TryGOLD- Free

तीये की रस्म

Sarita|March Second 2025
सब मोहमाया है लेकिन मायारामजी ने माया जिंदगीभर छोड़ी ही नहीं. लेकिन मोक्षधाम में एंट्री से वंचित न रह जाएं, इस का इंतजाम जीतेजी जरूर करवा लिया था.
- डा. मुकेश असीमित
तीये की रस्म

मैं बाथरूम में अपनी देह को चुल्लूभर पानी से भिगोने के लिए जा रहा था. जी, वैसे भी नलों में आजकल चुल्लूभर पानी ही आ रहा है, वह भी एक दिन छोड़ कर. बिजली, पानी, गैस बचाने का यह ओडईवन फौर्मूला हमारे शहर में भी लागू हो चुका था. रसोई से प्रसारित पत्नी की आवाज ने मेरे तेज कदमों में लड़खड़ाहट ला दी. "अरे, अभी कहां घुस रहे हो बाथरूम में? याद नहीं है, तीये की रस्म में जाना है, वहां से आ कर नहा लेना."

ओह, याद आया, आज हमारे ही एक परिचित और पड़ोसी जिन की देह को उन के घरवाले 2 दिनों पहले पंचतत्त्व में विलीन कर आए थे, हालांकि वे मर तो पहले ही चुके थे. नाम था उन का 'मायाराम'. जीवनभर माया के ही पीछे लगे रहे.

हालांकि, जीतेजी पूरे शहर में मुफ्त की रेवड़ी जैसी सलाह बांटने वाले सलाहचंदों ने उन्हें सलाह देदे कर कान पका दिए थे: 'अरे मायाराम, अब तो उम्र हो गई है, पैर कब्र में लटक रहे हैं, अब तो छोड़ो माया का चक्कर और भक्ति में रम लो, यही सत्य है.' लेकिन एक तो वे हिंदू थे तो उन्हें पता है उन के पैर कब्र में नहीं लटक रहे, दूसरे, एक बार जबरदस्ती उन से चार कुर्सियां मोक्षधाम के लिए डोनेट करवा ली थीं तो उन को यह विश्वास था कि मोक्षधाम में उन की छाती से किसी प्रकार से छूटी यह दान राशि बनाम रिश्वत शायद उन्हें इस धाम में एंट्री से वंचित नहीं रखेगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. और एक दिन, सांसें छोड़ दीं.

पता तो हमें भी चल गया था कि उन का अंतिम समय पूरा हो गया, लेकिन थोड़ा लेट पता चला, तब तक उन की एंट्री मोक्षधाम में हो चुकी थी और उन के मायावी शरीर को पंचतत्त्व में विलीन किया जा चुका था. हम ने सोशल मीडिया पर तो उन के बेटे के प्रोफाइल पर एक 'रिप' का संदेश चिपका दिया था.

अत्यंत वेदना का प्रदर्शन करते हुए एक संदेश जोकि कमेंटबॉक्स में ऊपर किसी ने डाल दिया था, शायद कोई नयानया रचनाकार होगा और इस बहाने अपनी लेखनी की प्रतिभा को मांज रहा होगा. हम ने उसी का संदेश कौपी कर के चिपका दिया था. लेकिन आज लोकलिहाज की दुहाईभरे पत्नी के निर्देशों से हमें लगा कि तीये की रस्म में जाना जरूरी है. हम ने अपने कदम वापस किए और उन कदमों में चप्पल डाल कर अपनी स्कूटी से पहुंच लिए मोक्षधाम में.

This story is from the March Second 2025 edition of Sarita.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the March Second 2025 edition of Sarita.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM SARITAView All
शादी या बच्चे खुशी का पैमाना नहीं
Sarita

शादी या बच्चे खुशी का पैमाना नहीं

अब तुम्हारी उम्र हो गई है शादी की, उम्र निकल गई तो अच्छी लड़की या लड़का नहीं मिलेगा, एडजस्ट करना पड़ेगा, चौइस नहीं बचेगी आदिआदि. सिर्फ पेरैंट्स ही नहीं, सोसाइटी के लोग भी ये डायलौग्स बोलबोल कर शादी का प्रैशर बनाना शुरू कर देते हैं. क्या सच में शादी के बिना जीवन व्यर्थ है?

time-read
6 mins  |
March Second 2025
बच्चों के इंस्टा अकाउंट पर रहेगी नजर
Sarita

बच्चों के इंस्टा अकाउंट पर रहेगी नजर

मेटा ने भारत में इंस्टाग्राम किशोर अकाउंट नीतियों में बदलाव की घोषणा की है. नए नियमों के तहत बच्चों और किशोरों के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाए जाएंगे.

time-read
5 mins  |
March Second 2025
तार्किक लोगों के श्मशान घाट
Sarita

तार्किक लोगों के श्मशान घाट

कहने वाले गलत नहीं कहते कि मौत का खौफ आदमी को चैन और सुकून से जीने भी नहीं देता. कैसेकैसे होते हैं ये डर और कौन इन्हें फैलाता है, यह जानते समझते हुए भी लोग खामोश रहते हैं.

time-read
9 mins  |
March Second 2025
क्या छोटे दलों को लील जाएगी भाजपा
Sarita

क्या छोटे दलों को लील जाएगी भाजपा

बड़ी मछली मछली मछली को खा जाती है..छोटी राजनीति में भी बड़े दल पहले छोटे दलों को लोलीपोप देते हैं, फिर उन को खत्म कर देते हैं. भाजपा अब बड़ी मछली बन कर छोटे दलों को खा रही है.

time-read
10+ mins  |
March Second 2025
फ्लैट कल्चर और आप की प्राइवेसी
Sarita

फ्लैट कल्चर और आप की प्राइवेसी

बढ़ती जनसंख्या ने जगह तंग कर दी है. अब लोग आगेपीछे, दाएंबाएं फैलने की जगह ऊपर की तरफ बढ़ रहे हैं. कहने का अर्थ यह कि अब रहने के लिए घर नहीं बल्कि फ्लैट अधिक बन रहे हैं. ऊंचीऊंची बिल्डिंगों में कबूतरखाने हैं, जहां प्राइवेसी का नामोनिशान नहीं.

time-read
6 mins  |
March Second 2025
मुसलिम लड़कों की शादी में अड़चन क्यों
Sarita

मुसलिम लड़कों की शादी में अड़चन क्यों

20 साल पहले तक मुसलिम समाज में आपसी शादियों का प्रचलन जोरों पर था. गरीब हो या अमीर, मुसलमानों के बीच खून के रिश्तों में निकाह हो जाना आम बात थी. मगर अब यह चलन कम होता जा रहा है और मुसलिम शादियों में भी कई तरह की अड़चनें आने लगी हैं.

time-read
7 mins  |
March Second 2025
नींद की गोलियां इतनी भी नुकसानदेह नहीं
Sarita

नींद की गोलियां इतनी भी नुकसानदेह नहीं

आजकल हर कोई नींद न आने की समस्या से ग्रस्त और त्रस्त है जिस की अपनी अलग अलग वजहें भी हैं. लेकिन नींद की गोली से सभी बचने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं. इस के पीछे पूर्वाग्रह ही हैं नहीं तो नींद की गोली उतनी बुरी भी नहीं.

time-read
5 mins  |
March Second 2025
रोने को हथियार न बनाएं
Sarita

रोने को हथियार न बनाएं

कुछ लोगों के लिए रोना अपने इमोशन, दुख को एक्सप्रैस करने का एक जरिया होता है तो कुछ लोग जानबूझ कर रोते हैं ताकि सामने वाला उन्हें गंभीरता से सुने और उन की इच्छा पूरी हो.

time-read
5 mins  |
March Second 2025
पति भी पत्नी के खिलाफ कर सकता है शिकायत
Sarita

पति भी पत्नी के खिलाफ कर सकता है शिकायत

जिस तरह ससुराल से प्रताड़ित महिला को कानूनों से हक मिले हुए हैं वैसे ही पुरुष को भी मिले हैं. पति भी पत्नी की प्रताड़ना की शिकायत करा सकते हैं.

time-read
3 mins  |
March Second 2025

We use cookies to provide and improve our services. By using our site, you consent to cookies. Learn more