भारत का विशाल कला मंच
India Today Hindi|November 13, 2024
सांफ्ट पावर से लेकर हार्ड कैश, हाई डिजाइन से लेकर हाई फाइनेंस आदि के संदर्भ में बात करें तो दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत की शीर्ष स्तर की कला हस्तियां भी भौतिक सफलता और अपनी कल्पनाओं को परवान चढ़ाने के बीच एक द्वंद्व को जीती रहती हैं.
सुहानी सिंह, सुनील मेनन, एस. सहाय रंजीत, शैली आनंद, अमित दीक्षित, अर्शिया, निखिल सरदाना और जिष्णु बंद्योपाध्याय
भारत का विशाल कला मंच

कला जगत में देश की प्रमुख और सशक्त हस्तियों की इस वर्ष की शीर्ष सूची में कलाको प्रश्रय देने वालों से लेकर शानदार प्रदर्शन करने वाले तक शामिल हैं. सूची में शीर्ष पर दुनिया के सबसे धनी दंपतियों में शुमार मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी हैं, जिन्होंने कपड़ा उद्योग से लेकर दूरसंचार तक फैले अपने कारोबार को एक नेक इरादे के साथ दृश्य एवं प्रदर्शन कला के विश्वस्तरीय स्थल में बदलने के लिए खुद को समर्पित कर दिया. इसमें कोई दो राय नहीं कि यह जुनून शास्त्रीय नृत्य में उनकी अपनी पृष्ठभूमि से प्रेरित है. फिर, प्रसिद्ध गायक टी. एम. कृष्णा जैसे लोग भी हैं, जो अपनी कला और शास्त्रीय प्रशिक्षण का इस्तेमाल सामाजिक जुड़ाव और प्रतिरोध के एक शक्तिशाली मंच के तौर पर कर रहे हैं. इस चुनिंदा समूह की तमाम हस्तियों ने कला की शैली और भौगोलिक सीमाएं पार करने की क्षमताएं दिखाई हैं. एक उदाहरण जाकिर हुसैन हैं जिनकी ताल की सम्मोहक लय के श्रोता हमेशा से उन्हें एक राष्ट्रीय धरोहर मानते रहे हैं. वे भारत की संगीत परंपराओं के प्रमुख वैश्विक राजदूत भी रहे. सब्यसाची मुखर्जी भारतीय परिधानों और फैशन को दुनिया में एक नए मुकाम पर पहुंचाने की दोहरी भूमिका निभा रहे हैं. उनके डिजाइन परिधान बेहद भव्य भारतीय शादियों की शान बनते हैं तो मेट गाला में भी उन्होंने फैशन का जलवा बिखेरा है. लेकिन धन और संस्कृति, अर्थ और कला जैसे विरोधाभासी तत्वों के बीच सामंजस्य स्थापित करने की बात आए तो भारतीय आधुनिकता की महान हस्ती कृष्ण खन्ना से बेहतर उदाहरण कौन होगा, जिनके शानदार करियर ने बैंकिंग से लेकर चित्रकला तक अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया.

परंपराओं की प्रणेता

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