आयुर्वेदिक विचार के अनुसार, भोजन में ये मसाले केवल ऊर्जा का स्रोत नहीं है, बल्कि शरीर को आंतरिक रूप से ठीक करने के लिए खनिजों और सूक्ष्म पोषक तत्वों को भी उपलब्ध कराते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार मसाला खाने में स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह एंटीऑक्सीडेंट्स मिनरल माइक्रो न्यूट्रिएंट्स के पावर हाउस के जैसे भी काम करते हैं।
आइए जानते हैं प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले उन 9 मसालों के बारे में जो अपने आहार में शामिल करने चाहिए -
1 हरी मिर्च
हमारे शरीर के चयापचय को बढ़ावा देने के लिए हरी मिर्च को शीर्ष मसाले के रूप में जाना जाता है। वास्तव में, शोध कहते हैं कि हरी मिर्च खाने के तीन घंटे तक चयापचय को 50 प्रतिशत तक तेज कर सकती है। हरी मिर्च में मौजूद कैप्सेसिन में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा के स्वास्थ्य और चमक को बनाए रखने में मदद करते हैं। दिलचस्प रूप से पर्याप्त, कैप्सेसिन, हालांकि स्वाद तीखा और तासीर में गर्म है, जो शरीर के निचले तापमान को कम करने में मदद कर सकता है। विटामिन सी से भरपूर, हरी मिर्च का नियमित सेवन बार-बार होने वाली सर्दी और साइनसाइटिस से बचाता है। हरी मिर्च को कच्चा रखना सबसे अच्छा है, क्योंकि इसे पकाने पर इसकी कुछ शक्ति खो जाती है। लेकिन एक्सपर्ट के अनुसार मिर्च कच्ची न खा पाने की स्थिति में इनको पकाना बेहतर है।
2 काली मिर्च
काली मिर्च सिर्फ एक टेबल स्पाइस ही नहीं बहुत लाभदायक इम्यूनिटी बूस्टर है। यह न केवल एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। इसमें एंटी एनल्जेसिक, एंटीबायोटिक, व एंटीवायरल गुण भी शामिल हैं। तभी इसको इम्यूनिटी का पावर हाउस कहते हैं। दक्षिण भारत में, लोगों के लिए चुटकी भर काली मिर्च के साथ एक कप ब्लैक कॉफी से दिन की शुरुआत करना आम बात है। शोध बताते हैं कि यह प्रोटीन के टूटने में मदद करके पाचन में सुधार करता है। यह बैक्टीरिया के विकास के खिलाफ आंतों की भी रक्षा करता है।
3 दालचीनी
This story is from the February 2024 edition of Sadhana Path.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the February 2024 edition of Sadhana Path.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
तुलसी से दूर करें वास्तुदोष
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा हर घर-आंगन की शोभा है। तुलसी सिर्फ हमारे घर की शोभा ही नहीं बल्कि शुभ फलदायी भी है। कैसे, जानें इस लेख से।
क्यों हुआ तुलसी का विवाह?
कार्तिक शुक्ल एकादशी को तुलसी पूजन का उत्सव वैसे तो पूरे भारत में मनाया जाता है, किंतु उत्तर भारत में इसका कुछ ज्यादा ही महत्त्व है। नवमी, दशमी व एकादशी को व्रत एवं पूजन कर अगले दिन तुलसी का पौधा किसी ब्राह्मण को देना बड़ा ही शुभ माना जाता है।
बड़ी अनोखी है कार्तिक स्नान की महिमा
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का महत्त्वपूर्ण स्थान है। बारह पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा का महत्त्व सर्वाधिक है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
सिर्फ एक ही ईश्वर है और उसका नाम हैं सत्यः नानक
सिरवों के प्रथम गुरु थे नानक | अंधविश्वास एवं आडंबरों के विरोधी गुरुनानक का प्रकाश उत्सव अर्थात् उनका जन्मदिन कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु नानक का मानना था कि ईश्वर कण-कण में व्याप्त है। संपूर्ण विश्व उन्हें सांप्रदायिक एकता, शांति एवं सद्भाव के लिए स्मरण करता है।
सूर्योपासना एवं श्रद्धा के चार दिन
भगवान सूर्य को समर्पित है आस्था का महापर्व छठ । ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को करने से सूर्य देवता मनोकामना पूर्ण करते हैं। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को यह पर्व मनाया जाता है, जिस कारण इस पर्व का नाम छठ पड़ा। जानें इस लेख से छठ पर्व की महत्ता।
एक समाज, एक निष्ठा एवं श्रद्धा की छटा का पर्व 'छठ'
छठ की दिनोंदिन बढ़ती आस्था और लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि कुछ तो विशेष है इस पर्व में जो सबको अपनी ओर खींच लेता है। पूजा के दौरान अपने लोकगीतों को गाते हुए, जमीन से जुड़ी परम्पराओं को निभाते हुए हर वर्ग भेद मिट जाता है। सबका एक साथ आकर बिना किसी भेदभाव के ईश्वर का ध्यान करना... यही तो भारतीय संस्कृति है, और इसीलिए छठ है भारतीय संस्कृति का प्रतीक।
जानें किड्स की वर्चुअल दुनिया
सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जाल में सिर्फ बड़े ही नहीं बच्चे भी फंसते जा रहे हैं, जिसका परिणाम यह है कि बच्चे धीरे-धीरे वर्चुअल दुनिया में ज़्यादा व्यस्त रहने की वजह से वास्तविक दुनिया से दूर होते जा रहे हैं।
सेहत के साथ लें स्वाद का लुत्फ
अच्छे खाने का शौकीन भला कौन नहीं होता है। खाना अगर स्वाद के साथ सेहतमंद भी हो तो बात ही क्या है। सवाल ये उठता है कि अपनी पसंदीदा खाद्य सामग्रियों का सेवन करके फिट कैसे रहा जाए?
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की। इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
योगा सीखो सिखाओ और बन जाओ लखपति
हमारे पास पैसे नहीं और ललक है लखपति बनने की, ऐसी चाह वाले व्यक्ति को हरदम लगेगा कि कैसे हम बनेंगे पैसे वाले। किंतु यकीन मानिए कि आप निश्चित रूप से लखपति बन सकते हैं केवल योगा का प्रशिक्षण लेकर और योगा सिखाने से ही।