पहली तिमाही में प्रदर्शन
■ कच्चे माल व ईंधन की कीमतों में गिरावट से होने वाला फायदा ब्याज पर ज्यादा खर्च होने के कारण लगभग खत्म हो गया
■ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 271 कंपनियों ने ब्याज मद में कुल 21, 183 करोड़ रुपये खर्च किए
ब्याज पर बढ़ता खर्च कंपनियों की कमाई के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। पिछले महीने संपन्न तिमाही में कच्चे माल और ईंधन की लागत कम होने के बावजूद भारतीय उद्योग जगत का मुनाफा घट रहा है क्योंकि ब्याज पर होने वाला खर्च बहुत तेजी से बढ़ा है। बैंक, वित्त और बीमा (बीएफएसआई) तथा आईटी कंपनियों को छोड़ दें तो अप्रैल-जून, 2023 तिमाही में 271 सूचीबद्ध कंपनियों का ब्याज पर कुल खर्च पिछले साल की अप्रैल-जून तिमाही के ब्याज खर्च से 36.2 फीसदी अधिक हो गया है। पिछले तीन साल में ब्याज पर खर्च में यह सबसे अधिक बढ़ोतरी है।
This story is from the July 28, 2023 edition of Business Standard - Hindi.
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
झारखंड: कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
सरकारी बैंकों ने दर्ज की 11% की मजबूत वृद्धि
कुल कारोबार 236 लाख करोड़ रुपये पहुंचा
'जेनको को सूचीबद्ध करें राज्य
देश के बिजली क्षेत्र में इस दशक में करीब 22 लाख करोड़ रुपये निवेश की जरूरत का हवाला देते हुए केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यों से अपनी लाभ वाली इकाइयों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने का अनुरोध किया है।
विल्सन ऐंड ह्यूज ने कॉक्स ऐंड किंग्स की परिसंपत्ति, ब्रांड का किया अधिग्रहण
सौदे की रकम का नहीं किया गया खुलासा
बाजार भागीदारी बढ़ाने पर रहेगा ब्रिटानिया का जोर
सितंबर तिमाही में लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.6 प्रतिशत घटकर 531.5 करोड़ रुपये रह गया
50% तक घटेगी आयात निर्भरता
प्रमुख फार्मा सामग्री के विनिर्माण में देश बनेगा आत्मनिर्भर
गिरावट के बाद इंडसइंड कितना आकर्षक?
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने मंगलवार को निवेशकों के डीमैट खाते में प्रतिभूतियों को सीधे क्रेडिट करने की योजना वापस लेने की घोषणा की। इसे 11 नवंबर से प्रभावी हुई थी। एक्सचेंजों ने सूचित किया कि कुछ मामलों में उन्हें थोड़े विलंब का सामना करना पड़ा और इस वजह से सीधे क्रेडिट की सुविधा टालनी पड़ी।
स्थिर सरकार नहीं दे सकता एमवीए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को \"अस्थिर गाड़ी\" करार देते हुए कहा यह कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती।
5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
आय के मोर्चे पर निराशा, विदेशी निवेश निकासी का असर शेयर बाजारों पर बरकरार रहा