फिल्म वालों की शादी परदे पर कुछ हकीकत में कुछ
Grihshobha - Hindi|September First 2024
फिल्म इंडस्ट्री प्यार के लिए जान देने वाली प्रेमिका या प्रेमी की प्रेमगाथा फिल्मों में तो दिखाते हैं, मगर असल जिंदगी में इनका प्यार कैसा होता है, क्या जानना नहीं चाहेंगे.....
आरती सक्सैना
फिल्म वालों की शादी परदे पर कुछ हकीकत में कुछ

व स्टोरी पर आधारित फिल्मों का असल जिंदगी में युवाओं पर इतना गहरा प्रभाव पड़ता है कि वे फिल्मी हीरो की तरह अपने अधूरे प्यार से निराश हो कर आत्महत्या तक कर लेते हैं. जैसेकि कमल हसन द्वारा अभिनीत फिल्म 'एक दूजे के लिए' देखने के बाद कई युवा जोड़ों ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. इस से परेशान हो कर फिल्म का आखिरी सीन बदलना पड़ा था, जबकि सचाई में वही कमल हसन 2 बार शादी कर चुके हैं.

अर्थात फिल्मों में प्यार का पाठ पढ़ाने वाले यानी फिल्म वाले अपनी असली जिंदगी में प्यार भरे रिश्तों को कपड़ों की तरह बदलते हैं. हीरो हो या हीरोइन जितनी जल्दी शादी करते हैं उतनी ही जल्दी शादी तोड़ भी देते हैं. असल जिंदगी में कई सारे ऐक्टर 2-2 बीवियों के साथ रहते हैं या 15-20 साल पुरानी शादी तोड़ कर दूसरी शादी भी कर लेते हैं. फिर चाहे वे धर्मेंद्र हो या आमिर खान हो या सलमान खान के पिता सलीम, भाई अरबाज खान या सैफ अली खान अथवा तलाक दे कर दूसरे रिश्ते से जुड़े रितिक रोशन, करिश्मा कपूर जैसे नामी ऐक्टर ही क्यों न हों.

आजकल तो कांट्रैक्ट मैरिज का भी रिवाज शुरू हो गया है जिस में लड़का और लड़की पहले से तय कर लेते हैं अगर उन का रिश्ता नहीं चला तो वे आपसी समझौते के साथ अलग हो जाएंगे ताकि कोर्टकचहरी के चक्कर में समय बरबाद न करना पड़े.

समझौते और स्वार्थ पर टिकी शादी

Esta historia es de la edición September First 2024 de Grihshobha - Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición September First 2024 de Grihshobha - Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE GRIHSHOBHA - HINDIVer todo
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
Grihshobha - Hindi

स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी

इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....

time-read
5 minutos  |
November Second 2024
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
Grihshobha - Hindi

लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर

फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....

time-read
5 minutos  |
November Second 2024
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
Grihshobha - Hindi

समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....

time-read
2 minutos  |
November Second 2024
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
Grihshobha - Hindi

पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं

मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...

time-read
3 minutos  |
November Second 2024
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
Grihshobha - Hindi

पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस

जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....

time-read
5 minutos  |
November Second 2024
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
Grihshobha - Hindi

औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी

औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....

time-read
3 minutos  |
November Second 2024
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
Grihshobha - Hindi

क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर

क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....

time-read
4 minutos  |
November Second 2024
जब मन हो मंचिंग का
Grihshobha - Hindi

जब मन हो मंचिंग का

फ़ूड रेसिपीज

time-read
4 minutos  |
November Second 2024
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
Grihshobha - Hindi

सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी

अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....

time-read
3 minutos  |
November Second 2024
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
Grihshobha - Hindi

डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता

पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....

time-read
2 minutos  |
November Second 2024