जूते तो आप और हम सभी पहनते हैं, लेकिन उन में ऐसी कोई खासीयत नहीं होती कि दूसरों का ध्यान आकर्षित कर सकें. यहां हम आप को ऐसे जूतों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें देख आप यही कहेंगे, वाह क्या जूता है.
अगर आप को अपने जूतों के फीते बांधने में मशक्कत करनी पड़ती है या बच्चों को फीते बांधने में मदद करनी पड़ती है तो अब आप इस से मुक्त हो जाएं, क्योंकि फ्रांस से की कंपनी डिजिटसोल ने ऐसा जूता पेश किया है जो फीते अपनेआप बांध लेगा.
कंपनी का कहना है कि ये दुनिया के पहले स्मार्ट जूते होंगे. फीते कसने या ढीले करने के लिए भी बस एक बटन दबाना है. यही नहीं, यह पहनने वाले की कैलोरी भी काउंट करेगा और बताएगा कि इस से पहनने वाला कितने किलोमीटर चला है.
हां, इस की कीमत साधारण जूतों से कई गुना है. यह इसी वर्ष 30 हजार रुपए में उपलब्ध हो सकेगा. इस जूते को पहला इंटैलिजैंट फुटवियर कहा जा रहा है. यह पैरों को 38 डिग्री सैल्सियस तक गरम रखता है. 'स्मार्टशू' नाम का यह जूता एप से कंट्रोल होता है तथा अपनेआप टाइट और लूज हो जाता है.
जरमनी की एक कंपनी ने ऐसे जूते बनाए हैं जिन्हें पैर के हिसाब से बड़ा किया जा सकता है. मैक्य द वार्म नामक इन जूतों को एक बटन दबा कर बड़ा किया जा सकता है. और्थोपेडिक विशेषज्ञों ने भी इन जूतों को सही पाया है. इन की विशेषता है कि बच्चों के विकास के साथ उन के जूते छोटे नहीं पड़ेंगे.
न्यूयौर्क की जूते बनाने वाली एक कंपनी ने ऐसे जूते बनाए हैं जो मौसम और वातावरण के अनुकूल खुद ही परिवर्तित होने की क्षमता रखते हैं. ट्रेनर नामक इन जूतों में सूक्ष्म कंप्यूटर लगाया गया है जो कठोर या मुलायम सतह के अनुरूप जूतों को ढाल लेता है. साथ ही, यह पहनने वाले की थकान को भी मापने की क्षमता रखता है. जूतों के सोल में बैटरी लगाई गई है, जोकि 100 घंटों तक चलती है. इसे चालू करने और बंद करने का बटन भी दिया गया है.
ब्रिटेन के एक डिजाइनर ने जीपीएस तकनीक से लैस जूते तैयार किए हैं, जिन्हें पहन कर आप कभी रास्ता नहीं भूलेंगे. जी हां, इन जूतों के साथ पीसी सौफ्टवेयर और यूएसबी केबिन भी हैं. जब आप पहली बार इन्हें पहन कर घर जाते हैं तो इस में अपने घर का पता अपलोड कर सकते हैं.
This story is from the August 2022 edition of Mukta.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the August 2022 edition of Mukta.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
बौडी लैंग्वेज से बनाएं फ्रैंडली कनैक्शंस
बौडी लैंग्वेज यानी हावभाव एक तरह की शारीरिक भाषा है जिस में शब्द तो नहीं होते लेकिन अपनी बात कह दी जाती है. यह भाषा क्या है, कैसे पढ़ी जा सकती है, जानें आप भी.
औनलाइन सट्टेबाजी का बाजार गिरफ्त में युवा
दीवाली के मौके पर सट्टा खूब खेला जाता है, इसे धन के आने का संकेत माना औनलाइन माध्यमों का सहारा ले रहे हैं. मटकों और जुआखानों की युवा जाता है. जगह आज औनलाइन सट्टेबाजी ने ले ली है, जो युवा पीढ़ी को बरबाद कर रही है.
सोशल मीडिया डिटॉक्स जरूरी
युवाओं के जीवन में सोशल मीडिया हद से ज्यादा हावी होने लगा है. उन में इस का एक तरह से एडिक्शन सा हो गया है. ऐसे में जरूरी है समयसमय पर इस से डिटोक्स होने की.
दीवाली नोस्टेलजिया से बचें
कई लोग ऐसे होते हैं जो फैस्टिव नोस्टेलजिया में फंसे रहते हैं और अपना आज खराब कर रहे होते हैं जबकि समझने की जरूरत है कि समय जब बदलता है तो उस के साथ नजरिया और चीजें भी बदलती हैं.
सिर्फ ट्रैंडिग चेहरा बन कर रह गईं कुशा कपिला
इन्फ्लुएंसर कुशा कपिला ऐक्टिंग कैरियर के शुरुआती दौर में हैं. कुछ प्रोजैक्ट मिल चुके हैं लेकिन याद रखने लायक कोई भूमिका नजर नहीं आई. जरूरी है कि वे अपनी सोशल मीडिया की एकरूपता वाली आदत को छोड़ें.
कूड़े का ढेर हो गया है सोशल मीडिया
सोशल मीडिया कूड़े का ढेर जैसा है, जहां अपने मतलब की या सही जानकारी जुटाने के लिए काफी जद्दोजेहद करनी पड़ती है क्योंकि यहां बैठे इन्फ्लुएंसर्स और न्यूज फीडर बिना संपादन के कुछ भी झूठसच ठेलते रहते हैं.
इयरफोन का यूज सही या गलत
इयरफोन को हम ने अपने जीवन में कुछ इस तरह जगह दे दी है कि आसपास क्या चल रहा है, हमें खबर ही नहीं होती. मानो हर किसी की अपनी एक अलग दुनिया हो, जिस में वह और उस का यह गैजेट हो और कोई नहीं.
औनलाइन ट्रैप में फंसती लड़कियां
औनलाइन डेटिंग और सोशल मीडिया ने युवाओं को एकदूसरे से जुड़ने के नए तरीके दिए हैं, लेकिन इस के साथ ही उन के फ्रौड के शिकार होने के खतरे भी बढ़ गए हैं. पढ़ीलिखी लड़कियां भी मीठी बातों में फंस कर अपने सपनों और भावनाओं के साथसाथ आर्थिक नुकसान भी उठा रही हैं.
सैल्फमेड ऐक्ट्रैस अलाया एफ
बौलीवुड में अलाया का ताल्लुक भले फिल्मी परिवार से रहा लेकिन काम को ले कर चर्चा उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर हासिल की. उन्हें भले स्टार वाली सफलता अभी हासिल न हुई पर उन के हिस्से में कुछ अच्छी फिल्में जरूर आई हैं.
इस दीवाली कुछ क्रिएटिव तरीके से करें विश
दीवाली पर वही पुराने व्हाट्सऐप फौरवर्ड मैसेजेस पढ़ कर या भेज कर यदि आप बोर हो चुके हैं तो थोड़ी सी क्रिएटिविटी कर आप इसे इंट्रेस्टिंग बना सकते हैं और वाहवाही लूट सकते हैं. कैसे, जानिए.