तपती गर्मी में ठंडा रहने की बड़ी लागत
Business Standard - Hindi|June 18, 2024
भले ही आज एसी, फ्रिज रोजमर्रा की जिंदगी की जरूरत बन गए हैं मगर विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक शीतलन उपकरण लगाने से गर्मी भी बढ़ती है
श्रेया जय और शार्लीन डिसूजा
तपती गर्मी में ठंडा रहने की बड़ी लागत

पूरे देश में पड़ रही भीषण गर्मी ने इस बार शीतलन उपकरणों की बिक्री बढ़ा दी है। एयर कंडीशनर (एसी) और रेफ्रिजरेटर की बिक्री में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मौजूदा शहरी उपभोक्ताओं से बढ़ती मांग के अलावा छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी खरीदारी बढ़ रही है।

वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023 के मुताबिक, देश में एसी रखने वाले साल 2010 से तीन गुना बढ़कर प्रति 100 परिवारों में 24 तक पहुंच गए हैं। स्पेस कूलिंग के साथ-साथ ये क्षेत्र भी अब देश में बिजली की मांग बढ़ा रहे हैं। घर-घर में शीतलन उपकरण में वृद्धि के कारण शाम के वक्त बिजली की उच्च मांग देखने को मिली है, जो पहले कार्यालय अवधि के दौरान देखी जाती थी।

आज के वक्त में एसी, फ्रिज और स्पेस कूलिंग रोजमर्रा की जरूरत बन गए हैं मगर अब पर्यावरण प्रति चिंता सताने लगी है। पर्यावरणविदों ने बारबार दोहराया है कि अधिक शीतलन उपकरणों से गर्मी भी बढ़ जाती है। शीतलन उपकरणों में मुख्य रासायनिक गैस हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (एचएफसी) होती है और यही ओजोन परत के हल्के होते जाने का कारण है।

भारत में कम बिजली खपत वाले उपकरणों के लिए स्टार रेटिंग मानक है। साथ ही भारत हाइड्रोफ्लोरोकार्बन के उत्सर्जन को चरणबद्ध तरीके से कम करने के लिए मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल में किगाली संशोधन का सदस्य भी है। लेकिन, शीतलन उपकरणों के उपयोग में वृद्धि से निश्चित तौर पर गर्मी बढ़ेगी।

बढ़ते शीतलन उपकरण

अब देश की बिजली मांग का करीब 10 फीसदी स्पेस कूलिंग से आता है, जो साल 2019 में इसकी हिस्सेदारी से 21 फीसदी ज्यादा है। दिल्ली की आई फॉरेस्ट के मुताबिक, साल 2050 तक भारत में घरेलू एसी रखने वालों की संख्या नौ गुना बढ़ने का अनुमान है, जिससे शीतलन के लिए ऊर्जा मांग में भी नौ गुना वृद्धि होगी। आई फॉरेस्ट पर्यावरण के लिए हानिकारक शीतलन रसायनों के खिलाफ एक कार्य योजना तैयार कर रही है।

This story is from the June 18, 2024 edition of Business Standard - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the June 18, 2024 edition of Business Standard - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM BUSINESS STANDARD - HINDIView All
'किसी धर्म विशेष के लिए अलग कानून नहीं'
Business Standard - Hindi

'किसी धर्म विशेष के लिए अलग कानून नहीं'

उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि वह संपत्तियों को ढहाने के मामले में देशभर में लागू होने वाले दिशानिर्देश जारी करेगा और सड़क के बीच में स्थित किसी भी धार्मिक ढांचे, चाहे वह दरगाह हो या मंदिर, को हटाना होगा क्योंकि सार्वजनिक हित सर्वोपरि है।

time-read
1 min  |
October 02, 2024
'निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण'
Business Standard - Hindi

'निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण'

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका यात्रा पर जाने से पहले श्रेया नंदी और असित रंजन मिश्र के साथ साक्षात्कार में देश की निर्यात नीति, निवेश के अवसरों, अहम कारोबारी साझेदारियों, विनिर्माण वृद्धि और चीन के साथ कारोबारी रिश्तों समेत तमाम बिंदुओं पर बात की। प्रमुख अंश:

time-read
8 mins  |
October 02, 2024
ई-कॉमर्स के ऑर्डर 20 फीसदी बढ़े
Business Standard - Hindi

ई-कॉमर्स के ऑर्डर 20 फीसदी बढ़े

त्योहारी सीजन सेल के शुरुआती चार दिन

time-read
2 mins  |
October 02, 2024
सामान्य से ऊपर रहीं मॉनसून के बाद की फुहारें
Business Standard - Hindi

सामान्य से ऊपर रहीं मॉनसून के बाद की फुहारें

मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि बेहतरीन मॉनसून सीजन के बाद के महीने में भी देश भर में अच्छी बारिश होगी। अक्टूबर की बारिश दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 115 प्रतिशत होगी। अक्टूबर में देश में कुल करीब 75.4 मिलीमीटर बारिश होगी।

time-read
1 min  |
October 02, 2024
दूसरी पीढ़ी के आईबीसी सुधारों की जरूरत: कांत
Business Standard - Hindi

दूसरी पीढ़ी के आईबीसी सुधारों की जरूरत: कांत

नीति आयोग के पूर्व सीईओ और जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि ऋण शोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता (आईबीसी) में दूसरी पीढ़ी के सुधारों की जरूरत है, जिससे इसकी वर्तमान कार्यप्रणाली के संबंध में चिंता दूर की जा सके।

time-read
1 min  |
October 02, 2024
जीएसटी संग्रह में आई कमी
Business Standard - Hindi

जीएसटी संग्रह में आई कमी

शुद्ध वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में सितंबर महीने में वर्ष के दौरान सबसे धीमी वृद्धि हुई। सरकार के मंगलवार को जारी इस वित्त अनंतिम आंकड़ों के अनुसार सितंबर में शुद्ध जीएसटी 3.9 प्रतिशत की दर से 1.5 लाख करोड़ रुपये बढ़ा।

time-read
1 min  |
October 02, 2024
बुच पर लगे आरोपों पर बोर्ड में नहीं हुई चर्चा
Business Standard - Hindi

बुच पर लगे आरोपों पर बोर्ड में नहीं हुई चर्चा

विशेषज्ञों ने कहा, बोर्ड को इस मामले में कार्रवाई का अधिकार नहीं

time-read
2 mins  |
October 02, 2024
चढ़ गए एएमसी के शेयर
Business Standard - Hindi

चढ़ गए एएमसी के शेयर

नए परिसंपत्ति वर्ग की मंजूरी का असर

time-read
2 mins  |
October 02, 2024
सैमसंग इंडिया के प्रदर्शन करने वाले कामगार हिरासत में
Business Standard - Hindi

सैमसंग इंडिया के प्रदर्शन करने वाले कामगार हिरासत में

सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के कर्मचारियों और कामगार संगठन के सदस्यों सहित 912 लोगों को मंगलवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। तमिलनाडु में दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग के होम अप्लायंसेज संयंत्र में चल रही हड़ताल को अब चार हफ्ते होने वाले हैं।

time-read
1 min  |
October 02, 2024
विलय-अधिग्रहण 14 फीसदी बढ़कर 69.2 अरब डॉलर हुआ
Business Standard - Hindi

विलय-अधिग्रहण 14 फीसदी बढ़कर 69.2 अरब डॉलर हुआ

पिछले साल के शुरुआती नौ महीनों में 60.8 अरब डॉलर था

time-read
1 min  |
October 02, 2024