![मुनाफा दिलाए कुंदरू की खेती मुनाफा दिलाए कुंदरू की खेती](https://cdn.magzter.com/1400326928/1716215189/articles/1kljYVnuj1716291572714/1716291840706.jpg)
यदि किसी को मोटापा, दिल की बीमारी, ब्लड शुगर और पेट से जुड़ी समस्या है, तो कुंदरू का सेवन काफी फायदेमंद होता है. इसे कैंसर, किडनी स्टोन, नर्वस सिस्टम, डिप्रैशन, थकान, मधुमेह, पाचन को दुरुस्त रखने और वजन घटाने जैसी समस्याओ को दूर करने में लाभकारी माना गया है. कुंदरू कच्चा और सब्जी के रूप में हमारे शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है.
मधुमेह के नियंत्रण के लिए कुंदरू की जड़ों और पत्तियों के रस का इस्तेमाल किया जाता है. कुंदरू के फलों को कुष्ठ रोग. बुखार, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस व पीलिया रोग के इलाज के लिए उपयोग में लाया जाता है. इस की लता को सजावटी पौधे के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.
कुंदरू की सब्जी खाने में बेहद लजीज होती है. इस के फलों को कच्चे सलाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इस की उन्नत किस्मों की खेती कर के किसान अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं.
कुंदरू की खेती चिकनी मिट्टी को छोड़ कर किसी भी भूमि में आसानी से उगाई जा सकती है. इसे उचित जल निकास वाली जीवांशयुक्त रेतीली या दोमट भूमि को उत्तम माना जाता है. चूंकि इस की लता या पौधे पानी के जमाव को सहन नहीं कर पाते हैं, इसलिए कुंदरू के पौधों को ऐसे खेत में रोपें, जहां पानी जमान होता हो.
कुंदरू की खेती औसत वर्षा वाले सभी क्षेत्रो में आसानी से की जा सकती है. कुंदरू की लताओं को एक बार रोपने के बाद तकरीबन 4 सालों तक अच्छी फलत ली जा सकती है.
कुंदरू की उन्नत किस्में
थार सुंदरी: कुंदरू की इस किस्म के फल का रंग हलके या गहरे हरे रंग का होता है. औसत पैदावार 3 किलोग्राम से 4 किलोग्राम प्रति पौध होती है.
कुंदरू की उन्नत किस्मों को विकसित करने के लिए देश के शोध संस्थानों और कृषि विश्वविद्यालयों में लगातार काम किया जा रहा है. इस के चलते बीते सालों में कुंदरू की कई उन्नत किस्मों को विकसित किए जाने में सफलता पाई गई है, जिस में से अधिक उत्पादन देने वाली किस्में निम्नलिखित हैं:
Diese Geschichte stammt aus der May Second 2024-Ausgabe von Farm and Food.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der May Second 2024-Ausgabe von Farm and Food.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
![मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/Auq90EGmB1739259079600/1739259414266.jpg)
मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा
मुरगीपालन किसानों की माली दशा को सुधारने का महत्त्वपूर्ण अंग है. मुरगीपालन से कम समय व कम खर्च में अधिक आमदनी हासिल की जा सकती है
![औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/REGSurlO11739257419124/1739257727941.jpg)
औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती
सेहत के लिहाज से फायदेमंद मानी जाने वाली कई फसलें खेती न किए जाने से विलुप्त होने के कगार पर हैं. इन में कुछ ऐसी फसलें हैं, जो न केवल अपने औषधीय गुणों के चलते खास पहचान रखती हैं, बल्कि इन में उपलब्ध पोषक गुण व्यावसयिक नजरिए से भी बेहद खास माने जाते हैं.
![बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/6ji-DiTAf1739259417869/1739259570179.jpg)
बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा
देश के इतिहास में अब एक और नया अध्याय जुड़ गया है. नक्सली हिंसा के लिए कुख्यात बस्तर अब अपनी एक नई पहचान बना रहा है. छत्तीसगढ़ का यह इलाका अब 'हर्बल और स्पाइस बास्केट' के रूप में दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.
![कुट्टू उगाने की नई तकनीक कुट्टू उगाने की नई तकनीक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/YFjGsDdFa1739258746865/1739259071421.jpg)
कुट्टू उगाने की नई तकनीक
कुट्टू की खेती दुनियाभर में की जाती है. चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, यूरोप, कनाडा समेत अन्य देशों में भी इस की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. वहीं भारत की बात करें, तो उत्तरपश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में इस की खेती अधिक की जाती है.
![फरवरी महीने में खेती के खास काम फरवरी महीने में खेती के खास काम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/-SxoiENYJ1739255745033/1739256092887.jpg)
फरवरी महीने में खेती के खास काम
फरवरी का महीना खेतीबारी के लिए बहुत अहम है, क्योंकि यह मौसम फसल और पशुओं के लिए नाजुक होता है, इसलिए किसानों को कुछ एहतियात बरतने चाहिए:
![पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/qPjpuT0p91739258048832/1739258211998.jpg)
पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा
पथरीली जमीन पर खेती करना हमेशा से चुनौती भरा होता है, लेकिन सतना जिले के कृष्ण किशोर ने 30 साल से बंजर पड़ी जमीन पर अमरूद का बगीचा लगाया और अब हर साल लाखों रुपए की आमदनी ले रहे हैं.
![वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/0pmdicyrI1739255593639/1739255743408.jpg)
वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार
खेती में अंगरेजी खाद के साथ ही जहरीली दवाओं, रासायनिक कीटनाशकों के इस्तेमाल से पैदावार तो बढ़ी, लेकिन इन का असर हवा, पानी, मिट्टी समेत पूरे माहौल पर पड़ा है.
![मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/Pr0AClHyI1739257748620/1739258042325.jpg)
मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार
मटर एक महत्त्वपूर्ण दलहनी एवं सब्जी फसल है. यह दूसरी नकदी फसलों की तुलना में अधिक उगाई जाती है. हरी मटर प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन जैसे कई खनिज का प्रमुख स्रोत है. मटर की जैविक खेती आज की जरूरत है.
![नीम से निमेटोड का समाधान नीम से निमेटोड का समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/wSveXkiGj1739258544580/1739258652023.jpg)
नीम से निमेटोड का समाधान
निटोड एक तरह का बहुत ही सूक्ष्म धागानुमा कीट होता है, जो जमीन के भीतर पाया जाता है. वैसे, निमेटोड कई तरह के होते हैं.
![बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/9ztC1qbP31739258658047/1739258730422.jpg)
बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं
यदि बछड़े को दस्त हो जाए, तो सब से पहले शरीर में पानी और इलैक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करना जरूरी है.