भाई का चोटी खींचना और बहन का शिकायत करना। छोटीछोटी बातों पर जब-तब आपस में झगड़ जाना, मां के डांटने पर अगले ही पल एक टीम बन जाना। रूठना-मनाना, एक-दूसरे की सफलता पर ताली बजाना और मौका मिलते ही एक-दूसरे को चिढ़ाना। ऐसे ही अंतरंगी अहसासों से सजता है, भाई-बहन के प्यार का रिश्ता। कई बार आपको उससे बेहतर कोई नहीं समझ पाता। यह बंधन सबसे ज्यादा मजबूत होता है। वह इसलिए क्योंकि एक विपरीत लिंग का शख्स आपको जीवन और अपने बारे में बहुत कुछ सिखा सकता है। भाई-बहन समान डीएनए का 50 फीसदी साझा करते हैं। वे एक-दूसरे की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। यह रिश्ता भाई-भाई या बहन-बहन के रिश्ते से थोड़ा अलग होता है। आमतौर पर दोनों के बीच कम दुश्मनी, कम प्रतिद्वंदिता होती है। ये एक-दूसरे के लिए अधिक समझ रखते हैं और बेहद मजबूत रिश्ता जीते हैं।
साथ सिखाता है आगे का सबक
This story is from the August 06, 2022 edition of Anokhi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the August 06, 2022 edition of Anokhi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
जेवर से बदलेगा आपका तेवर
हमेशा न तो शानदार डिजाइनर कपड़े पहने जा सकते हैं और न ही सिर से नख तक तैयार हुआ जा सकता है। ऐसे दिनों में सही जेवर का चुनाव करके आप साधारण कपड़ों में भी बेहद आकर्षक लग सकती हैं। कैसे सीखें यह गुर, बता रही हैं राघव शर्मा
कम न आंकें अपना यह दुख
कभी गौर किया है कि अधिकांश महिलाएं गर्भावस्था के तीन माह पूरे होने के बाद ही नाते-रिश्तेदारों से यह खुशखबरी क्यों साझा करती हैं? दरअसल, दुनिया भर में गर्भावस्था की पहली तिमाही में गर्भपात होना बेहद आम है। क्या हैं इसके कारण और कैसे बचें इससे, बता रही हैं डॉ. उषा प्रियंबदा
आपका अधिकार है सुरक्षित कार्यस्थल
अपनी सुरक्षा की चिंता किए बिना बेफिक्र होकर नौकरी करना हर महिला का अधिकार है। कार्यस्थल पर महिला को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए भारत में अलग से एक कानून है। क्या है यह कानून और इसके तहत क्या हैं आपके अधिकार, बता रही हैं शमीम खान
मसाज के लिए प्रभावी हैं ये टूल्स
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार सौंदर्य विशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, गुंजन तनेजा
मूंगफली के मजेदार रूप
खाली समय बिताने के लिए मूंगफली खाते हुए लोग ठंड की दुपहरी में आपको अकसर नजर आ जाएंगे। सर्दी के इस पसंदीदा स्नैक्स को और किस तरह से अपने आहार का बनाएं हिस्सा, बता रही हैं शुभांगी जैन
अपेक्षाओं के तले गुम न जाए बचपन
बच्चे के बेहतर भविष्य की आशा करने में कुछ गलत नहीं है। पर, जब यह आशा अपेक्षाओं का रूप लेकर बचपन को ही गुम करने लगे तो ठीक नहीं। अपने बच्चे से किस तरह की अपेक्षाएं करना ठीक नहीं, बता रही हैं स्वाति गौड़
और कितना करेंगी अपनी खुशियों से समझौता?
परिवार, समाज और लोगों की प्रतिक्रियाओं की परवाह में महिलाएं ऐसे रिश्तों को भी ताउम्र ढोती रह जाती हैं, जो बदले में उन्हें दुख और अपमान के अलावा कुछ और नहीं देता। क्यों जरूरी है कि इस मामले में वे अब अपनी खुशी से समझौता करना बंद कर दें, बता रही हैं ममता
खुशबू खोलेगी आपके राज
सुगंध का हमसे बहुत पुराना नाता है। किसी के व्यक्तिव के बारे में समझने में सुगंध की बड़ी भूमिका होती है। देखने-सुनने के अलावा व्यक्ति की महक उसके बारे में बहुत कुछ बयां कर देती है। अपने व्यक्तिव को कैसे बनाएं सुगंधित, बता रही हैं स्वाति शर्मा
लघु उद्योग में पुरुषों से आगे हैं हम
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
नहीं कीजिए एक्सेसरीज की अनदेखी
ठंड में शरीर पर कपड़ों की परत ही इतनी ज्यादा होती है कि एक्सेसरीज को अधिकांश लोग भूल ही जाते हैं। पर, क्या आप जानती हैं कि ठंड से बचाने और आपके लुक को आकर्षक बनाने वाली कई एक्सेसरीज को आप इस मौसम में भी अपने अंदाज का हिस्सा बना सकती हैं? कौन-कौन सी हैं ये एक्सेसरीज