ओयिलट्टम
ओयिलट्टम दक्षिणी तमिलनाडु का पारंपरिक लोक नृत्य है। तमिल भाषा में है "ओयिल" का अर्थ "सौंदर्य" होता है। इसी कारण ओयिलट्टम को "सौंदर्य का नृत्य" भी कहा जाता है। ओयिलट्टम एक ऐसी नृत्य विधा है, जिसके माध्यम से पौराणिक कथाओं को जनसामान्य तक पहुंचाया जाता है।
परंपरागत रूप से इस नृत्य को पुरुष अपनी उंगलियों में रंग बिरंगे रुमाल बांधकर प्रस्तुत करते हैं। समय के साथ यह बदलाव आया है कि अब इस नृत्य को महिलाएं भी प्रस्तुत करने लगी हैं। नर्तक पांव में घुंघरू बांधकर पारंपरिक वाद्य यंत्र थाविल की ध्वनि पर लयबद्ध तरीके से नृत्य करते हैं।
पोइक्कल कुथराई
तमिलनाडु में पोइक्कल कुथिराई नृत्य धार्मिक महोत्सवों में पूरी ऊर्जा के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नृत्य को प्रस्तुत करते हुए नर्तक प्रतीक स्वरूप घोड़े को कमर पर धारण करते हैं। पोइक्कल कुथिराई का शाब्दिक अर्थ होता है "झूठे पैरों वाले घोड़े का नृत्य"। नृत्य के दौरान नर्तक आम की लकड़ी से बने हुए पैरों पर संतुलन बनाते हैं। इन्हीं से घोड़े के पैरों की टाप सुनाई देती है। संतुलन बनाते हुए नर्तक पारंपरिक वाद्य यंत्र कुंडलम, नैयंडी मेलम, थाविल की धुन पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करते हैं। यह नृत्य भगवान अय्यनार की उपासना से जुड़ा हुआ है। इसमें नर्तक राजा और रानी की वेशभूषा में जोड़ा बनाकर प्रस्तुति देते हैं।
थेरुकुथु
This story is from the October 30, 2023 edition of Outlook Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the October 30, 2023 edition of Outlook Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
'वाह उस्ताद' बोलिए!
पहला ग्रैमी पुरस्कार उन्हें विश्व प्रसिद्ध संगीतकार मिकी हार्ट के साथ काम करके संगीत अलबम के लिए मिला था। उसके बाद उन्होंने कुल चार ग्रैमी जीते
सिने प्रेमियों का महाकुंभ
विविध संस्कृतियों पर आधारित फिल्मों की शैली और फिल्म निर्माण का सबसे बड़ा उत्सव
विश्व चैंपियन गुकेश
18वें साल में काले-सफेद चौखानों का बादशाह बन जाने वाला युवा
सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप
भारतीय और विश्व सिनेमा पर विद्यार्थी चटर्जी के किए लेखन का तीन खंडों में छपना गंभीर सिने प्रेमियों के लिए एक संग्रहणीय सौगात
रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना
एक की आवाज में मिठास भरी गहराई थी, तो दूसरे की आवाज में खिलंदड़ापन, पर दोनों की तुलना बेमानी
हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान
मोहम्मद रफी का गायन और जीवन समर्पण, प्यार और अनुशासन की एक अभूतपूर्व कहानी
तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
रफी जैसा बनने में केवल हुनर काम नहीं आता, मेहनत, समर्पण और शख्सियत भी
'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'
लव स्टोरी (1981), बेताब (1983), अर्जुन (1985), डकैत (1987), अंजाम (1994), और अर्जुन पंडित (1999) जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए चर्चित राहुल रवैल दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं।
आधी हकीकत, आधा फसाना
राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां
संभल की चीखती चुप्पियां
संभल में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद हुई सांप्रदायिकता में एक और कड़ी