हम सब जानते है कि अब हमारा पर्यावरण वैसा नहीं रहा है जैसा पहले हुआ करता ह था। हमारे पूर्वज स्वच्छ वायु और साफ पानी के बारे में बताते रहे हैं पर वर्तमान समय में हम सभी यह महसूस करते हैं कि वायु की गुणवत्ता में आ रही लगातार में गिरावट हमारी सेहत पर लगातार दुष्प्रभाव डाल रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि पूरी दुनिया में श्वसन रोगों से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
वायु प्रदूषण से बढ़ती मौतें चिंताजनक
मानव कुछ समय भोजन के बगैर तो रह सकता है, मगर बिना वायु के पल भर भी नहीं रह सकता है। वायु गैसों का सम्मिश्रण है जिसमें नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाई आक्साइड, मीथेन तथा जल वाष्प होते है। हमारे क्रियाकलाप से पिछले कुई वर्षों से वायु प्रदूषित होती जा रही है। जो पदार्थ वायु को संदूषित करते हैं उन्हें वायु प्रदूषक कहा जाता है। वायु प्रदूषक के रूप में प्राकृतिक प्रदूषक जैसे ज्वालामुखी, वनों में लगी आग, मुख्य होते है, मगर मानवीय क्रियाकलाप जैसे उद्योग, वाहन तथा युद्धाभ्यास प्रमुख संदूषक है। अन्य प्रदूषक जैसे क्लोरो फ्लोरो कार्बन भी हैं जिससे वायुमंडल की ओजोन परत क्षतिग्रस्त होती है। ये कार्बन रेफ्रिजरेटर तथा एयर कंडीशनर से उत्सर्जित होते हैं।
वैश्विक स्तर का खतरा है वायु प्रदूषण
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