सुरक्षित नहीं बहन - बेटियां
Panchjanya|October 16, 2022
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के शासन में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई हैं। हाल ही में अलवर में एक स्कूली छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म और जयपुर में छात्राओं पर एसिड हमले की घटनाओं ने राज्य में कानून-व्यवस्था की लचर स्थिति की पोल खोली
डॉ. ईश्वर बैरागी
सुरक्षित नहीं बहन - बेटियां

राजस्थान के अलवर जिले में पिछले दिनों हुई घटनाओं ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। राजधानी जयपुर में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश में वर्ष 2021 में बलात्कार के कुल 31 हजार 677 मामले दर्ज हुए। यानी प्रतिदिन औसतन 86 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें से राजस्थान में सर्वाधिक 6 हजार 337 दुष्कर्म के प्रकरण दर्ज हुए, यानी रोजाना औसतन 17 दुष्कर्म मामले।

प्रदेश में तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति के दबाव में अपराधियों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती, नतीजतन राज्य में जिहादियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। मेवात में सबसे ज्यादा प्रताड़ित-पीड़ित अनुसूचित वर्ग है। अनुसूचित वर्ग के लोगों की हत्या, उनकी जमीन पर बलात् कब्जे, महिलाओं से दुष्कर्म, बहन-बेटियों से छेड़खानी मेवात में आम बात है। दबंग मुस्लिमों के खौफ के आगे कोई भी पीड़ित मुंह खोलने का साहस नहीं कर पाता।

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