जब शाहरुख खान की चक दे इंडिया आई थी, तो दर्शकों को इसमें एक रीयल हीरो नजर आया और इसी बात ने बॉक्स पर पैसे बरसाए थे। इसके बाद फरहान अख्तर की भाग मिल्खा भाग आई। यह फिल्म चक दे इंडिया की तरह धमाल भले न मचा पाई लेकिन दर्शकों ने उसे नकारा नहीं । यह भी हिट की श्रेणी में रही। इसके बाद एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी आई और छा गई। इन फिल्मों की सफलता से निर्माता-निर्देशकों को लगा कि खिलाड़ियों का जीवन सुनहरे परदे पर दिखाना फायदे का सौदा है। क्योंकि आमिर खान की दंगल और सलमान खान की सुल्तान दोनों ही फिल्में ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। यहीं पर फिल्म जगत चूक गया और विषय की भेड़चाल में फंस गया।
सूरमा, साइना, शाबाश मिठू ऐसी ही फिल्में हैं, जो पर्याप्त दर्शक नहीं जुटा पाईं। बीते कुछ समय से हिंदी सिनेमा में खेल आधारित फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही हैं। खिलाड़ियों के जीवन पर आधारित बायोपिक फिल्मों से लेकर बड़े स्टार कास्ट वाली खेल आधारित फिल्में, बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर रही हैं।
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