परागणकों में गिरावट से फसलें होंगी प्रभावित
Modern Kheti - Hindi|November 01, 2023
एक नई रिसर्च से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन और भूमि उपयोग में आते बदलावों से परागण करने वाले कीटों में 61.1 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसकी वजह से आम, तरबूज, कॉफी और कोको जैसी उष्णकटिबंधीय फसलों के लिए भारी खतरा पैदा हो सकता है।
परागणकों में गिरावट से फसलें होंगी प्रभावित

रिसर्च के अनुसार कुल उत्पादन के सन्दर्भ में देखें तो इससे सबसे ज्यादा खतरा चीन, भारत, इंडोनेशिया, ब्राजील और फिलीपींस में पैदावार को है। वहीं फसलों के लिहाज से कोको पर सबसे ज्यादा विशेष रूप से अफ्रीका में खतरा मंडरा रहा है।

इसके बाद आम उत्पादन को विशेष रूप से भारत में खतरा है, जबकि इसके बाद चीन में तरबूज की पैदावार खतरे में है। वहीं यदि सामाजिक और आर्थिक रूप से देखें तो कोको उत्पादन का जोखिम विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि अधिकांश कोको का उत्पादन छोटे खेतों (जिनका आकार दो से चार हैक्टेयर के बीच) में किया जाता है, जो वैश्विक स्तर पर करीब पांच करोड़ लोगों की आय का साधन हैं।

इस अध्ययन में शोधकर्ताओं को जलवायु परिवर्तन, बढ़ता तापमान और भूमि उपयोग में आते बदलावों के कारण परागण करने वाले जीवों की विविधता पर पड़ते प्रभाव के बीच जटिल अंतर संबंधों का पता चला है जो वैश्विक स्तर पर फसलों के परागण को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

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