हिंदी के ज्ञान से सरल विज्ञान
Aha Zindagi|September 2024
पहले हमने दुनिया को विज्ञान का ज्ञान दिया और अब खुद एक विदेशी भाषा में विज्ञान पढ़ रहे हैं। इस बीच आख़िर हुआ क्या? विज्ञान आगे बढ़ गया और हिंदी पीछे रह गई या फिर हमने अपनी भाषा की क्षमता को जाने बग़ैर ही उसे अक्षम मान लिया?
कमलेश कमल
हिंदी के ज्ञान से सरल विज्ञान

बहुधा देखा गया है कि जो व्यक्ति अंग्रेज़ी भाषा में अपना नाम तक नहीं लिख सकता है, वह भी 'इंजीनियरिंग' शब्द का प्रयोग कर लेता है, लेकिन 'अभियांत्रिकी' शब्द से अपरिचित रहता है। लोग बिना विचारे हिंदी को कठिन या दुरूह कह देते हैं, जबकि तथ्य यह है कि शब्द सरल या कठिन नहीं होते, परिचित अथवा अपरिचित होते हैं।

यंत्र को समझ लीजिए

एक उदाहरण देखिए। मशीन के लिए हिंदी का शब्द है - यंत्र। यंत्र का अर्थ है, जो काम करता है, अर्थात मशीन। यंत्र से काम करने वाला व्यक्ति 'यंत्री' कहलाता है। अंग्रेज़ी में यंत्री के लिए 'मशीनिस्ट' शब्द भी है, लेकिन ऑपरेटर शब्द प्रचलन में है। सोचने की बात यह है कि 'यंत्र' और 'यंत्री' समझना और याद रखना सरल है या 'मशीन' और 'ऑपरेटर'। इतना ही नहीं, हिंदी में जो यंत्र से संबंधित है, वह 'यांत्रिक' तथा यंत्रों का विज्ञान - यंत्रविज्ञान कहलाता है। सोचना चाहिए इंजीनियरिंग सरल कैसे है और अभियांत्रिकी (अभि+यांत्रिकी) कठिन कैसे, जबकि इसका सीधा-सीधा अर्थ है- यंत्रों का विशेष ज्ञान। इसी प्रकार, अगर अंग्रेज़ी में इंजीनियरिंग साइंस हम पढ़कर समझ सकते हैं, तो हिंदी की सामान्य जानकारी से समझा जा सकता है कि अभियांत्रिकी विज्ञान (अभियांत्रिकी + विज्ञान) या अभियांत्रिकीय (अभियांत्रिकी से संबंधित) के क्या अर्थ हैं!

ध्यातव्य है कि विज्ञान एवं अभियांत्रिकी की शब्दावली या पारिभाषिकी में हिंदी की सूत्रात्मकता एक महत्वपूर्ण विशेषता है, जिससे शब्दों के अर्थ स्वतः ही स्पष्ट हो जाते हैं।

This story is from the September 2024 edition of Aha Zindagi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the September 2024 edition of Aha Zindagi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM AHA ZINDAGIView All
कथाएं चार, सबक़ अपार
Aha Zindagi

कथाएं चार, सबक़ अपार

कथाएं केवल मनोरंजन नहीं करतीं, वे ऐसी मूल्यवान सीखें भी देती हैं जो न सिर्फ़ मन, बल्कि पूरा जीवन बदल देने का माद्दा रखती हैं - बशर्ते उन सीखों को आत्मसात किया जाए!

time-read
3 mins  |
December 2024
मनोरम तिर्रेमनोरमा
Aha Zindagi

मनोरम तिर्रेमनोरमा

अपने प्राकृतिक स्वरूप, ऋषि-मुनियों के आश्रम, सरोवर और सुप्रसिद्ध मेले को लेकर चर्चित गोंडा ज़िले के तीर्थस्थल तिर्रेमनोरमा की बात ही निराली है।

time-read
3 mins  |
December 2024
चाकरी नहीं उत्तम है खेती...
Aha Zindagi

चाकरी नहीं उत्तम है खेती...

राजेंद्र सिंह के घर पर किसी ने खेती नहीं की। लेकिन रेलवे की नौकरी करते हुए ऐसी धुन लगी कि असरावद बुजुर्ग में हर कोई उन्हें रेलवे वाले वीरजी, जैविक खेती वाले वीरजी, सोलर वाले वीरजी के नाम से जानता है। उनकी कहानी, उन्हीं की जुबानी।

time-read
3 mins  |
December 2024
उसी से ग़म उसी से दम
Aha Zindagi

उसी से ग़म उसी से दम

जीवन में हमारे साथ क्या होता है उससे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम उस पर कैसी प्रतिक्रिया करते हैं। इसी पर निर्भर करता है कि हमें ग़म मिलेगा या दम। यह बात जीवन की हर छोटी-बड़ी घटना पर लागू होती है।

time-read
4 mins  |
December 2024
एक कप ज़िंदगी के नाम
Aha Zindagi

एक कप ज़िंदगी के नाम

सिडनी का 'द गैप' नामक इलाक़ा सुसाइड पॉइंट के नाम से जाना जाता है। लेकिन इस स्थान से जुड़ी एक कहानी ऐसी है, जिसने कई जिंदगियां बचाईं। यह कहानी उस व्यक्ति की है, जिसने अपनी साधारण-सी एक पहल से अंधेरे में डूबे हुए लोगों को एक नई उम्मीद की किरण से रूबरू कराया।

time-read
4 mins  |
December 2024
कौन हो तुम सप्तपर्णी?
Aha Zindagi

कौन हो तुम सप्तपर्णी?

प्रकृति की एक अनोखी देन है सप्तपर्णी। इसके सात पर्ण मानो किसी अदृश्य शक्ति के सात स्वरूपों का प्रतीक हैं और एक पुष्प के साथ मिलकर अष्टदल कमल की भांति हो जाते हैं। हर रात खिलने वाले इसके छोटे-छोटे फूल और उनकी सुगंध किसी सुवासित मधुर गीत तरह मन को आनंद विभोर कर देती है। सप्तपर्णी का वृक्ष न केवल प्रकृति के निकट लाता है, बल्कि उसके रहस्यमय सौंदर्य की अनुभूति भी कराता है।

time-read
7 mins  |
December 2024
धम्मक-धम्मक आत्ता हाथी...
Aha Zindagi

धम्मक-धम्मक आत्ता हाथी...

बाल गीतों में दादा कहकर संबोधित किया जाने वाला हाथी सचमुच इतना शक्तिशाली होता है कि बाघ और बब्बर शेर तक उससे घबराते हैं। बावजूद इसके यह किसी पर भी यूं ही आक्रमण नहीं कर देता, बल्कि अपनी देहभाषा के ज़रिए उसे दूर रहने की चेतावनी देता है। जानिए, संस्कृत में हस्ती कहलाने वाले इस अलबेले पशु की अनूठी हस्ती के बारे में।

time-read
7 mins  |
December 2024
यह विदा करने का महीना है...
Aha Zindagi

यह विदा करने का महीना है...

साल समाप्त होने को है, किंतु उसकी स्मृतियां संचित हो गई हैं। अवचेतन में ऐसे न जाने कितने वर्ष पड़े हुए हैं। विगत के इस बोझ तले वर्तमान में जीवन रह ही नहीं गया है। वर्ष की विदाई के साथ अब वक़्त उस बोझ को अलविदा कह देने का है।

time-read
4 mins  |
December 2024
सर्दी में क्यों तपे धरतीं?
Aha Zindagi

सर्दी में क्यों तपे धरतीं?

सर्दियों में हमें गुनगुनी गर्माहट की ज़रूरत तो होती है, परंतु इसके लिए कृत्रिम साधनों के प्रयोग के चलते धरती का ताप भी बढ़ने लगता है। यह अंतत: इंसानों और पेड़-पौधों सहित सभी जीवों के लिए घातक है। अब विकल्प हमें चुनना है: जीवन ज़्यादा ज़रूरी है या फ़ैशन और बटन दबाते ही मिलने वाली सुविधाएं?

time-read
6 mins  |
December 2024
उज्ज्वल निर्मल रतन
Aha Zindagi

उज्ज्वल निर्मल रतन

रतन टाटा देशवासियों के लिए क्या थे इसकी एक झलक मिली सोशल मीडिया पर, जब अक्टूबर में उनके निधन के बाद हर ख़ास और आम उन्हें बराबर आत्मीयता से याद कर रहा था। रतन किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं और महज़ दो माह पहले ही उनके बारे में काफ़ी कुछ लिखा भी गया। बावजूद इसके बहुत कुछ लिखा जाना रह गया, और जो लिखा गया वह भी बार-बार पढ़ने योग्य है। इसलिए उनके जयंती माह में पढ़िए उनकी ज़िंदगी की प्रेरक किताब। रतन टाटा के समूचे जीवन को चार मूल्यवान शब्दों की कहानी में पिरो सकते हैं: परिवार, पुरुषार्थ, प्यार और प्रेरणा। उन्हें नमन करते हुए, आइए, उनकी बड़ी-सी ज़िंदगी को इस छोटी-सी किताब में गुनते हैं।

time-read
10+ mins  |
December 2024