शहद के दाम, डंक से दवा
India Today Hindi|December 18, 2024
दुबई में शहद और इत्र का बिजनेस करने वाले असलम शेख अक्तूबर में जब बाराबंकी के देवा मेले में आए तो यहां लौंग के शहद के बारे में जानकर आश्चर्य में पड़ गए. असलम फौरन देवा शरीफ से करीब तीन किलोमीटर दूर रजौली गांव में 'मधुमक्खीवाला' नाम के फार्महाउस पहुंचे.
आशीष मिश्र
शहद के दाम, डंक से दवा

निमित सिंह, 35 वर्ष

बाराबंकी

वहां उन्होंने पहली बार जामुन, नीम, अजवाइन, सरसों, धनिया, तुलसी, बबूल समेत करीब डेढ़ दर्जन प्रकार के अलग-अलग शहद देखे. मधुमक्खीवाला को 17 कुंतल लौंग का शहद सप्लाइ करने का ऑर्डर देते उन्हें देर न लगी.

असलम के मुताबिक, लौंग के शहद की दुबई में काफी डिमांड है. मधुमक्खीवाला भारत की पहली कंपनी है जिसे लौंग के शहद का ऑर्डर मिला है. नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया-2024 में भी मधुमक्खीवाला का शहद छाया रहा. फेस्टिवल में केन्या से आए व्यापारियों ने मधुमक्खीवाला को सरसों, धनिया समेत कुल छह प्रकार के अलग-अलग तीन-तीन कुंतल शहद का ऑर्डर दिया. बाराबंकी जिले में फतेहपुर ब्लॉक के रजौली गांव में संचालित मधुमक्खीवाला ने अलग अलग फूलों के अनुरूप शहद बनाकर अनोखी छाप छोड़ी है.

सफलता का मंत्र

"लक्ष्य को ही आखिरी रास्ता मानकर पूरे समर्पण से प्रयास करने से सफलता अवश्य मिलती है."

उपलब्धि

वर्ष 2022 और 2023 में मधुमक्खीपालन के लिए गवर्नर अवार्ड.

This story is from the December 18, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the December 18, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView All
डॉक्टरी की पढ़ाई 3 डी से होती आसान
India Today Hindi

डॉक्टरी की पढ़ाई 3 डी से होती आसान

मेडिकल कोर्सेज में दाखिला मिलना अमूमन मुश्किल होता है, लेकिन दाखिला मिलने के बाद वहां अच्छे से पढ़ाई और भी मुश्किल होती है.

time-read
2 mins  |
December 18, 2024
सुखबीर के जीवन का निर्णायक क्षण
India Today Hindi

सुखबीर के जीवन का निर्णायक क्षण

चार दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवा देते हुए शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) नेता सुखबीर सिंह बादल को अप्रत्याशित खतरे का सामना करना पड़ा.

time-read
3 mins  |
December 18, 2024
क़ुदरत के रंग-राग
India Today Hindi

क़ुदरत के रंग-राग

बेंगलूरू में हो रहे इकोज ऑफ अर्थ म्यूजिक फेस्टिवल के सातवें संस्करण का लाइनअप जबरदस्त

time-read
2 mins  |
December 18, 2024
टैंक को स्वदेशी बनाने की कनपुरिया तकनीक
India Today Hindi

टैंक को स्वदेशी बनाने की कनपुरिया तकनीक

कानपुर के कालपी रोड में इंडस्ट्रियल एस्टेट के प्लॉट नंबर 98 में चल रही तीन मंजिला फैक्ट्री आम कारखानों से अलग है.

time-read
3 mins  |
December 18, 2024
पुरानी कारों का यूनीकॉर्न
India Today Hindi

पुरानी कारों का यूनीकॉर्न

पुरानी कार खरीदने में यही दुविधा रहती है कि कहीं चोरी की तो नहीं या पुलिस केस में तो नहीं फंसी है.

time-read
4 mins  |
December 18, 2024
अफसानों का उस्ताद
India Today Hindi

अफसानों का उस्ताद

फिल्म निर्माता इम्तियाज़ अली देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के संरक्षक होने और दोबारा रिलीज हुई लैला मजनूं की सफलता वगैरह के बारे में

time-read
1 min  |
December 18, 2024
आखिरी नतीजे तक जंग
India Today Hindi

आखिरी नतीजे तक जंग

बस्तर में सुरक्षा बलों की भारी मौजूदगी, तकनीक का साथ और सरकार की तरफ से अभियान चलाने की पूरी आजादी के बूते 2024 में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई भारी सफलता के साथ आगे बढ़ी

time-read
7 mins  |
December 18, 2024
एसी के पीछे की गर्म हवा ! उसे भी साधने का है जुगाड़
India Today Hindi

एसी के पीछे की गर्म हवा ! उसे भी साधने का है जुगाड़

पेशे से होम्योपैथिक चिकित्सक प्रमोद स्टीफन का मन ऐसी खोजों में रमता है जो लोगों के लिए लाभदायक तो हो साथ ही पर्यावरण के लिए भी मुफीद हो. उन्होंने इस बार ऐसा जुगाड़ तैयार किया है, जो एसी की गर्म हवा से बाहरी दुनिया को बचाता है.

time-read
3 mins  |
December 18, 2024
चाय वालों के लिए वरदान 'फिल्टर कॉफी' मशीन
India Today Hindi

चाय वालों के लिए वरदान 'फिल्टर कॉफी' मशीन

चंपारण के किसी शहर, कस्बे या बाजार में जाएं, आपको चाय दुकानों पर एक खास चीज नजर आएगी.

time-read
2 mins  |
December 18, 2024
बैलों से बना रहे बिजली
India Today Hindi

बैलों से बना रहे बिजली

लखनऊ में गोसाईंगंज को मोहनलालगंज से जोड़ने वाली सड़क पर पड़ने वाली नई जेल के पीछे तीन एकड़ जमीन पर बनी गोशाला और यहां लगी मशीनें अपनी ही बिजली से रौशन हैं.

time-read
2 mins  |
December 18, 2024