आपकी ननद माइंड कर जाती है!
Rupayan|September 22, 2023
ननद-भाभी के रिश्ते की डोर बहुत नाजुक होती है। इस रिश्ते में रूठना-मनाना चलता रहता है। लेकिन कभी-कभी इस रिश्ते में मनमुटाव इस हद तक बढ़ जाता है कि दोनों के बीच दूरियां तक आ जाती हैं। आखिर क्या होती है इसकी वजह और क्या है इसके पीछे का मनोविज्ञान?
आकांक्षा शर्मा
आपकी ननद माइंड कर जाती है!

भाभी! जल्दी काम निपटा लेते हैं, फिर मस्त रील बनाएंगे। अरे निशी, मुझे तो अभी कपड़े सूखने के लिए छत पर डालने हैं। भाभी, आप टेंशन मत लो, मैं मम्मी को बोल देती हूं, कपड़े वह डाल देंगी छत पर। ये है निशी और उसकी भाभी शिवानी की जुगलबंदी। निशी आईटी इंजीनियर है और मुंबई जॉब करती है और उसकी भाभी शिवानी शादी के बाद अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है। आप हैरान हो रही होंगी कि ननद-भाभी के रिश्ते में इतनी मधुरता। इस रिश्ते में तो अधिकतर आरोप-प्रत्यारोप देखने को ही मिलता है। चूंकि निशी और शिवानी हमउम्र हैं तो उनमें बनती भी खूब है। दोनों आए दिन सोशल मीडिया पर अपना मस्ती भरा वीडियो और फोटो डालते रहते हैं, लेकिन हर ननद-भाभी के बीच ऐसा रिश्ता नहीं होता है।

अक्सर आपको घरों में ननदें यह कहती मिलती हैं कि पता नहीं क्या समझती हैं अपने आपको, जब से आई हैं पूरा घर बदल कर रख दिया है। पहले यह घर हैं अपना लगता था, अब सब अलग है। वहीं भाभी को यह परेशानी होती कि उनकी ननद किसी न किसी चीज पर टोकती रहती हैं, अपना घर तो देखतीं नहीं। दरअसल ननदों का अपना दुख है। उन्हें शादी के बाद भी मायके में वैसे ही रहना है, जैसे पहले रहती थीं। सब पर हुक्म चलाने की, हर बात पर सलाह देने की। जो भाभी को नागवार गजरती है।

भाई की शादी के बाद भी बहन की आदत पहले जैसी ही रहती है - सब पर हुक्म चलाना, हर बात पर सलाह देना। उसकी यही आदतें भाभी को नागवार गुजरती है।

Bu hikaye Rupayan dergisinin September 22, 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Rupayan dergisinin September 22, 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

RUPAYAN DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
ख्वाहिश
Rupayan

ख्वाहिश

\"लोग और समाज की मैं परवाह नहीं हूं। कोई कुछ भी कहे, मुझे फर्क नहीं पड़ता है। मेरे लिए आपकी खुशी इन सबसे बढ़कर है। \"

time-read
2 dak  |
February 14, 2025
बहू नहीं मानती आपकी बात!
Rupayan

बहू नहीं मानती आपकी बात!

सास-बहू का रिश्ता खट्टी-मीठी नोक-झोंक से भरा होता है। इसमें कई बार प्यार - समझदारी तो कई दफा तनाव भी होता बिगड़ती है, जब बहू सास की बात को अनसुना कर मनमानी करने लगती है। ऐसे में आप क्या करती हैं?

time-read
7 dak  |
February 14, 2025
चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं
Rupayan

चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं

एंटी-एजिंग यानी बढ़ती उम्र में महिलाओं को अक्सर त्वचा के पड़ने और झुर्रियों की शिकायत होती है। ऐसे में 'फेस योग' एंटी-एजिंग के लिए एक चमत्कार की तरह है।

time-read
5 dak  |
February 14, 2025
आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी
Rupayan

आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी

दीवारें खाली हों तो सूना-सा लगता है। सजा लें तो अपना-सा लगता है। लेकिन सजाने से पहले एक योजना जरूर बना लें।

time-read
2 dak  |
February 14, 2025
होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब
Rupayan

होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब

गुलाबों के बीच बैठकर चाय की चुस्कियां लेना बहुत खूबसूरत अहसास कराता है। लेकिन अगर गुलाब नहीं उग पा रहे हैं तो बगीचे को गुलाब जैसे दिखने वाले फूलों से महका दें।

time-read
2 dak  |
February 14, 2025
स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'
Rupayan

स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'

क्या आप भी रोजाना कुर्ती, जींस और टॉप पहनते-पहनते बोर हो गई हैं? अगर हां तो आप अपने बोरिंग लुक में स्कर्ट्स के स्टाइल को जोड़ सकती हैं।

time-read
2 dak  |
February 14, 2025
आपका किचन स्लैब कितना साफ
Rupayan

आपका किचन स्लैब कितना साफ

भूख लगने पर बच्चे किचन स्लैब पर रखी कोई भी चीज उठाकर खा लेते हैं, लेकिन यह उनकी सेहत के लिए सही नहीं है? आप अपने किचन स्लैब पर क्या-क्या रखती हैं?

time-read
3 dak  |
February 14, 2025
त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श
Rupayan

त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श

खूबसूरती को लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए त्वचा को स्वस्थ और पोषित करना बेहद जरूरी है और त्वचा पोषित कुछ जरूरी विटामिन से।

time-read
2 dak  |
February 07, 2025
जिंदगी की नई शुरुआत
Rupayan

जिंदगी की नई शुरुआत

ज्योति पार्क की एक बेंच पर बैठी अपने बीते कल के बारे में सोच रही थी, \"मैंने यह फैसला पहले क्यों नहीं लिया? उसके लिए मैंने क्या नहीं किया? सब कुछ तो किया। अपना सब कुछ खो दिया मैंने उसके लिए ! और उसने? उसने मुझे धोखा दिया, मेरी मासूमियत का फायदा उठाया। काश, मैं उसकी बातों में न आती ! काश, मैंने पापा की बात मान ली होती। मैंने इतनी देर क्यों की? मैंने अपने मां-बाप को भी कितना दुख दिया।\"

time-read
2 dak  |
February 07, 2025
क्या दांत होने लगे खराब?
Rupayan

क्या दांत होने लगे खराब?

सुंदर, सफेद और स्वस्थ दांत न केवल आकर्षक मुस्कान देते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। लेकिन इनकी देखभाल के लिए आप क्या करती हैं?

time-read
2 dak  |
February 07, 2025