Gambhir Samachar - February 16, 2023
Gambhir Samachar - February 16, 2023
Magzter Gold ile Sınırsız Kullan
Tek bir abonelikle Gambhir Samachar ile 9,000 + diğer dergileri ve gazeteleri okuyun kataloğu görüntüle
1 ay $9.99
1 Yıl$99.99 $49.99
$4/ay
Sadece abone ol Gambhir Samachar
bu sayıyı satın al $0.99
Subscription plans are currently unavailable for this magazine. If you are a Magzter GOLD user, you can read all the back issues with your subscription. If you are not a Magzter GOLD user, you can purchase the back issues and read them.
Bu konuda
news magazine which covers various types of matters.
कैसे-कैसे अमेरिका की जासूसी करता है चीन
कथित चीनी जासूस गुब्बारे को लेकर अमेरिका और चीन के बीच एक कूटनीतिक आखिर चीन अपने विवाद छिड़ गया है.
2 mins
एक से ज्यादा भाषाएं क्या बच्चों की जिंदगी बेहतर बनाती है
आज अधिकांश बच्चे बहुभाषी वातावरण में बड़े हो रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि दो या दो से अधिक भाषाएं बोलने से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है लेकिन बहुभाषी शिक्षा के लिए कोई सटीक रणनीति नहीं है.
3 mins
मिशन 2024 - मुस्लिम समुदाय के बीच मोदी बीजेपी समर्थकों को शायद ही अच्छे लगें
बोहरा समुदाय के बीच प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी भी पसमांदा मुसलमानों को बीजेपी के पक्ष में करने की ही कोशिश है. बीजेपी का मानना है कि बोहरा समुदाय के साथ उसकी कॉम्पैटिबिलिटी अच्छी है या हो सकती है. देश की मुस्लिम आबादी में दाऊदी बोहरा समुदाय की हिस्सेदारी 10 फीसदी मानी जाती है जो महाराष्ट्र और गुजरात में बसे हुए हैं.
7 mins
मिशन 2024 - अदानी पर राहुल विपक्ष को एकजुट नहीं रख सके
अदानी ग्रुप के कारोबार पर शुरू हुई बहस औंधे मुंह लुढ़क गयी है. अदानी ग्रुप पर हिडनबर्ग रिपोर्ट के बाद घरी हुई महसूस कर रही बीजेपी को बहुत मेहनत भी नहीं करनी पड़ी है. बस वेट-एंड-वॉच टाइप का मामला लगता है. हो सकता है, अपेक्षा से थोड़ा ज्यादा इंतजार करना पड़ा हो. और आखिर में वही हुआ जिसका विपक्षी खेमे को भी शुरू से ही अंदेशा रहा. कहीं बीजेपी विपक्षी खेमे की पूरी रणनीति ही फेल न कर दे. लेकिन विपक्ष की आशंका तो मन में उठी अफवाह से भी ज्यादा नहीं लगती. बीजेपी ने तो कुछ खास किया भी नहीं देख कर तो ऐसा ही लगता है.
6 mins
मिशन 2024 - लालू यादव के आने की आइट भर से विपक्ष की राजनीति में हलचल क्यों है?
लालू यादव को विदा करने से पहले रोहिणी आचार्य ने ट्विटर पर लिखा है, 'पापा को स्वस्थ रखना अब आप सबकी जिम्मेवारी होनी चाहिये.' करीब दो महीने पहले ही लालू यादव की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य ने ही पिता को अपनी किडनी डोनेट की है. 5 दिसंबर, 2022 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ हॉस्पिटल में लालू प्रसाद का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था.
8 mins
2023-24 बजट - आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरता बजट
बजट में महिलाओं और बुजुर्गों का भी खास ध्यान रखने का प्रयास किया गया है. वरिष्ठ नागरिकों की बचत सीमा को 15 लाख से बढ़ाकर 30 लाख रुपये करने, गैर सरकारी सेवानिवृत्त कर्मचारियों के अवकाश नकदीकरण पर मिलने वाली छूट को 3 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने की घोषणा, महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट की घोषणा सियासी दृष्टिकोण से भाजपा के प्रति इत्यादि सकारात्मक माहौल में वृद्धि करने में सहायक साबित हो सकती हैं.
5 mins
भाजपा को भारी पडेगी महिला नेताओं की नाराजगी
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अगले लोकसभा चुनाव तक अध्यक्ष पद का कार्य विस्तार मिल चुका है. अगले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नड्डा ने अपने संगठन को पुनर्गठित और चुस्त-दुरुस्त करना शुरू कर दिया है. लोकसभा चुनाव से पूर्व जम्मू कश्मीर सहित दस प्रदेशों की विधानसभाओं के चुनाव होने हैं. जिनके नतीजों से पता चल जाएगा कि अगले लोकसभा चुनाव में कौन सी पार्टी केंद्र में सरकार बना सकेगी.
4 mins
अशोक गहलोत ने तो गलती से मिस्टेक कर दी
अशोक गहलोत ने अपने मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर दिया है. ये शायद पहला मौका रहा जब बजट भाषण के दौरान राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. पहली बार करीब आधे घंटे के लिए - और फिर 15 मिनट के लिए.
6 mins
बीजेपी और टिपरा मोथा में ही मुख्य मुकाबला क्यों चाहते हैं अमित शाह?
त्रिपुरा में बीजेपी नहीं चाहती कि मुकाबला त्रिकोणीय हो. वास्तव में ऐसा हुआ तो खतरा बड़ा हो सकता है. वोटों का तीन हिस्सों में बंटवारा हो सकता है. बीजेपी और लेफ्ट- कांग्रेस गठबंधन के अलावा टिपरा मोथा पार्टी के भी अच्छे प्रदर्शन की संभावना जतायी जा रही है. पांच साल की सरकार के बाद सत्ता विरोधी लहर है. कर्नाटक की ही तरह बीजेपी नेतृत्व को त्रिपुरा से भी अच्छी रिपोर्ट तो नहीं ही मिली है. कर्नाटक और त्रिपुरा दोनों ही राज्यों में बीजेपी मुख्यमंत्री बदल चुकी है. हालांकि, कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा और त्रिपुरा में बिप्लब देब को हटाये जाने की वजहें अलग अलग रही हैं - लेकिन न तो माणिक साहा त्रिपुरा में और न ही बसवराज बोम्मई कर्नाटक में कोई करिश्मा दिखा पाने के काबिल लग रहे हैं.
7 mins
त्रिपुरा: चुनावी दंगल हर दल एक दूसरे पर भारी
त्रिपुरा विधान सभा चुनाव की लड़ाई जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है सियासी टक्कर भी उतनी तेज होती जा रही है. पिछले कुछ समय में यहां सियासी समीकरण तेजी से बदले हैं. टिपरा मोथा जो सिर्फ दो साल पहले ही पार्टी बनी थी, आज बीजेपी, कांग्रेस और सीपीआई (एम) जैसे राष्ट्रीय दलों के लिए सीधी चुनौती बनी हुई है. त्रिपुरा के पूर्ववर्ती माणिक्य राजवंश के वंशज के रूप में प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा की अपनी व्यक्तिगत अपील पर आदिवासियों के बड़े नेता के रूप में उभरे हैं. अगर त्रिपुरा में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है तो देबबर्मा किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं.
6 mins
भारत में निवेश...का केंद्र बना यूपी
भगवान राम और कृष्ण की पवित्र जन्मस्थली के रूप में जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश अपने बिलकुल ए अवतार में भारत और दुनिया के शीर्ष व्यापारिक घरानों को निवेश करने के लिए आकर्षित कर रहा है. हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में मुकेश अंबानी से लेकर कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा समूह के एन. चंद्रशेखर से लेकर ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया के सीईओ डेनियल बिचर समेत कॉर्पोरेट जगत की कई दिग्गज हस्तियां ना केवल मौजूद थी बल्कि उन्होंने राज्य में कुल मिलाकर 33.50 लाख करोड़ की राशि के निवेश की घोषणा की.
3 mins
रेल बजट 2023-24 - सफर सुहावना करने का वादा
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 45 लाख करोड़ का 2023-24 का बजट तो यही संकेत दे रहा है कि अब आपका रेलवे का सफर और सुहावना होने जा रहा है. यानी आपको रेल में यात्रा करने में आनंद आएगा. यह इसलिए संभव होगा क्योंकि सरकार रेलवे का कायाकल्प करने के प्रति दृढ़ संकल्प दिखा रही है. रेलवे का चौतरफा विकास करने का सिलसिला तो लगातार चल ही रहा है. इसे और गति देने के इरादे से ही केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2023-24 के बजट में रेलवे के लिए 2 लाख 40 हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा है. इसके अतिरिक्त 75 हजार करोड़ रुपया नई परियोजनाओं को लागू करने पर खर्च किए जाने का प्रस्ताव अलग से है. पिछले साल 2022-23 में रेलवे के विकास के लिए 1.4 लाख करोड़ का बजट आवंटित किया गया था. यानि अब यह लगभग दुगुना हो गया.
5 mins
भारत में कब सुरक्षित होंगी महिलायें?
हमारे देश में महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार है. महिलायें देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है तथा विकास में भी बराबर की भागीदार है. आज के युग में महिला पुरुषों के साथ ही नहीं बल्कि उनसे दो कदम आगे निकल चुकी है. महिलाओं के बिना समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. भारतीय संविधान के अनुसार महिलाओं को भी पुरुषों के समान जीवन जीने का हक है.
4 mins
सरकार भारत की महान परंपरा को निभा रही है!
भारत भीषण आपदा झेल रहे तुर्की में ऑपरेशन दोस्त चलाकर एक भरोसेमंद दोस्त की भूमिका निभा रहा है. एनडीआरएफ की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य चला कर ज्यादा से ज्यादा ज़िंदगियों को बचाने की मुहिम में जुटी है. एनडीआरएफ के अलावा भारतीय सेना भी मेडिकल सपोर्ट लेकर टर्की पहुंची है. मोदी सरकार ने एक बार भारत की उसी महान परंपरा को निभाया है जिसे वो वसुधैव कुटुंबकम के अपने सूत्र से विश्व को बांधते रहे हैं.
5 mins
Gambhir Samachar Magazine Description:
Yayıncı: Mohta Publishing
kategori: News
Dil: Hindi
Sıklık: Fortnightly
Gambhir Samachar is a News & Education magazine which cover the day to day political as well as cultural affairs of India
- İstediğin Zaman İptal Et [ Taahhüt yok ]
- Sadece Dijital