साप्ताहिक अवकाश भी शुक्रवार को ही चाहिए उसे क्योंकि उसके मोहल्ले या गांव की आबादी अब मुस्लिम बहुल हो चुकी है. और बच्चे भी इस्लामिक मान्यताओं के तहत पैदा करना चाहता है. अब्दुल ईमान के पक्के हैं और बहुत मजहबी हैं. हर इंसान को बराबर मानते हैं. उनके मजहब में कोई ऊँच-नीच या जातीय भेदभाव नहीं है. अब्दुल आमतौर पर एक ही शादी करते हैं, लेकिन कभी-कभार दो या उससे ज्यादा शादियां करनी पड़ती हैं. ऐसी शादियां 'अक्सर' पत्नी के गर्भ धारण नहीं करने की वजह से होती हैं. अभी यूपी से एक दिलचस्प मामला सामने आया था. 18 साल की एक लड़की ने अपनी ट्यूटर के पति से शादी कर ली. दोनों पत्नियां एक ही घर में राजी खुशी रह भी रही हैं. ट्यूटर, पति की शादी के लिए इसलिए राजी हुई कि वो मां नहीं बन सकती थी. मियां-बीवी राजी तो क्या करेगा काजी? इस्लाम में यह अवैध नहीं है.
इस्लाम के आधार पर कोई अब्दुल बात-बात पर पत्नी को तलाक देने की अनुमति भी पा लेते हैं. मसलन चावल में कंकड़ आ गया हो या फिर गोश्त ठीक से नहीं पका. वे चाहें तो इसके लिए अपनी पत्नी को तलाक-तलाक-तलाक कह सकते हैं. सिर्फ इतना भर या फिर अब्दुल, अरब गए हैं वहां अफसर हैं और यहां भारत में उनकी पत्नी बिना हिजाब के छज्जे पर मायके में किसी से बतिया भर ले तो मां की शिकायत पर अब्दुल फोन/स्काइप के जरिए भी तलाक-तलाक कह सकते हैं. इस्लाम ने उन्हें अधिकार दिया है. वैसे अब ट्रिपल तलाक पर मोदी जी की कृपा से क़ानून है. बावजूद कि क़ानून जैसे आया है वैसे ही ख़त्म भी किया जा सकता. और यह भी कि चावल में कंकड़ आने और चिकन ठीक से नहीं पकने की वजह से या फिर छज्जे पर मायके में बात करने से कोई मनोहर पत्नी को भले तलाक-तलाक नहीं कहे, मगर उसे पीटते पाए जाते हैं. यह भी सत्य ही है. लेकिन मनोहर की पत्नी, पति की दूसरी शादी पर राजी नहीं होती. ऐसा भी नहीं है कि देश में मनोहरों की कमी है जो योग्य वारिस की तलाश में और कुछ यूं ही- हिंदू मैरिज एक्ट का सरासर उल्लंघन कर दूसरी शादियां कर लेते हैं. असंख्य उदाहरण हैं. महाराष्ट्र में भी अभी एक ताजा मामला आया था.
This story is from the December 16, 2022 edition of Gambhir Samachar.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the December 16, 2022 edition of Gambhir Samachar.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
औद्योगिक घरानों के बंटवारे कैसे प्रेम से हों
दीपक पारेख को भारत के कोरपोरेट जगत में बहुत ही आदर भाव के साथ देखा जाता है.
क्या है हिन्दू फोबिया का कारण
हिन्दू धर्म या सनातन संस्कृति जिसकी जड़ें संस्कारों के रूप में परम्पराओं के रूप में भारत की आत्मा में अनादि काल से बसी हुई हैं. ये भारत में ही होता है जहाँ एक अनपढ़ व्यक्ति भी परम्परा रूप से नदियों को माता मानता आया है और पेड़ों की पूजा करता आया है.
भारत में कैसे कम हो पाएंगे सड़क हादसे
आंकड़ों से पता चलता है कि देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक रोड एक्सीडेंट के मामले 2020 में 3,64,796 से बढ़कर 2021 में 4,03, 116 हो गए. मौतों में 16.8% बढ़ोतरी हुई है. 2020 में 1,33,201 और 2021 में 1,55,622 लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गवाई है. साथ ही 2021 में प्रति हजार वाहनों की मौत दर 2020 में 0.45 से बढ़कर 2021 में 0.53 हो गई है. विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं तेज गति के कारण हुई हैं.
पश्चिमी यूपी में तेज होगी जाट वोट बैंक पर कब्जे की जंग
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल यानी आरएलडी की मान्यता खत्म होने से छोटे चौधरी जयंत सिंह की सियासत पर ग्रहण लग गया है. इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री और दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने सहित कई सरकारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी की राजनैतिक पारी पर यदि विश्राम लग जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
अब 'वायनाड' का क्या होगा?
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सदस्य रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि क्या चुनाव आयोग इस सीट पर जल्द ही उपचुनाव करवा सकता है? जानकारों का कहना है कि उपचुनाव की घोषणा से पहले चुनाव आयोग हर कानूनी पहलू को देखेगा और राहुल गांधी के अगले कदम पर भी आयोग की नजर रहेगी. राहुल गांधी की ओर से जल्द ही ऊपरी अदालत में अपील की जा सकती है. वहीं, चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार राहुल के अयोग्य घोषित होने के बाद वायनाड सीट पर उपचुनाव कराने से पहले तमाम पहलुओं की समीक्षा की जाएगी. आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले से तय गाइडलाइंस के अनुरूप जो नियम हैं, उनके तहत आयोग कार्रवाई करेगा. नियम के अनुसार, खाली सीट को 6 महीने के अंदर भरना होता है. सूत्रों के अनुसार, इस बार आयोग कोई फैसला लेने से पहले तमाम कानूनी पहलुओं और घटनाक्रमों की समीक्षा करेगा. दरअसल, इसी साल आयोग अपने ही कुछ फैसलों से कानूनी अड़चनों में फंसा रहा.
अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) अंतरिक्ष की दुनिया में निरन्तर नए-नए इतिहास रच रहा है.
कल क्या हमारा आपका बॉस कोई रोबोट होगा?
जीपीटी-4 सरीखे एआई टूल उन पर इस कदर दबाव बनाये रखेंगे कि वे जो भी काम कर रहे हैं वह तेज गति से हो और अधिक उत्पादक हो. वे उत्कृष्टता के पैमाने को बढ़ा देंगे सीईओ के लिए और एक प्रकार से अत्यधिक दक्षता के युग का सूत्रपात होगा. बड़ी प्रसिद्ध हिंदी कहावत है गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया! पता ही नहीं चलेगा कब नॉन ह्यूमन दिमाग ने, जिसे ह्यूमन ने ही बनाया है, हमें रिप्लेस कर लिया है.
ChatGPT - अगर बहुतों के लिए आपदा है तो अमेरिका के लांस जंक ने इसे अवसर में बदल दिया!
दुनिया के तमाम लोग ChatGPT का उपयोग करना सीखना चाहते हैं. ऐसे ही लोगों का फायदा उठाया अमेरिका में रहने वाला एक 23 वर्षीय व्यक्ति लांस जंक ने जो नए लोगों को चैट जीपीटी सिखाकर 3 महीने में लगभग 35,000 डॉलर या 28 लाख रुपये कमाए.
AI अदृश्य रोबोटस के हवाले होने जा रही है हमारी जिंदगी!
एआई इमेज जनरेशन अब भी बहुत भरा पड़ा है. आर्थिक लिहाज से देखें तो अग्रणी एआई कंपनी 'सेल्सफोर्स' सरीखी तो बन सकती है, लेकिन तकनीकी क्षेत्र की 1 ट्रिलियन डॉलर मूल्यांकन वाली अन्य कंपनियों के आस पास पहुंचना उसके लिए दूर की कौड़ी ही रहेगी.
AI आज और कल
जरा सोचिए कि आप एक जगह बैठे हैं जहां आपके आस पास सब कुछ आपके ही मुताबिक है. आपके फोन ने आपको बताया कि आज आपको टाइम पर ऑफिस पहुंचने के लिए निकलना है. आप जल्दी से तैयार होते हैं और निकलते हैं अपनी कार के लिए. कार में बैठते ही आपके पास एक नोटिफिकेशन आता है, और आपकी कार की डैशबोर्ड स्क्रीन पर आगे रास्ते में पड़ने वाले ट्रैफिक का, स्क्रीनशॉट दिखता है. मतलब आपकी गाड़ी आपको बता रही है कि आज आपको नॉर्मल से ज्यादा ट्रैफिक मिलने वाला है, और आपको नए रास्ते से ऑफिस पहुंचने की सलाह दी जा रही है.