तेजी से बढ़ रहा कारोबार
■ ममाअर्थ के लिए ई-कॉमर्स की तुलना में क्विक कॉमर्स पर 5 गुना अधिक तेजी से बढ़ रहा कारोबार
■ बोट को 2025 तक कारोबार का कम से कम 5 प्रतिशत हिस्सा क्विक कॉमर्स से आने की उम्मीद
लोगों के बीच क्विक कॉमर्स (झटपट सामान पहुंचाने वाले माध्यम) की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए अब उपभोक्ता वस्तु बेचने वाले ब्रांड भी इस पर अपनी मौजूगदी बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। उपभोक्ता वस्तु एवं ग्रॉसरी खंडों के अलावा क्विक कॉमर्स डायरेक्ट-टू-कस्टमर (डीसी) ब्रांडों के लिए भी पसंदीदा प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है। क्विक कॉमर्स में डीसी का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। और इसने परंपरागत ई-कॉमर्स को भी पीछे छोड़ दिया है। कई इकाइयों ने कहा कि यह माध्यम लाभ कमाने के भी अधिक मौके दे रहा है।
होनासा कंज्यूमर के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी वरुण अलघ ने कहा कि उनकी कंपनी का कारोबार परंपरागत ई-कॉमर्स माध्यमों की तुलना में क्विक कॉमर्स के जरिये अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है। होनासा कंज्यूमर ममा अर्थ, द डर्मा कंपनी और बीब्लंट जैसी डी2 सी ब्रांडों की मूल कंपनी है। अलग ने कहा, 'क्विक कॉमर्स तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूं कहें तो अन्य बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों की तुलना में क्विक कॉमर्स लगभग 4 से 5 गुना रफ्तार से प्रगति कर रहा है। हालांकि, यह वृद्धि केवल ममाअर्थ जैसे स्किनकेयर ब्रांड्स तक ही सीमित नहीं रही है।'
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