इस आस्था से कैसे निबटें?
India Today Hindi|November 09, 2022
हिंदू देवी-देवताओं और पौराणिक गाथाओं पर बनी फिल्में तो पिछले कई दशक से भारतीय दर्शकों के मन को भाती रही हैं. लेकिन हाल के दौर में नफरत और असहिष्णुता का जो उफान आया है, उससे अब फिल्मकार भी हताश और हैरान-परेशान
सुहानी सिंह
इस आस्था से कैसे निबटें?

क्तूबर की 2 तारीख को अयोध्या में सरयू नदी का तट 'जय श्री राम' के उद्घोष और शंख तथा डमरूओं की आवाज से गुंजायमान हो उठा. मौका था 2023 की सबसे बड़ी और बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक आदिपुरुष के टीजर के अनावरण का भव्य राम की पैड़ी का घाट रामायण पर बनी इस फिल्म के 50 फुट ऊंचे विशाल पोस्टरों से सुशोभित था और टीजर की क्लिप हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में उत्सुक दर्शकों को दिखाई जा रही थी. ट्रेलर की रिलीज से पहले जिस तरह की धूमधाम और उम्मीदों का उफान था, उसे देखते हुए यह कल्पना कर पाना मुश्किल था कि फिल्म जल्द ही सोशल मीडिया पर बहिष्कार की अपील का शिकार हो जाएगी, जैसा कि हाल में कई दूसरी फिल्मों के साथ हो चुका था. 25 अक्तूबर को रिलीज हुई फैंटेसी-कॉमेडी फिल्म थैंक गॉड (2022) को भी तल्ख प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा. कारण ? वही कि इसने कथित तौर पर हिंदू भावनाएं आहत की; लोगों के कर्मों का हिसाब रखने और उसी अनुरूप पुरस्कार या दंड देने वाले हिंदू देवता चित्रगुप्त का मजाक उड़ाया.

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