पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
Rishi Prasad Hindi|November 2024
एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत

११ दिसम्बर को मोक्षदा एकादशी है। इसके माहात्म्य के बारे में पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है:

युधिष्ठिर ने पूछा: "माधव! मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी का क्या नाम है और उसका क्या फल है?"

भगवान श्रीकृष्ण बोले: "युधिष्ठिर! इस एकादशी का नाम 'मोक्षा (मोक्षदा)' है। यह बड़े-बड़े पातकों का नाश करनेवाली है। नरकों में जो पितर दुःख भोग रहे होते हैं, इस एकादशी का व्रत करके उनको पुण्य अर्पण करने से उनकी सद्गति होती है और वे कुल-खानदान को आशीर्वाद देते हैं, मददरूप होते हैं। इस एकादशी का व्रत करनेवाला अपने पापों, रोगों, कुविचारों का शमन करता है।

पूर्वकाल की बात है। चम्पक नगर का राजा वैखानस बड़ा शूरवीर, कर्मठ, सत्संगी तथा प्रजा का पुत्र की भाँति पालन करनेवाला था। साधु-संतों, ब्राह्मणों, श्रेष्ठ पुरुषों में आदरबुद्धि रखना उसका स्वभाव था। एक प्रभात को राजा ने सपना देखा कि उसके माता-पिता, दादा-दादी आदि पितर नरकों में दुःखी हो रहे हैं।

Esta historia es de la edición November 2024 de Rishi Prasad Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición November 2024 de Rishi Prasad Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE RISHI PRASAD HINDIVer todo
संत श्री आशारामजी गुरुकुलों के विद्यार्थियों ने प्राप्त किये विविध पुरस्कार
Rishi Prasad Hindi

संत श्री आशारामजी गुरुकुलों के विद्यार्थियों ने प्राप्त किये विविध पुरस्कार

बापू के बच्चे, नहीं रहते कच्चे

time-read
1 min  |
February 2025
व्रत, उपवास व जागरण का महापर्व
Rishi Prasad Hindi

व्रत, उपवास व जागरण का महापर्व

२६ फरवरी : महाशिवरात्रि पर विशेष

time-read
4 minutos  |
February 2025
हमें इस पर विचार करना चाहिए
Rishi Prasad Hindi

हमें इस पर विचार करना चाहिए

चार प्रकार के आनंदाभास हमारे जीवन में भर गये हैं। एक तो हम यह समझते हैं कि यह भोगेंगे तब सुखी होंगे। अर्थात् अपने आनंद को उठाकर भोग में रख दिया। यदि भोग चला गया पेरिस तब हम दुःखी रहेंगे। दूसरा, संग्रह का आनंद अर्थात् हम इतना इकट्ठा कर लेंगे अथवा हमारे पास इतना है, इस अभिमान से हम सुखी होंगे। एक में मनुष्य संग्रह का त्याग करके भी भोग का आनंद लेता है और दूसरे में भोग का त्याग करके संग्रह का आनंद लेता है।

time-read
2 minutos  |
February 2025
सोशल मीडिया से अधिक जुड़ाव है घातक : प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलिया
Rishi Prasad Hindi

सोशल मीडिया से अधिक जुड़ाव है घातक : प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलिया

इन प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग उपयोगकर्ताओं को एकतरफा सोचनेवाला तथा निष्क्रिय बना सकता है।

time-read
2 minutos  |
February 2025
शरणागत के मनोरथ पूरे करते हैं करुणावान विश्वात्मा संत
Rishi Prasad Hindi

शरणागत के मनोरथ पूरे करते हैं करुणावान विश्वात्मा संत

२० मार्च को 'संत एकनाथजी षष्ठी' है। एकनाथजी महाराज के जीवन का एक बहुत रोचक प्रसंग पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है :

time-read
3 minutos  |
February 2025
युवाओं हेतु आदर्श जीवन का संदेश
Rishi Prasad Hindi

युवाओं हेतु आदर्श जीवन का संदेश

विद्याध्ययन करते हुए आदर्श, विवेक, सारावलोकनी बुद्धि, दूरदर्शी दृष्टि एवं अपने- आपका तथा संसार का ज्ञान प्राप्त करने से पहले जो युवक अधिकार एवं सम्मान लाभ की सिद्धि के लिए दौड़ पड़ते हैं, वे भी दरिद्र ही रह जाते हैं, कोई महत्त्वपूर्ण आदर्श पदाधिकार नहीं प्राप्त कर पाते।

time-read
2 minutos  |
February 2025
पूज्य बापूजी का पावन संदेश आप स्वधर्म में आ जाओ
Rishi Prasad Hindi

पूज्य बापूजी का पावन संदेश आप स्वधर्म में आ जाओ

भगवद्गीता (३.३५) में आता है : स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः ||

time-read
3 minutos  |
February 2025
हृदय-ग्रंथि खोलो, अपने स्वभाव को जगाओ
Rishi Prasad Hindi

हृदय-ग्रंथि खोलो, अपने स्वभाव को जगाओ

१३ व १४ मार्च : होलिकोत्सव पर विशेष

time-read
3 minutos  |
February 2025
यह जलनेति का चमत्कार है!
Rishi Prasad Hindi

यह जलनेति का चमत्कार है!

जैसे टूटे-फूटे पुराने बर्तन निकाल देते हैं वैसे टूटे-फूटे पुराने चश्मे बक्से में भरे हुए थे...

time-read
2 minutos  |
February 2025
यह कैसी चाट-पूरी है!
Rishi Prasad Hindi

यह कैसी चाट-पूरी है!

श्री रामकृष्ण परमहंस जयंती (ति.अ.) : १ मार्च

time-read
2 minutos  |
February 2025