![सोयाबीन प्रोसैसिंग यूनिट लगा कर करें कमाई सोयाबीन प्रोसैसिंग यूनिट लगा कर करें कमाई](https://cdn.magzter.com/1400326928/1721043058/articles/RMGfnF57F1723017363157/1723017553982.jpg)
सोयाबीन फसल को दलहनी व तिलहनी दोनों तरह की फसल कहा जा सा सकता है, क्योंकि यह दाल के रूप में भी इस्तेमाल होता है और तेल निकालने के काम भी आता है. इस के अलावा सोयाबीन से अनेक पौष्टिक उत्पाद भी बनाए जाते हैं, खासकर इस से नगेट्स यानी बड़ी, चाप, सोयादूध, आटा, टोफू पनीर जैसे कई उत्पाद बनाए जाते हैं.
सोयाबीन में लगभग 40 फीसदी प्रोटीन के अलावा अनेक पोषक तत्त्व भी पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं. भारत में सोयाबीन की खेती का रकबा अब बढ़ने लगा है और सोयाबीन पैदावार के मामले में भारत 5वें नंबर पर है.
आज के दौर में सोयाबीन की खेती करना ही काफी नहीं है, बल्कि इस की प्रोसैसिंग कर अनेक उत्पाद बनाए जा सकते हैं, जो हमें कहीं अधिक मुनाफा देंगे.
सोयाबीन उत्पाद बनाने के लिए संबंधित सोयाबीन यूनिट लगानी होगी.
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![मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/Auq90EGmB1739259079600/1739259414266.jpg)
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मुरगीपालन किसानों की माली दशा को सुधारने का महत्त्वपूर्ण अंग है. मुरगीपालन से कम समय व कम खर्च में अधिक आमदनी हासिल की जा सकती है
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औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती
सेहत के लिहाज से फायदेमंद मानी जाने वाली कई फसलें खेती न किए जाने से विलुप्त होने के कगार पर हैं. इन में कुछ ऐसी फसलें हैं, जो न केवल अपने औषधीय गुणों के चलते खास पहचान रखती हैं, बल्कि इन में उपलब्ध पोषक गुण व्यावसयिक नजरिए से भी बेहद खास माने जाते हैं.
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बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा
देश के इतिहास में अब एक और नया अध्याय जुड़ गया है. नक्सली हिंसा के लिए कुख्यात बस्तर अब अपनी एक नई पहचान बना रहा है. छत्तीसगढ़ का यह इलाका अब 'हर्बल और स्पाइस बास्केट' के रूप में दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.
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कुट्टू उगाने की नई तकनीक
कुट्टू की खेती दुनियाभर में की जाती है. चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, यूरोप, कनाडा समेत अन्य देशों में भी इस की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. वहीं भारत की बात करें, तो उत्तरपश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में इस की खेती अधिक की जाती है.
![फरवरी महीने में खेती के खास काम फरवरी महीने में खेती के खास काम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/-SxoiENYJ1739255745033/1739256092887.jpg)
फरवरी महीने में खेती के खास काम
फरवरी का महीना खेतीबारी के लिए बहुत अहम है, क्योंकि यह मौसम फसल और पशुओं के लिए नाजुक होता है, इसलिए किसानों को कुछ एहतियात बरतने चाहिए:
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पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा
पथरीली जमीन पर खेती करना हमेशा से चुनौती भरा होता है, लेकिन सतना जिले के कृष्ण किशोर ने 30 साल से बंजर पड़ी जमीन पर अमरूद का बगीचा लगाया और अब हर साल लाखों रुपए की आमदनी ले रहे हैं.
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वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार
खेती में अंगरेजी खाद के साथ ही जहरीली दवाओं, रासायनिक कीटनाशकों के इस्तेमाल से पैदावार तो बढ़ी, लेकिन इन का असर हवा, पानी, मिट्टी समेत पूरे माहौल पर पड़ा है.
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मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार
मटर एक महत्त्वपूर्ण दलहनी एवं सब्जी फसल है. यह दूसरी नकदी फसलों की तुलना में अधिक उगाई जाती है. हरी मटर प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन जैसे कई खनिज का प्रमुख स्रोत है. मटर की जैविक खेती आज की जरूरत है.
![नीम से निमेटोड का समाधान नीम से निमेटोड का समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/wSveXkiGj1739258544580/1739258652023.jpg)
नीम से निमेटोड का समाधान
निटोड एक तरह का बहुत ही सूक्ष्म धागानुमा कीट होता है, जो जमीन के भीतर पाया जाता है. वैसे, निमेटोड कई तरह के होते हैं.
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बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं
यदि बछड़े को दस्त हो जाए, तो सब से पहले शरीर में पानी और इलैक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करना जरूरी है.