इंसेक्टिसाइड : यह कीटों और क्रिप्टोनियाइड कीटों को नष्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग फसलों, वृक्षों, फूलों, सब्जियों और अन्य पौधों को कीटों से सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है।
हर्बिसाइड : यह घास, श्रृंगार या अन्य फसलों के अलावा यातायात के माध्यम से बिकने वाले क्षेत्रों में उग रही वनस्पतियों को नष्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
फंगीसाइड : यह कवक, फंगस और कवकाणुओं को नष्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है
पेस्टिसाइड की वर्तमान उपयोग स्थिति :
पेस्टिसाइड्स का उपयोग किसानों द्वारा अक्सर किया जाता है ताकि फसलों को कीटों, कीटाणुओं और विषाणुओं से बचाने में मदद मिल सके। इनमें कैमिकल्स होते हैं जो कीटों को मारने या उनकी प्रभावी संख्या को कम करने में मदद करते हैं। वर्तमान में, दुनिया भर में पेस्टिसाइड्स का उपयोग होता है, लेकिन इसका वितरण और उपयोग विभिन्न देशों और क्षेत्रों में अलग-अलग हो सकता है। पेस्टिसाइड्स का उपयोग विभिन्न कानूनों, नियमों और विनियमों के अधीन होता है, जो देशों और क्षेत्रों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। विश्व प्रमुख कीटनाशक उत्पादकों के साथ भारत में प्रमुखता कीटनाशकों के आंकड़े हैं। कुछ मुख्य कंपनियाँ शामिल हैं: यूरेका, बास्फ, सिंटेंटिक्स, दुपोंट, बायर, फार्मोवेस्ट, आई.सी.आई.सी., और मंसैनी न्यूट्रेस्कोर्प इंडिया।
कृषि विभाग और नगरीय प्रशासनिक दफ्तरों द्वारा प्रदान किये जाने वाले आंकड़ों के अनुसार, भारत में पेस्टिसाइड्स का उपयोग प्रतिवर्ष अक्सर लाखों टन में होता है। किसानों द्वारा उपयोग किये जाने वाले पेस्टिसाइड की वाणिज्यिक मात्रा भी विशाल होती है। यह आंकड़ा वाणिज्यिक समूह और उपभोक्ताओं के चयन पर निर्भर करता है।
पेस्टिसाइड प्रयोग की प्रमुख विधियाँ : पेस्टिसाइड प्रयोग की विभिन्न विधियां हो सकती हैं, लेकिन यह विधियां अनुकूलता, पेस्टिसाइड के प्रकार और आपके उपयोग के उद्देश्य पर निर्भर करेंगी। निम्नलिखित कुछ प्रमुख विधियां पेस्टिसाइड का प्रयोग करने के लिए उपयोगी हो सकती हैं :
Bu hikaye Modern Kheti - Hindi dergisinin January 01, 2024 sayısından alınmıştır.
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मृदा में नमी की जांच और फायदे
नरेंद्र कुमार, संदीप कुमार आंतिल2, सुनील कुमार। और हरदीप कलकल 1 1 कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 2 कृषि विज्ञान केंद्र, सोनीपत, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय
निस्तारण की व्यावहारिक योजना पर हो अमल
पराली जलाने से हुए प्रदूषण से निपटने के दावे हर साल किए जाते हैं, लेकिन आज तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। यह समस्या हर साल और विकराल होती चली जा रही है।
खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कारगर है कृषि वानिकी
जैसे-जैसे विश्व की आबादी बढ़ती जा रही है, लोगों की खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती भी बढ़ रही है।
बढ़ा बजट उबारेगा कृषि को संकट से
साल था 1996 चुनाव परिणाम घोषित हो चुके थे और अटल बिहारी वाजपेयी को निर्वाचित प्रधानमंत्री के रुप में घोषित किया जा चुका था।
घट नहीं रही है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि की 'प्रधानता'
भारतीय अर्थव्यवस्था में एक विरोधाभास पैदा हो गया है। तेज आर्थिक विकास दर के फायदे कुछ लोगों तक सीमित हो गए हैं जबकि देश की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है।
कृषि विकास का राह सहकारिता
भारत को 2028 तक पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का इरादा है और इसमें जिन तत्वों और सैक्टर के योगदान की जरुरत पड़ेगी, उनमें एक है सहकारिता क्षेत्र।
मधुमक्खियां भी हो रही हैं प्रभावित हवा प्रदूषण से
सर्दियों का मौसम आते ही देश के कई हिस्से प्रदूषण की आगोश में समा गए हैं, खासकर देश की राजधानी दिल्ली जहां सांसों का आपातकाल लगा हुआ है।
ज्वार की रोग एवं कीट प्रतिरोधी नई किस्म विकसित
भारत श्री अन्न या मोटे अनाज का प्रमुख उत्पादक है और निर्यात के मामले में भी हमारा देश दूसरे पायदान पर है।
खरपतवारों के कारण होता है फसली नुकसान
खरपतवार प्रबंधन पर एक संयुक्त अध्ययन में खुलासा हुआ है कि हर साल भारत में फसल उत्पादन में करीब 192,202 करोड़ रुपये का नुकसान खरपतवारों के कारण होता है।
जलवायु परिवर्तन बनाम कृषि विकास...
कृषि और प्राकृतिक स्रोतों पर आधारित उद्यम न केवल भारत बल्कि ज्यादातर विकासशील देशों की आर्थिक उन्नति का आधार हैं। कृषि क्षेत्र और इसमें शामिल खेत फसल, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, पॉल्ट्री संयुक्त राष्ट्र के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों खासकर शून्य भूखमरी, पोषण और जलवायु कार्रवाई तथा अन्य से जुड़े हुए हैं।