की सोच, खुशियां, सपने और न जाने क्या-क्या समाया हुआ है। नई पीढ़ी रिलेशनशिप, सिचुएशनशिप, टेक्स्टेशनशिप में ही खुशियां तलाशने में जुटी थी कि नैनोशिप नाम से एक अन्य एडवांस्ड टर्म सामने आ गया। अब इसको समझने के फंडे शुरू हो चुके हैं। वैसे, नैनो का मतलब जानें तो समझेंगे कि यह एक लैटिन शब्द है, जिसका अर्थ है- 'सूक्ष्म' या 'अत्यंत छोटा'। गणित में एक अरबवें भाग को नैनो कहा जाता है। विज्ञान, गणित और वस्तुओं को उनके सूक्ष्म आकार में नैनो से जान सकते हैं, लेकिन इन्सानी संबंधों में नैनोशिप के संबंध हुए, जो कि क्षणिक या सूक्ष्म अवधि के रहते हैं। कब शुरू हुए और कब खत्म हो गए, इसका गुणा-भाग लगाने की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि दोनों तरफ से ही नैनोशिप में भरोसा और सहमति है।
क्षणिक संबंधों का जमाना
This story is from the February 07, 2025 edition of Rupayan.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the February 07, 2025 edition of Rupayan.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In

समर में आपका स्टाइल बिखेरे जादू
क्या आप उनमें से एक हैं, जो हमेशा खूबसूरत दिखना चाहती हैं और फैशन से कोई समझौता नहीं करती। ऐसे में क्या आपने इस साल का समर ट्रेंड देखा?

किडनी पथरी में हो गई क्या खाएं, क्या न खाएं?
किडनी में पथरी होना आम समस्या है, लेकिन इसका तुरंत इलाज बेहद जरूरी है। चिकित्सक कहते हैं कि आप अपने खान-पान पर ध्यान देकर भी इस समस्या से निपट सकती हैं।

आपका लव एंड लॉजिकल स्टाइल
पालन-पोषण में बच्चे की देखभाल, मार्गदर्शन और शिक्षा शामिल है। इसमें प्यार और अनुशासन के साथ बच्चे को आत्मनिर्भर बनाया जाता है। लेकिन अब आप इसमें लॉजिक यानी तर्क को भी जोड़ लें।

हर कमरे की अलग जरूरत
घर में यदि कम वार्डरोब हों तो अव्यवस्था फैल जाती है और घर की सजावट फीकी हो जाती है। ऐसे में आवश्यकता होती है, हर कमरे की जरूरत के हिसाब से सही वार्डरोब बनवाने की।

तोहफे की कीमत और आपकी नीयत
तोहफे का नाम सुनते ही हर किसी का चेहरा खिल उठता है। यह केवल एक भेंट नहीं, बल्कि प्यार और स्नेह का प्रतीक होता है, जो लेने वाले और देने वाले, दोनों को संतुष्टि और खुशी देता है। लेकिन कई बार कोई उपहार आपको निराश कर जाता है। ऐसे में आपको कैसा अनुभव होता है?

हाइड्रा फेशियल का निखार
निखार जरूरी है, क्योंकि यह आत्मविश्वास बढ़ाता है। इसके लिए ढेर सारे ब्यूटी ट्रीटमेंट आ चुके हैं। इन्हीं में से एक है हाइड्रा फेशियल। जानकार कहते हैं कि यह आम फेशियल से अलग है।

आप, कपड़े और होली के रंग
होली पर रंग खेलने के बाद उनको छुड़ाने के लिए कई बार आप ऐसी चीज का इस्तेमाल करती हैं, जिससे त्वचा पर दाने, रैशेस और इंफेक्शन हो जाते हैं। तो फिर त्वचा से रंग छुड़ाने का सही तरीका क्या है?

पड़ोसी के घर में खेलता है आपका बच्चा?
क्या आपके बच्चे का सबसे अच्छा दोस्त पड़ोस में रहता है या आप अपनी व्यस्तता के कारण उसे अपनी सहेली के घर छोड़ जाती हैं? ऐसे में आपको उसे कुछ बातें सिखानी होंगी।

यादों की तिजोरी में खुशियां खोजें
त्योहारों का मौसम आते ही घरों में रौनक लौट आती है। ऐसे में बरसों पुरानी यादें भी दस्तक देती हैं, जो मीठी भी होती हैं और कड़वी भी। लेकिन ऐसे मौके पर कड़वी बातों को याद करना जरूरी है?

शिशु पर न आए कोई आंच
आप गर्भवती हैं, मगर होली पर रंग खेलने के लिए तो आपका मन भी ललचाएगा। चिकित्सकों के अनुसार, कुछ सावधानियां बरतकर आप अपने और शिशु के लिए होली को सुरक्षित बना सकती हैं।