३ जून को अपरा एकादशी है। यह बड़े-बड़े पापों से मुक्ति दिलाती है और अगाध पुण्यलाभ कराती है, साथ ही हृदय में भगवत्प्रीति उभारने का अवसर प्रदान करती है। इसके माहात्म्य के विषय में पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है:
युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा: "जनार्दन! ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम क्या है? उसका माहात्म्य क्या है? प्रभु! आप मुझे इस बारे में बताने की कृपा कीजिये।"
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं: युधिष्ठिर! तुमने सम्पूर्ण लोकों के हित के लिए बहुत उत्तम बात पूछी है। राजेन्द्र! ज्येष्ठ (अमावस्यांत वैशाख) मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम 'अपरा' है। यह बहुत पुण्य प्रदान करनेवाली, बड़े-बड़े पातकों का नाश करनेवाली और भगवान हरि में प्रीति दिलानेवाली है।
This story is from the May 2024 edition of Rishi Prasad Hindi.
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रूहानी सौदागर संत-फकीर
१५ नवम्बर को गुरु नानकजी की जयंती है। इस अवसर पर पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से हम जानेंगे कि नानकजी जैसे सच्चे सौदागर (ब्रहाज्ञानी महापुरुष) समाज से क्या लेकर समाज को क्या देना चाहते हैं:
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष
ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी
बाबा कृष्ण बन जाते हैं, कृष्ण बाबा बन जाते हैं।
विलक्षण न्याय
विद्यार्थी संस्कार - पढ़िये-पढ़ाइये यह शिक्षाप्रद कथा
पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है
श्री अशोक सिंहलजी की जयंती पर हुए विशेष चर्चासत्र के कुछ अंश
गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?
९ नवम्बर : गोपाष्टमी पर विशेष
कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है
गतासूनगतासुंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥
अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!
(गतांक के 'साध्वी रेखा बहन द्वारा बताये गये पूज्य बापूजी के संस्मरण' का शेष)
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर विशेष
धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि।