देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज अपनी 145वीं सालाना आम बैठक (एजीएम) में भविष्य का खाका पेश किया। कंपनी ने कहा कि 2027 में अपनी स्थापना के 50 साल पूरे होने तक आरआईएल का बाजार मूल्य दोगुना करने का लक्ष्य है। आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों को बताया कि कंपनी 5जी नेटवर्क के विस्तार पर 2 लाख करोड़ रुपये, तेल से लेकर रसायन कारोबार के विस्तार 75,000 करोड़ रुपये और नवीन ऊर्जा कारोबार पर 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कंपनी की योजना का खाका प्रस्तुत करते हुए अंबानी ने कहा कि 5जी, नवीन ऊर्जा, तेल एवं रसायन, रिटेल तथा एफएमसीजी सहित नए और मौजूदा कारोबार में लगातार निवेश से कंपनी को गति मिलेगी। कंपनी की एजीएम ऑनलाइन हुई थी, जिसमें अंबानी ने कहा, 'जियो 5जी का नवीनतम रूप स्टैंडअलोन 5जी पेश करेगी, जिसके लिए 4जी नेटवर्क पर निर्भरता खत्म हो जाएगी। स्टैंडअलोन 5जी से जियो न्यूनतम विलंब वाली कनेक्टिविटी, मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशन, 5जी वॉयस, मेटावर्स जैसी नई और प्रभावशाली सेवाएं दे सकेगी।'
अंबानी ने कहा कि चार महानगरों में दीवाली तक 5जी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी और उसके 18 महीने के अंदर देश भर में इस सेवा का शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही एफएमसीजी और नए कॉमर्स में व्हाट्सऐप-जियोमार्ट साझेदारी को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
जियो की अगुआई करने वाले आकाश अंबानी ने 5जी सेवाओं की झलक पेश की। उन्होंने कहा, 'जियो 5जी बेहद तेज रफ्तार वाली फिक्स्ड ब्रॉडबैंड सेवा देगी। जियो एयर फाइबर के साथ गीगाबिट रफ्तार वाले इंटरनेट के जरिये घर या दफ्तर को तेजी से कनेक्ट करना बहुत आसान हो जाएगा।'
This story is from the August 30, 2022 edition of Business Standard - Hindi.
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कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने गुरुवार को चुनावी रैली में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो राज्य के सभी नागरिकों को 450 रुपये में गैस सिलिंडर दिए जाएंगे, चाहे वे घुसपैठिए हों या नहीं।
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सर्वोच्च स्तर से 15 फीसदी फिसली वेदांत
सितंबर के आखिर में 512 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद कमोडिटी दिग्गज वेदांत का शेयर बाजारों में गिरावट के बीच 15 फीसदी से ज्यादा फिसल गया है। अनिल अग्रवाल की अगुआई वाली फर्म के शेयर में हालिया गिरावट पिछले एक साल में इसका शेयर दोगुना होने के बाद आई है।
कंपनी जगत के रॉयल्टी भुगतान को लेकर चिंता : सेबी का अध्ययन
बाजार नियामक सेबी के हालिया अध्ययन में सूचीबद्ध कंपनियों की तरफ से किए गए रॉयल्टी भुगतान में कुछ चिंताजनक रुझान सामने आए हैं। चार मे से एक मामला ऐसा रहा जिसमें कंपनियों ने अपने शुद्ध लाभ का 20 फीसदी से ज्यादा संबंधित पार्टियों को रॉयल्टी के रूप में भुगतान किया।
'लंबी अवधि में सोने, एफडी और संपत्ति से ज्यादा रिटर्न शेयरों ने दिया'
मॉर्गन स्टैनली ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय शेयरों (बीएसई सेंसेक्स) ने 10, 15, 20 और 25 साल की अवधि में रियल एस्टेट, सोने, 10 वर्षीय बॉन्ड और बैंक सावधि जमाओं (एफडी) जैसे परिसंपत्ति वर्गों के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि हालांकि इस रिटर्न (कर-पूर्व) के लिए निवेशकों को जोखिम लेने और निवेश के दौरान शेयरों में उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम होना चाहिए।
म्युचुअल फंडों के पास है बड़ी नकदी
अक्टूबर के अंत में इक्विटी योजनाओं के पास करीब 1.7 लाख करोड़ रुपये थे, नकदी के संदर्भ में पीपीएफएएस, क्वांट और एसबीआई तीन प्रमुख फंड हाउस रहे