अगर हिज्बुल्ला से जंग छिड़ गई, साथ में वेस्ट बैंक और गाजा का मोर्चा भी खुला रहा, तो इजरायल के लिए संभालना मुश्किल हो जाएगा
हमास के हमले की प्रतिक्रिया में इजरायल में द्वारा की गई युद्ध की घोषणा का उसके और अमेरिका के लिए तात्कालिक लक्ष्य क्या हो सकता है?
मेरे खयाल से इजरायली फौज हमास को खत्म करने के अपने घोषित लक्ष्य को पूरा करने के लिए गाजा पर आक्रमण कर सकती है लेकिन सवाल है कि ऐसा वे कैसे करेंगे। क्या वे सतर्कता के साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे या फिर सीधे शहर पर बड़े हमले करेंगे? क्या वे गाजा में जमीनी सुरंगों का रास्ता लेंगे, जो कि सैकड़ों किलोमीटर लंबी है और ऐसा करते वक्त क्या उनके जेहन में वे 100 से ज्यादा बंधक होंगे, जो गाजा भर में फैले हुए हैं? इतना तो साफ है कि इस बार इजरायल के लक्ष्य बहुत महत्वाकांक्षी हैं और 2009 तथा 2014 के हमलों से कहीं आगे जा चुके हैं। इसके लिए बहुत आक्रामक हमले की जरूरत होगी, कहीं ज्यादा गहरे और लंबे अभियान की।
अमेरिका का लक्ष्य इजरायल को आगे और हमलों से बचाने का भी है। उसने हिज्बुल्ला और ईरान को रोकने के लिए पहले ही पूर्वी मेडिटेरेनियन में विमानवाहक भेज दिए हैं। यूएस के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने घोषणा की कि उन्होंने अमेरिकी फौजी पोतों, एक विमानवाहक और एक अतिरिक्त विमान को हमास के हमलों के जवाब में पूर्वी मेडिटेरेनियन की ओर बढ़ने का आदेश दे दिया है। यानी अमेरिका का पहला लक्ष्य युद्ध निषेध है।
दूसरा अमेरिकी लक्ष्य इजरायली सेना को इतने हथियारों की आपूर्ति कर देना है कि वह अपना बचाव कर सके और हमास पर हमला भी कर सके। इसमें इजरायल को इंटरसेप्टर देना भी शामिल है ताकि उसकी हवाई रक्षा प्रणाली आयरन डोम को और मजबूत किया जा सके। इसमें आर्टिलरी के लिए गोला-बारूद और लक्ष्यभेदी अस्त्र की आपूर्ति भी शामिल है ताकि हवाई हमलों का लंबा अभियान चलाने में इजरायल को इनकी कमी न पड़ने पाए।
तीसरा लक्ष्य क्षेत्र में अमेरिका के सहयोगियों, जैसे यूएई, कतर, सउदी अरब और मिस्र के साथ बातचीत कर के इसका अंदाजा लगाना है कि क्या इस स्थिति को हलका करने का कोई तरीका निकल सकता है। अमेरिका यह भी जानना चाहेगा कि क्या गाजा की आम आबादी को राफा की सरहद की ओर से बाहर निकालने की कोई संभावना है।
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