लाल चौक काफी सुथरा है, एक विशाल होर्डिंग पर गर्भावस्था परीक्षण किट का विज्ञापन प्रदर्शित है। बंध रोड पर बने एक मॉल में 'स्टारबक्स' रेस्तरां भी खुल गया है, जिसकी निगहबानी सामने लगी चिनार के पेड़ों की ऊंची कतार करती प्रतीत होती है। ऑटो और उबर वाले (जो अभी शाम को पंथा चौक की सवारी नहीं चाहते) और दुकानदार कश्मीर घाटी में भारतीय पर्यटकों की वापसी से खुश हैं। स्कूल भरे हुए हैं और साल भर खुले रहते हैं प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट के बाहर एक इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड पर सूक्ति लिखी है, जिसका भावार्थ है: 'एक अच्छा छात्र वही, जो ज्ञान के कुएं में डुबकी लगाकर घूंट भरे'। तथापि, एक गहरी सांस लें और झेलम नदी के तट पर खड़े होकर तनिक सोचें ङ्क क्या यह शांति तूफान से पहले की है? तब क्या होगा यदि लोगों को पता चले कि 1 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद, जम्मू-कश्मीर का निज़ाम भी 'दिल्ली के आधी-अधूरी शक्तियों वाले मॉडल' की तर्ज पर बना दिया गया? पिछले सप्ताह के शुरू में, एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए वादे के बावजूद, पूर्ण राज्य का दर्जा लौटना इतना आसान नहीं है, कम-से-कम फिलहाल तो नहीं। वह स्थिति, जब पीएम मोदी के चुने व्यक्ति यानि उपराज्यपाल के पास भूमि और कानूनव्यवस्था जैसे शक्तिशाली विभागों का प्रभार रहेगा, जबकि बाकी का काम एक निर्वाचित मुख्यमंत्री चलाए। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह शांति तूफान गुज़रने के बाद की हो। क्या लोगों को अहसास हो चुका है कि अब पत्थरबाजी या विरोध प्रदर्शनों या उग्रवाद में शामिल होने का कोई औचित्य नहीं है? निश्चित रूप से, देश में किसी भी अन्य कौम से ज़्यादा-मणिपुरियों के अतिरिक्त कश्मीरी इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि एक गलत कदम केंद्र को सख्त कार्रवाई करने के लिए उकसाएगा।
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बुलडोजर कार्रवाई में अहम है 'सुप्रीम' आदेश
भारतीय राजनीति का स्वरूप अब बदल चुका है।
औद्योगिक क्षेत्र से श्रमिकों का कृषि की ओर बढ़ता रुझान
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मध्यप्रदेश को सम्पन्न, समृद्ध, स्वावलंबी और सक्षम राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जोर शोर से जुटे हुए हैं।
मुफ्त की रेवड़ियों ने सरकारों की कर दी वापसी
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आखिर अडानी के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़े हुए हैं अमेरिकी ?
बता दें कि यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस ने अदाणी पर भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (2200 करोड़ रुपए से ज्यादा) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है,जो एक गम्भीर बात है।
झारखंड में अमित शाह के ऐलान के मायने
1981 के जनगणना में आदिवासियों की आबादी में मामूली बढ़त देखी गई।
चुनाव आयोग को सजग सतर्क रहने की जरूरत
चुनाव प्रचार के दौरान भाषाई स्तर, नेताओं की भंगिमा और राजनीतिक जुमलों के प्रयोग ने मतदाताओं में चिन्ता पैदा की है।
फुड सेफ्टी डिसप्ले बोर्ड संबंधी दिशा निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन
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20 लिटर जार में बिकने वाला पानी अमानक
पूरे देश में हट रोज 20 लिटर के जार में पेयजल खुले तौर पर बेचा जा रहा है जिसे आर.ओ. वॉटर के रूप में बेचा जाता है।
डबल इंजन की सरकार में तेज रफ्तार से चल रही है छत्तीसगढ़ में विकास की रेल-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ में अब तेज रफ्तार से विकास की रेल चल रही है।