उठ गया भरोसा

हाल तक पटना का फिटजी सेंटर यहां आइआइटी कोचिंग का सिरमौर था, जहां दिन में हर वक्त चहल-पहल बनी रहती थी. लेकिन जनवरी के चौथे हफ्ते में यहां का पूरा नजारा बदल गया. अब यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. यह सेंटर बंद हो चुका है. यहां कोचिंग लेकर पढ़ाई करने वाली अर्पिता बताती हैं, "यहां अच्छे शिक्षक थे और इस संस्थान का रिजल्ट अच्छा आता था, इसलिए हमने इसमें दाखिला लिया था और संस्थान को तकरीबन 2.80 लाख रुपए दिए थे. अभी मेरे कोर्स में करीब साल भर का वक्त बचा हुआ है लेकिन यह सेंटर बंद हो गया." पटना सेंटर आगे कब शुरू होगा, इस बारे में अर्पिता और उनके तमाम सहपाठियों को कोई खबर नहीं. वे हताशा और नाराजगी भरे स्वर में कहती हैं, "ऐसा लग रहा है कि हमारा पैसा तो गया ही, समय भी बर्बाद हो गया." हालांकि यह सिर्फ पटना का मामला नहीं है. बीते दिनों राजधानी दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, पुणे, पटना, लखनऊ, भोपाल, इंदौर और रांची समेत करीब एक दर्जन सेंटर फिटजी ने बंद कर दिए. इनके बंद होने की वजह से 10,000 से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं. फिटजी ने कहा है कि स्थानीय साझेदारों के रवैये और शिक्षकों के सामूहिक इस्तीफों की वजह से सेंटर बंद किए गए हैं. ये इस्तीफे इसलिए हुए क्योंकि शिक्षकों को पिछले कई महीने से तनख्वाह नहीं मिल रही थी. कंपनी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वह इन सेंटर को फिर शुरू करेगी, हालांकि छात्रों को इस बारे में अलग से कोई सूचना नहीं दी गई है. छात्रों की समस्याओं के बारे में अर्पिता बताती हैं, "अब हम अगर कोई नई कोचिंग में जाते हैं तो वहां के बैच पहले से चल रहे होंगे. वहां पढ़ाई से तालमेल बिठाने में हमें दिक्कतें आएंगी."
ऐसी ही उलझन फिटजी के वाराणसी सेंटर से तैयारी कर रहे वेदांश की भी है. उनका सेंटर बंद हो चुका है और फिटजी ने उनकी क्लास आकाश इंस्टीट्यूट में शिफ्ट कर दी है. वेदांश बताते हैं, "हमारी क्लास तो चल रही है लेकिन पहले की तरह रेगुलर नहीं है और टीचर्स भी बदल गए हैं." सिर्फ बनारस में ही नहीं बल्कि दिल्ली समेत कुछ और दूसरी जगहों पर भी फिटजी की क्लास को आकाश इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर चलाया जा रहा है.
この記事は India Today Hindi の February 12, 2025 版に掲載されています。
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