मूवी बन गई मिशन
India Today Hindi|December 28, 2022
नया प्रस्थान - पंद्रह साल पहले अपने शहर हिसार में थिएटर फेस्टिवल शुरू करवाते हुए शर्मा ने कहा था: “इब तो सुरुआत सै”. अब दादा लखमी उनकी हरियाणवी प्रतिबद्धता का नया प्रस्थान है. इसके जरिए उन्होंने पूरे हरियाणवी डायस्पोरा को भी छुआ है.
शिवकेश
मूवी बन गई मिशन

नवंबर के पहले पखवाड़े में उस दिन रोहतक के आरएन सिनेमा के प्रबंधकों की सांसें फूलने लगी थीं. हाल में रिलीज हरियाणवी फिल्म दादा लखमी देखने के लिए, सोशल मीडिया पर एक युवा लोकगायक की अपील पर गांवों-कस्बों से इतनी तादाद में लोग आ पहुंचे कि सीटों पर, परदे के सामने और गैलरी में जमने के बाद उतने ही लोग बाहर जमा. काफी पसोपेश के बाद आखिरकार दूसरे ऑडिटोरियम में अजय देवगन की दृश्यम 2 का शो रद्द कर दर्शकों को उसमें ले जाया गया. एक-एक सीट पर कहीं-कहीं तो दो-दो लोग बैठने लगे. एक शो में तो कुछ महिला दर्शक फिल्म खत्म होने के बाद भी सीटों पर जमी रहीं. एक मैनेजर अनिल बताते हैं, "हमने कहा कि माताजी फिल्म खतम हो ली. तो वे कहने लगीं कि 'हम तौ दूसरा पारट भी देख कै जावांगे.' दरअसल, फिल्म के आखिर में कहा गया है कि इसका दूसरा पार्ट अभी आना है. घर के लोगों ने उन्हें इंटरवल के लिहाज से समझा भेजा था कि बीच में रुके तो जाणा मत, बैठे रहणा. बड़ी मुश्किल से उन्हें समझाया जा सका." हरियाणा में ऐसे दर्शकों की एक बड़ी तादाद थी जो दादा लखमी देखने के बहाने जिंदगी में पहली बार सिनेमाघर पहुंचे थे. कुछ जगहों पर गांवों के बुजुर्ग कहते सुने गए कि "फिलम तो चोखी सै पर लखमी चंद का सांग ना दिखाया."

Denne historien er fra December 28, 2022-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra December 28, 2022-utgaven av India Today Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA INDIA TODAY HINDISe alt
सबसे अहम शांति
India Today Hindi

सबसे अहम शांति

देवदत्त पटनायक अपनी नई किताब अहिंसाः 100 रिफ्लेक्शन्स ऑन द सिविलाइजेशन में हड़प्पा सभ्यता का वैकल्पिक नजरिया पेश कर रहे हैं

time-read
1 min  |
January 15, 2025
एक गुलदस्ता 2025 का
India Today Hindi

एक गुलदस्ता 2025 का

अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड जैसी चर्चित किताब के लेखक युवाल नोआ हरारी की यह नई किताब बताती है कि सूचना प्रौद्योगिकी ने हमारी दुनिया को कैसे बनाया और कैसे बिगाड़ा है.

time-read
4 mins  |
January 15, 2025
मौन सुधारक
India Today Hindi

मौन सुधारक

आर्थिक उदारीकरण के देश में सूत्रधार, 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया.

time-read
10+ mins  |
January 15, 2025
हिंदुस्तानी किस्सागोई का यह सुनहरा दौर
India Today Hindi

हिंदुस्तानी किस्सागोई का यह सुनहरा दौर

भारतीय मनोरंजन उद्योग जैसे-जैसे विकसित हो रहा है उसमें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी आने, वैश्विक स्तर पर साझेदारियां बनने और एकदम स्थानीय स्तर के कंटेंट के कारण नए अवसर पैदा हो रहे. साथ ही दुनियाभर के दर्शकों को विविधतापूर्ण कहानियां मिल रहीं

time-read
5 mins  |
January 15, 2025
स्वस्थ और सेहतमंद मुल्क के लिए एक रोडमैप
India Today Hindi

स्वस्थ और सेहतमंद मुल्क के लिए एक रोडमैप

स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में हमारी चुनौतियों का पैमाना विशाल है. 'स्वस्थ और विकसित भारत' के लिए मुल्क को टेक्नोलॉजी के रचनात्मक उपयोग, प्रिडिक्टिव प्रिसीजन मेडिसिन, बिग डेटा और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर कहीं ज्यादा ध्यान केंद्रित करना होगा

time-read
6 mins  |
January 15, 2025
ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की ओर
India Today Hindi

ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की ओर

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2025 में भारत की शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने, नवाचार, उद्यमिता और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक का काम कर रही

time-read
5 mins  |
January 15, 2025
ईवी में ऊंची छलांग के लिए भारत क्या करे
India Today Hindi

ईवी में ऊंची छलांग के लिए भारत क्या करे

स्थानीयकरण से नवाचार तक... चार्जिंग की दुश्वारियां दूर करना, बैटरी तकनीक बेहतर करना और बिक्री के बाद की सेवाएं बेहतर करना ही इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति को मजबूत करने का मूल मंत्र है

time-read
5 mins  |
January 15, 2025
अब ग्रीन भारत अभियान की बारी
India Today Hindi

अब ग्रीन भारत अभियान की बारी

देशों को वैश्विक सफलता का इंतजार करने के बजाए जलवायु को बर्दाश्त बनने के लिए खुद पर भरोसा करना चाहिए

time-read
6 mins  |
January 15, 2025
टकराव की नई राहें
India Today Hindi

टकराव की नई राहें

हिंदू-मुस्लिम दोफाड़ अब भी जबरदस्त राजनैतिक संदर्भ बिंदु है. अपने दम पर बहुमत पाने में भाजपा की नाकामी से भी सांप्रदायिक लफ्फाजी शांत नहीं हुई, मगर हिंदुत्व के कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ आरएसएस की प्रतिक्रिया अच्छा संकेत

time-read
5 mins  |
January 15, 2025
महिलाओं को मुहैया कराएं काम के लिए‍ उचित माहौल
India Today Hindi

महिलाओं को मुहैया कराएं काम के लिए‍ उचित माहौल

यह पहल अगर इस साल शुरु कर दें तो हम देख पाएंगे कि एक महिला किस तरह से देश की आर्थिक किस्मत बदल सकती है

time-read
6 mins  |
January 15, 2025