'इंटेलिजेंट असिस्टेंट' समझने लगे हिंदी
Panchjanya|November 13, 2022
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने के बाद वर्चुअल असिस्टेंट अब हिंदी समझने लगे हैं जिससे संपर्क और संवाद का यह तरीका बदल गया है
'इंटेलिजेंट असिस्टेंट' समझने लगे हिंदी

र्टिफिशियल इंटेलिजेंस धीरे-धीरे हमारी जिंदगी में अपनी जगह मजबूत करता जा रहा है, अहसास हो या न भले ही आपको इसका । वह हमारे कामकाज के तौर-तरीकों को भी न सिर्फ प्रभावित कर रहा है, बल्कि उन्हें बदल रहा है भले ही हम हिंदी में काम करते हों या अंग्रेजी में । इसका एक बड़ा उदाहरण है कंप्यूटर, मोबाइल और दूसरे डिजिटल उपकरणों के साथ संपर्क करने के तौर-तरीकों में बदलाव । पारंपरिक रूप से देखा जाए तो इन उपकरणों में अपना इनपुट डालने और उनका आउटपुट जानने के लिए हम कीबोर्ड, माउस और मॉनिटर या स्क्रीन पर निर्भर रहते थे। पर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने के बाद संपर्क और संवाद का यह तरीका बदल गया है। एक दिलचस्प बदलाव आया है वर्चुअल असिस्टेंट या आभासी है सहायकों के साथ हमारे संपर्क में, जिनके लिए अब हिंदी अनजान नहीं है।

आज कंप्यूटर और मोबाइल की दुनिया में चार वर्चुअल असिस्टेंट का बोलबाला है। ये हैं- अमेजॉन की अलेक्सा, गूगल का गूगल असिस्टेंट, माइक्रोसॉफ्ट की कोटार्ना और एप्पल की सिरी। इनमें से पहले तीन आभासी सहायकों का हिंदी से किसी न किसी तरह से परिचय हो चुका है जबकि एप्पल की सिरी के साथ हिंदी के प्रयोग किए जा चुके हैं और उम्मीद है कि यह रिश्ता जल्द ही प्रयोगों से हकीकत के स्तर पर दिखाई देगा।

अमेजॉन की अलेक्सा

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