गूगल ने छोटे परमाणु संयंत्रों से बिजली हासिल करने के लिए काइरोस पावर के साथ समझौता किया है। इस बिजली का इस्तेमाल वह एआई से चलने वाले अपने डेटा केंद्रों को चलाने में करेगी। माइक्रोसॉफ्ट ने थ्री माइल आइलैंड संयंत्र से बिजली इस्तेमाल करने के लिए कॉन्स्टेलेशन के साथ हाथ मिलाया है। थ्री माइल आइलैंड संयंत्र में बड़ी परमाणु दुर्घटना हुई थी। एमेजॉन ने भी भविष्य में अपनी ऊर्जा जरूरतें पूरी करने के लिए छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों में निवेश के समझौते किए हैं।
ऊर्जा के इस्तेमाल में नफासत सभ्यताओं की नफासत और आधुनिकीकरण से गहराई से जुड़ी है। मिस्र के लोगों ने पिरामिड तैयार करने के लिए पनचक्की (वाटर-व्हील्स) और हाइड्रॉलिक्स यानी पानी की ताकत का इस्तेमाल किया था। नवजागरण की शुरुआत वाष्प के साथ शुरू हुई थी। बिजली आई तो दिन में अधिक घंटे तक काम करना मुमकिन हो गया और टेलीग्राफ जैसे आविष्कारों हो गए।
आर्थिक तरक्की होती है तो बिजली की मांग भी बढ़ जाती है। एआई की मदद से वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि की गुंजाइश काफी बढ़ गई है, लेकिन उसकी रीढ़ की हड्डी सरीखे डेटा केंद्र चलाने के लिए भारी मात्रा में बिजली की जरूरत पड़ेगी। एआई के लिए डेटा केंद्र अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी तैयार करने यानी उसकी माइनिंग के लिए भी बिजली की खपत बढ़ गई है।
कार्बन के बहुत अधिक उत्सर्जन के कारण जलवायु परिवर्तन का खतरा देखते हुए ताप विद्युत यानी कोयले से बिजली बनाना बहुत आकर्षक विकल्प नहीं रह गया है। इस वजह से भी परमाणु ऊर्जा में दिलचस्पी बढ़ गई है, जो ताप विद्युत जैसे फायदे देती है मगर कार्बन उत्सर्जन बिल्कुल नहीं होता।
This story is from the October 25, 2024 edition of Business Standard - Hindi.
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केन-बेतवा रिवर लिंक का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के खजुराहो में एक समारोह के दौरान केन-बेतवा रिवर लिंक परियोजना का शिलान्यास किया।
आप सरकार की योजनाओं से अधिकारियों ने बनाई दूरी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा हाल में घोषित दो प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं पर सियासी बवाल मच गया है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष आवास बाजार का बढ़ता दायरा
भारत में संपन्न वरिष्ठ नागरिकों की आबादी की तादाद अच्छी खासी है जो रिटायरमेंट के बाद जिंदगी को बेहतर और स्वतंत्र तरीके से बिताना चाहते हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में कारोबार के लिए अच्छी संभावनाएं बन रही हैं।
प्रौद्योगिकी से बुजुर्गों की देखभाल
भारत की बढ़ती आबादी के साथ परिवारों और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए बुजुर्गों की देखभाल जरूरी होती जा रही है।
2024 में बदल गई दुनिया की तस्वीर
वर्ष 2024 पूरी दुनिया के लिए उठापटक भरा रहा है। अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप के सनसनीखेज चुनाव अभियान और राष्ट्रपति पद पर दोबारा निर्वाचन, पश्चिम एशिया में हमलों और जवाबी हमलों के बीच शांति स्थापित करने के प्रयासों के दरम्यान वैश्विक संबंधों की दिशा और दशा दोनों ही बदल गई। देशों की कूटनीतिक ताकत कसौटी पर कसी गई और दुनिया एक नए इतिहास की साक्षी बन गई।
स्थिरता के साथ कैसे हासिल हो वृद्धि?
वर्ष 2025 में ऐसी वृहद नीतियों की आवश्यकता होगी जो घरेलू मांग को सहारा तो दें मगर वृहद वित्तीय स्थिरता के सामने मौजूद जोखिमों से समझौता बिल्कुल नहीं करें। बता रही हैं सोनल वर्मा
विकास और वनीकरण में हो बेहतर संतुलन
टाइम्स ऑफ इंडिया के दिल्ली संस्करण में 3 दिसंबर 2024 को छपी एक खबर में कहा गया कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच की एक रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है, जिसमें कहा गया था कि भारत में सन 2000 से अब तक लगभग 23 लाख हेक्टेयर वन नष्ट हो गए।
ड्रिप सिंचाई बढ़ाने के लिए 500 करोड़ के पैकेज की मांग
भारत में 67 प्रतिशत कपास का उत्पादन वर्षा पर निर्भर इलाकों में होता है
अक्टूबर में नई औपचारिक भर्तियां 21 प्रतिशत घटीं
अक्टूबर में ईपीएफ में नए मासिक सबस्क्राइबरों की संख्या मासिक आधार पर 20.8 प्रतिशत घटकर 7 माह के निचले स्तर 7,50,000 पर पहुंच गई है, जो सितंबर में 9,47,000 थी
ग्रीन स्टील खरीद के लिए संगठन नहीं
इस्पात मंत्रालय के ग्रीन स्टील (हरित इस्पात) की थोक खरीद के लिए केंद्रीय संगठन स्थापित करने के प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय ने खारिज कर दिया है।