
संतुलित भोजन, धूप, स्नान और स्वच्छ वायु का प्रयोग किसी भी अवस्था में लाभदायक है। चूं प्राकृतिक चिकित्सा, प्रकृति के उचित उपयोग के द्वारा जीवन को सुखी, हर्षयुक्त और दीर्घायु बनाने पर ही सर्वाधिक बल देती है, अतः इन जीवनदायक नियमों का पालन कर केवल मोटापा ही नहीं, वरन् अन्य कई भयंकर बीमारियों से बचा जा सकता है। शरीर के तापक्रम को स्वाभाविक अवस्था में बनाए रखने के लिए निम्न साधनों और क्रियाओं का उचित प्रयोग कर मोटापा दूर किया जा सकता है।
टबबाथ (कटिस्नान)
टब ब बाथ मोटापा दूर करने का अत्यंत ही लाभदायक उपाय है। इसके लिए खास प्रकार के टब बनाए जाते हैं, जिनमें पानी भरकर आराम से पीछे सिर टिकाकर बैठा जा सकता है। इसमें केवल कमर का हिस्सा ही पानी में डूबा रहना चाहिए। इसके बाद एक छोटे तौलिए से पहले पेट पर हल्का घर्षण करना चाहिए। जिससे मोटापा घटता है। इस क्रिया को दस से तीस मिनट तक किया जा सकता है।
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क्यों पड़ती हैं चेहरे पर झुर्रियां
स्वस्थ त्वचा ही किसी भी महिला के लिए सर्वोत्तम मेकअप होती हैं, मगर झुर्रियां चेहरे से उसकी यह रौनक छीन लेती हैं। क्या हैं झुर्रियां होने के कारण और क्या हैं इनके निवारण, जानिए इस लेख के द्वारा।

त्वचा के लिए जरूरी हैं ये विटामिन और मिनरल्स
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आर्य संस्कृति के प्रतीक-शिव
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ऊर्जा का रूपांतरण
जिसे तुम 'जीवन' कहते हो या जिसे तुम ‘मैं” कहते हो, वह ऊर्जा है। तुम जितने जीवंत हो, तुम जितने जागृत हो, उतने ही तुम ऊर्जावान होते हो।

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