चार साल पहले मिली हार के बाद ऐतिहासिक वापसी करते हुए डोनाल्ड जे ट्रंप फिर अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए। व्हाइट हाउस पर कब्जे के मुकाबले में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराया। ट्रंप (78) ने मतों की गिनती की शुरुआत से ही हैरिस पर प्रभावी बढ़त बना ली थी और यह बढ़त राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट हासिल करने तक कायम रही।
अमेरिकी मीडिया में लगातार चल रहे कांटे के मुकाबले का अनुमान मतगणना के दौरान सिर्फ स्विंग राज्यों में दिखा। जहां अंतिम क्षण तक कमला ने ट्रंप को टक्कर दी, लेकिन जीत नहीं दर्ज कर पाईं। स्विंग वाले सातों राज्य ट्रंप के खाते में गए। इनमें से नॉर्थ कैरोलिना को छोड़ अन्य सभी छह राज्यों में पिछली बार ट्रंप हारे थे। स्विंग राज्य विस्कोंसिन में मिली जीत ने उन्हें जादुई आंकड़े से ऊपर पहुंचा दिया। भारतीय समयानुसार रात 12 बजे तक ट्रंप 292 इलेक्टोरल वोट जीत चुके थे जबकि हैरिस को सिर्फ 224 वोट ही मिले थे।
खास बात यह है कि इस बार अमेरिका पर ट्रंप की पकड़ अधिक मजबूत होगी क्योंकि चार साल बाद सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। प्रतिनिधि सभा में भी उसका बहुमत बने रहने की उम्मीद है। प्रतिनिधि सभा में बहुमत के लिए जरूरी 218 सीटों के मुकाबले रिपब्लिकन पार्टी 200 सीटें जीत चुकी है। 20 सीटों पर उसके प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। दोनों सदनों में बहुमत का अर्थ है कि ट्रंप को अपने फैसले लागू करने में अवरोध का सामना नहीं करना होगा।
This story is from the November 07, 2024 edition of Amar Ujala.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the November 07, 2024 edition of Amar Ujala.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
महायुति: बैठकों का दौर, सीएम पद के लिए दबाव की राजनीति
महाराष्ट्र : भाजपा का शीर्ष नेतृत्व करेगा अंतिम फैसला
युवाओं के चिंतन से पूरा होगा विकसित भारत का सपना : मोदी
मन की बात : प्रधानमंत्री ने कहा- विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग भावी पीढ़ी के लिए बड़ा मौका
अदाणी समूह रिश्वत मामला और वक्फ विधेयक बढ़ाएंगे शीतसत्र का तापमान
वक्फ बिल पर 29 को जेपीसी सौंपेगी अपनी रिपोर्ट, सरकार ने 16 विधेयकों को किया है सूचीबद्ध
दिलों में सुलग रही थी चिंगारी, भांप न सके अधिकारी
काम नहीं आया जामा मस्जिद के रास्तों को बंद करना, छतों पर नहीं दिया ध्यान, जमा थे ईंट पत्थर, धराशायी हो गई बैरिकेडिंग
गूगल मैप ने दिखाया मौत का रास्ता, अधूरे पुल से गिरी कार, तीन दोस्तों की जान गई
बदायूं के समरेर को बरेली के फरीदपुर से जोड़ने वाले पुल पर हुआ हादसा, गुरुग्राम से आ रहे थे तीनों
भाई-भतीजावाद में 7% तक सिमटा बसपा का वोट बैंक
2012 में सत्ता से बाहर होने के बाद बसपा का हर चुनाव में होता गया बुरा हाल
इलेक्ट्रॉनिक बूथ कैप्चरिंग से भाजपा जीती : अखिलेश
ईवीएम बटन की फोरेंसिक जांच की मांग उठाई, शासन प्रशासन बना दुशासन
कुंदरकी में हवा का रुख नहीं भांप पाई सपा
बूथ मैनेजमेंट, मुस्लिम मतों में सेंध और सपा की अंतर्कलह बनी भाजपा की जीत की बड़ी वजह
'कमान' से निकली जीत ने बढ़ाया योगी का कद
जीत से बढ़ा उत्साह, विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा संगठन भी और सशक्त होकर उभरा
संभल : मस्जिद के सर्वे पर बवाल, हिंसा में पांच की मौत, 20 पुलिसकर्मी घायल
तनाव को देखते हुए शहर में इंटरनेट सेवा रोकी, स्कूल बंद... भारी पुलिस बल तैनात