बस कुछ दिन और गुजरात में चुनाव हो जाएंगे और नतीजों के जरिये हमें ये बता चल जाएगा कि सूबे में सरकार किसकी बनेगी. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस बार का गुजरात विधानसभा चुनाव अलग है. कारण गुजरात में मुकाबला कांग्रेस बनाम भाजपा न होकर भाजपा बनाम आम आदमी पार्टी है. यदि बात कांग्रेस की हो तो जैसी तैयारियां चल रही हैं महसूस यही हो रहा है कि कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव बस एक औपचारिकता है जो उसे हारना है और फिर ईवीएम हैक होने का प्रोपोगेंडा फैलाना है. चूंकि गुजरात में लड़ाई आप बनाम बीजेपी है. इसलिए जिस मुस्तैदी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात हैं, माना यही जा रहा है कि अगर पार्टी जीत दर्ज करने में नाकाम भी रही तो वो ऐसा बहुत कुछ कर देगी जिसका दंश कांग्रेस पार्टी को लंबे समय तक भोगना होगा. इसकी भी शुरुआत हो गयी है.
आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा कि किसी ने भी देश की सबसे पुरानी पार्टी को गंभीरता से नहीं लिया. गुजरात चुनावों पर अपना पक्ष रखते हुए केजरीवाल का कॉन्फिडेंस लेवल क्या है इसका अंदाजा उनकी उस बात से भी लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने ये तक कह दिया है कि गुजरात में अगर कांग्रेस 5 सीट भी ले आई तो ये बहुत बड़ी बात होगी. केजरीवाल ने कहा है कि गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. ऐसे में अब शायद ही कोई कांग्रेस को गंभीरता से ले रहा हो. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात में लोगों को परिवर्तन चाहिए. अगर लोग बदलाव नहीं चाहते, तो हमें कोई जगह नहीं मिलती. हमें 30 फीसदी वोट शेयर मिल रहे हैं. हमने पंजाब में सरकार बनाई. गुजरात में भी कुछ अलग है.5 से कम सीटों पर जीतेगी कांग्रेसः केजरीवाल ने लिख कर दिया.
This story is from the November 16, 2022 edition of Gambhir Samachar.
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क्या है हिन्दू फोबिया का कारण
हिन्दू धर्म या सनातन संस्कृति जिसकी जड़ें संस्कारों के रूप में परम्पराओं के रूप में भारत की आत्मा में अनादि काल से बसी हुई हैं. ये भारत में ही होता है जहाँ एक अनपढ़ व्यक्ति भी परम्परा रूप से नदियों को माता मानता आया है और पेड़ों की पूजा करता आया है.
भारत में कैसे कम हो पाएंगे सड़क हादसे
आंकड़ों से पता चलता है कि देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक रोड एक्सीडेंट के मामले 2020 में 3,64,796 से बढ़कर 2021 में 4,03, 116 हो गए. मौतों में 16.8% बढ़ोतरी हुई है. 2020 में 1,33,201 और 2021 में 1,55,622 लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गवाई है. साथ ही 2021 में प्रति हजार वाहनों की मौत दर 2020 में 0.45 से बढ़कर 2021 में 0.53 हो गई है. विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं तेज गति के कारण हुई हैं.
पश्चिमी यूपी में तेज होगी जाट वोट बैंक पर कब्जे की जंग
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल यानी आरएलडी की मान्यता खत्म होने से छोटे चौधरी जयंत सिंह की सियासत पर ग्रहण लग गया है. इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री और दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने सहित कई सरकारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी की राजनैतिक पारी पर यदि विश्राम लग जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
अब 'वायनाड' का क्या होगा?
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सदस्य रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि क्या चुनाव आयोग इस सीट पर जल्द ही उपचुनाव करवा सकता है? जानकारों का कहना है कि उपचुनाव की घोषणा से पहले चुनाव आयोग हर कानूनी पहलू को देखेगा और राहुल गांधी के अगले कदम पर भी आयोग की नजर रहेगी. राहुल गांधी की ओर से जल्द ही ऊपरी अदालत में अपील की जा सकती है. वहीं, चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार राहुल के अयोग्य घोषित होने के बाद वायनाड सीट पर उपचुनाव कराने से पहले तमाम पहलुओं की समीक्षा की जाएगी. आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले से तय गाइडलाइंस के अनुरूप जो नियम हैं, उनके तहत आयोग कार्रवाई करेगा. नियम के अनुसार, खाली सीट को 6 महीने के अंदर भरना होता है. सूत्रों के अनुसार, इस बार आयोग कोई फैसला लेने से पहले तमाम कानूनी पहलुओं और घटनाक्रमों की समीक्षा करेगा. दरअसल, इसी साल आयोग अपने ही कुछ फैसलों से कानूनी अड़चनों में फंसा रहा.
अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम
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कल क्या हमारा आपका बॉस कोई रोबोट होगा?
जीपीटी-4 सरीखे एआई टूल उन पर इस कदर दबाव बनाये रखेंगे कि वे जो भी काम कर रहे हैं वह तेज गति से हो और अधिक उत्पादक हो. वे उत्कृष्टता के पैमाने को बढ़ा देंगे सीईओ के लिए और एक प्रकार से अत्यधिक दक्षता के युग का सूत्रपात होगा. बड़ी प्रसिद्ध हिंदी कहावत है गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया! पता ही नहीं चलेगा कब नॉन ह्यूमन दिमाग ने, जिसे ह्यूमन ने ही बनाया है, हमें रिप्लेस कर लिया है.
ChatGPT - अगर बहुतों के लिए आपदा है तो अमेरिका के लांस जंक ने इसे अवसर में बदल दिया!
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AI अदृश्य रोबोटस के हवाले होने जा रही है हमारी जिंदगी!
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जरा सोचिए कि आप एक जगह बैठे हैं जहां आपके आस पास सब कुछ आपके ही मुताबिक है. आपके फोन ने आपको बताया कि आज आपको टाइम पर ऑफिस पहुंचने के लिए निकलना है. आप जल्दी से तैयार होते हैं और निकलते हैं अपनी कार के लिए. कार में बैठते ही आपके पास एक नोटिफिकेशन आता है, और आपकी कार की डैशबोर्ड स्क्रीन पर आगे रास्ते में पड़ने वाले ट्रैफिक का, स्क्रीनशॉट दिखता है. मतलब आपकी गाड़ी आपको बता रही है कि आज आपको नॉर्मल से ज्यादा ट्रैफिक मिलने वाला है, और आपको नए रास्ते से ऑफिस पहुंचने की सलाह दी जा रही है.