सम्पूर्ण स्वास्थ्य का आधार : आयुर्वेद
Rishi Prasad Hindi|December 2022
(अक्टूबर २०२२ के अंक में हमने पढ़ा कि किस प्रकार पूज्य बापूजी ने आयुर्वेद का ज्ञान देकर एवं सक्रिय रूप से प्रचार-प्रसार करके आयुर्वेद के मूलभूत सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाया। अब आगे...)
सम्पूर्ण स्वास्थ्य का आधार : आयुर्वेद

क्या है आयुर्वेद का वास्तविक उद्देश्य? 

'आयुर्वेद' दो शब्दों के संयोग से बना है - 'आयु' अर्थात् जीवन और 'वेद' अर्थात् ज्ञान । सनातन संस्कृति के ऋषियों द्वारा निर्धारित स्वस्थ, सदाचारयुक्त जीवन जीने की श्रेष्ठ पद्धति का ज्ञान देनेवाली सर्वोपयोगी ज्ञानराशि का नाम है ‘आयुर्वेद'। यह सम्पूर्ण मानव जाति के लिए वैदिक संस्कृति का वह अनुपम आयुर्वे उपहार है जिसके द्वारा बिना किसी विशेष आयास के स्वास्थ्य के अनमोल सूत्र हमारे जीवन का अंग बन सकते हैं।

चरक संहिता के अनुसार आयुर्वेद के मुख्यतः दो प्रयोजन हैं :

(१) स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना। 

(२) रोगी के रोग की निवृत्ति करना।

( चरक संहिता, सूत्रस्थान : ३०.२६ )

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