ऋण-जमा वृद्धि में समानता जरूरी
Business Standard - Hindi|August 20, 2024
आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार इसमें अंतर से बैंकों के मार्जिन पर पड़ सकता है दबाव
मनोजित साहा
ऋण-जमा वृद्धि में समानता जरूरी

शुद्ध ब्याज मार्जिन पर दबाव के कारण वाणिज्यिक बैंकों को ऋण और जमा वृद्धि को एकसमान बनाने पर मजबूर होना पड़ सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अर्थव्यवस्था की स्थिति पर एक रिपोर्ट में यह बात कही।

पिछले एक साल से अधिक समय से बैंकों की जमा, ऋण वृद्धि से आगे निकल गई है। इसे देखते हुए नियामक ने बैंकों को संसाधन जुटाने के लिए प्रेरित किया है। ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि 26 जुलाई तक बैंकों की ऋण वृद्धि पिछले साल की समान अवधि की तुलना 13.7 फीसदी रही है जबकि जमा वृद्धि 10.6 फीसदी रही।

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