
तमिलनाडु की भूमि खाद्य पदार्थों के अनुभवों से समृद्ध है। यहां के व्यंजनों में इतनी विविधता है कि देश दुनिया के लोग स्वाद के आकर्षण में खिंचे चले आते हैं। यहां का जीवंत और विविध भोजन त्योहारों, समारोहों और रोजमर्रा के स्वाद के लिए व्यंजनों की एक मनोरम श्रृंखला प्रदान करता है। स्वादिष्ट व्यंजनों के स्वर्ग के रूप में प्रसिद्ध तमिलनाडु की समृद्ध भोजन परंपराएँ, एक स्वाद उत्सव को पेश करती हैं, जो स्वाद इंद्रिय के लिए एक सिम्फनी की तरह प्रकट होता है।
इस पाक कला के केंद्र में मांस और फलियों के साथ चावल, दाल, नारियल और मसालों का उपयोग, प्रत्येक व्यंजन को पाक कला की उत्कृष्ट कृति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तमिलनाडु के स्वाद को महसूस करने के लिए उन व्यंजनों को चखना चाहिए, जिन्हें जीआई टैग की मान्यता मिली है। यह जीआई टैग व्यंजन की जड़ों और विशेषता को प्रमाणित करता है। जब आप पूरे तमिलनाडु में यात्रा करते हैं, तो आप नाश्ते से लेकर दोपहर के भोजन और रात के खाने तक, हर भोजन के लिए आदर्श व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला का स्वाद ले सकते हैं।
यह तमिलनाडु के जीआई टैग प्राप्त व्यंजनों की सूची है, जिन्हें जीवन में एक बार जरूर चखा जाना चाहिए।
ऊटी वर्कों
ऊटी वर्की, तमिलनाडु का एक विशिष्ट व्यंजन है, जिसे नाश्ते के रूप में खाया जाता है। यह गेहूं के आटे, नमक, चीनी, घी, वनस्पति तेल, मावा और पानी सहित विभिन्न सामग्रियों के मिश्रण से बनाया जाता है। इसका कुरकुरापन ही इसकी विशेषता है। नाश्ते में जो मावा डाला जाता है वह केले, सूजी, मैदा और चीनी से तैयार किया जाता है। ऊटी के मौसम और पानी का विशेष प्रभाव वर्की पर पड़ता है ।वर्की को खाकर ऐसा स्वाद मिलता है, जो अन्यत्र कहीं नहीं मिलेगा। वर्की मुख्य रूप से नाश्ते के दौरान चाय के साथ खाया जाने वाला एक बिस्किट है। बिस्किट की बनावट कुरकुरी और चटकदार होती है। जब भी आपकी स्वाद इंद्रियां स्वादिष्ट और पौष्टिक खाने का आनंद लेना चाहें तो वर्कों का चुनाव कर सकते हैं क्योंकि यह पेट के लिए भी सुपाच्य भोजन है।
This story is from the December 11, 2023 edition of Outlook Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the December 11, 2023 edition of Outlook Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In

अलीगढ़
ताले तो अलीगढ़ के - गंगा किनारे वाले छोरे की बंद अकल का ताला भले ही बनारसी पान से खुल जाता होगा लेकिन वह ताला निश्चित रूप से बना इसी शहर में होगा। उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर की यही पहचान है।

'संगठित अपराध पर सुस्त सरकार'
साइबर अपराध अब महज तकनीकी चुनौती नहीं, बल्कि संगठित अपराध का रूप ले चुका है। हर दिन हजारों लोग ऑनलाइन ठगी, डेटा चोरी और डिजिटल ब्लैकमेलिंग के शिकार हो रहे हैं। समय के साथ ठगी के तरीकों में भी बदलाव आ रहा है। अपराधी हर नए ट्रेंड का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस विषय पर आउटलुक के राजीव नयन चतुर्वेदी ने साइबर क्राइम एक्सपर्ट और राजस्थान पुलिस के साइबर सेल सलाहकार मुकेश चौधरी से बातचीत की। अंश:

अश्लील बोल के बहाने
यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया की आपत्तिजनक बोली पर उठे शोर-शराबे के क्या मायने

महत्वाकांक्षी दौरे का हासिल
मोदी के अमेरिका दौरे की सबसे बड़ी उपलब्धि रक्षा क्षेत्र में खरीद पर हुए करार बताए जा रहे हैं, हालांकि सतह के नीचे सब कुछ ठीक नहीं

ईमान और पहचान भी छिनी
अमेरिकी सेना के विमान से दूसरी-तीसरी-चौथी खेप में भी अमृतसर लौटे लोगों को सिर्फ जंजीरों में ही नहीं जकड़ा गया, बल्कि उनकी पगड़ी उतार कर केश भी काटे गए

जींद की 'रेखा'
हरियाणा की दूसरी बेटी बनी दिल्ली की मुख्यमंत्री, भाजपा ने साधे एक साथ कई निशाने

डिजिटल माफिया साया
साइबर अपराध अब सिंडिकेट का रूप ले चुका, अपराधियों के तार देश-विदेश के बड़े गिरोहों से जुड़े, मामला फर्जी डिजिटल अरेस्ट जैसे हथकंडों से आगे बढ़ा, मगर कानून अधूरे और पुलिसिया तंत्र नाकाफी

अस्थाई अदालतें तो कोई हल नहीं
लंबित मामलों के निपटारे के लिए हाइकोर्टों में जजों की तदर्थ नियुक्तियों पर भरोसा करने के बजाय मौजूदा रिक्तियों को योग्य प्रत्याशियों से भरने को तरजीह देना अहम

भारतीय रेल पर फिर सवाल
कुंभ के दौरान स्टेशनों पर हुई बदइंतजामी और मौतों ने रेलवे के दावों की खोली पोल, बहुत सुधार की दरकार

आध्यात्मिक स्मृतियों का संगम
महाशिवरात्रि, 26 फरवरी 2025 को स्नान के साथ ही \"महाकुंभ 2025\" का भव्य समापन हो गया। उत्तर प्रदेश सरकार के दावों के मुताबिक तकरीबन 60 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।