18वीं लोकसभा के लिए ओम बिरला एक बार फिर से स्पीकर चुन लिए गए हैं। ओम बिरला को ध्वनिमत से स्पीकर चुना गया हैं। लोकसभा स्पीकर की इस रेस में विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद के. सुरेश उम्मीदवार थे। ध्वनिमत के बाद प्रोटेम स्पीकर ने जब स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम की घोषणा की तो विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की इस तरह से संख्याबल के अनुरूप ही इंडिया ब्लॉक स्पीकर पद की रेस हार गया। लेकिन इस हार के बावजूद विपक्ष ने ये संदेश दे दिया है कि 2024-29 की पारी 2014 24 जैसी नहीं होने वाली हैं। लोकसभा स्पीकर का चुनाव हारने के बावजूद इंडिया ब्लॉक देश में ये नैरेटिव स्थापित करने में सफल रहा कि आने वाले दिनों में सरकार एकतरफा फैसले नहीं ले सकेगी और उसे कदम-कदम पर विपक्ष की संविधान सम्मत चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। आइए समझते हैं कि लोकसभा स्पीकर चुनाव हारकर भी इंडिया ब्लॉक ने क्या क्या हासिल किया।
फिर से सेट किया दलित हित का एजेंडा
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